दुनिया के किसी भी देश में नदियों का विशेष महत्त्व रहा है। क्योंकि, नदियां पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के साथ-साथ जैव विविधता को भी बनाए रखने में सहयोग करती हैं। साथ ही पीने के पानी से लेकर सिंचाई के लिए प्रमुख स्रोत होती हैं।
वहीं, बात जब भारत की होती है, तो नदियों का महत्त्व और भी बढ़ जाता है। क्योंकि, यहां नदियों को मां का दर्जा दिया गया है। यहां नदियों से लोगों की आस्थाएं जुड़ी हुई हैं। इसकी बानगी हमें नदी घाटों पर नदियों की आरती के रूप में देखने को मिल जाएगी।
आपने भारत की अलग-अलग नदियों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत की तीन सबसे गहरी नदियां कौन-सी हैं। यदि आप नहीं जानते हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
भारत की सबसे गहरी नदी
सबसे पहले हम भारत की सबसे गहरी नदी के बारे में जान लेते हैं। आपको बता दें कि भारत की सबसे गहरी नदी ब्रह्मपुत्र नदी है। इस नदी के किनारे ल्हासा, ढाका, गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ जैसे प्रमुख शहर स्थित हैं। इस नदी की गहराई की बात करें, तो 140 मीटर है। इस नदी की लंबाई की बात करें, तो यह कुल 2900 किलोमीटर लंबी है, जिसके साथ यह भारत की सबसे लंबी नदी बनती है।
भारत की दूसरी सबसे गहरी नदी
भारत की दूसरी सबसे गहरी नदी की बात करें, तो यह कावेरी नदी है, जो कि कर्नाटक के कुर्ग शहर से निकलती है। इस नदी के किनारे कुर्ग, श्रीरंगपट्टनम और मैसूर शहर स्थित है। इस नदी की कुल लंबाई की बात करें, तो यह कुल 805 किलोमीटर लंबी है। वहीं, इसकी गहराई की बात करें, तो यह कुल 120 मीटर गहरी है।
भारत की तीसरी सबसे गहरी नदी
भारत की तीसरी सबसे गहरी नदी की बात करें, तो यह कृष्णा नदी है। इस नदी के किनारे सांगली, विजयवाड़ा और राजमुंद्री शहर है। इस नदी की कुल लंबाई की बात करें, तो यह कुल 1400 किलोमीटर है। वहीं, इसकी गहराई की बात करें, तो यह करीब 100 मीटर गहरी है।
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