नाम के पीछे क्यों लिखा जाता है ‘कुमार’, यह है असली वजह

Aug 11, 2025, 18:55 IST

भारत में ऐसे करोड़ों पुरुष हैं, जो कि अपने नाम के साथ कुमार लिखते हैं। यह एक उपनाम है, जो कि मुख्यतः पुरुषों द्वारा ही नाम के बाद लिखा जाता है। भारत में यह पारंपरिक रूप से उपयोग हो रहा है, जिसका इतिहास हजारों साल पुराना है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि आखिर नाम के पीछे कुमार क्यों लिखा जाता है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे। 

कुमार शब्द का मतलब क्या है
कुमार शब्द का मतलब क्या है

भारत में करोड़ों पुरुष अपने नाम के पीछे कुमार उपनाम का प्रयोग करते हैं। यह ऐसा उपनाम है, जो कि किसी भी जाति या समुदाय द्वारा प्रयोग किया जा सकता है। सामान्य वर्ग में इसे अधिकांश रूप से प्रयोग किया जाता है। खास बात यह है कि यह सिर्फ पंरपरा नहीं है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक प्रतीक बन गया है। यही वजह है कि बीते कई वर्षों में भारतीय नामों के साथ यह जुड़ा हुआ है। मौजूदा समय में युवा भी इस उपनाम का अधिक उपयोग कर रहे हैं। उत्तर भारत के राज्यों से लेकर केंद्र शासित प्रदेशों में हमें यह उपनाम अधिक देखने को मिलता है। 

हालांकि, क्या आप इसका इतिहास जानते हैं कि आखिर नाम के पीछे कुमार शब्द कहां से आया है और इसका प्रयोग क्यों किया जाता है, यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे। 

क्या होता है कुमार का अर्थ

सबसे पहले हम कुमार शब्द का अर्थ जान लेते हैं। आपको बता दें कि 'कुमार' शब्द संस्कृत के 'कुमार' से लिया गया है, जिसका शाब्दिक अर्थ 'पुत्र', 'लड़का', 'युवा', 'कुंवारा' या 'राजकुमार' से होता है। दूसरे अर्थों में यह शब्द देखें, तो युवावस्था, पौरुष और मासूमियत या फिर कुलीनता से जुड़ा हुआ है। कुछ लोग इस उपनाम को मुख्य नाम के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं। 

क्या है ऐतिहासिक संदर्भ

हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, भगवान शिव और पार्वती देवी के पुत्र भगवान कार्तिकेय को कुमार नाम से भी जाना जाता है। उन्हें देवताओं के सेनापति और सनातन युवा भी माना जाता है, जिससे कुमार शब्द को पवित्र अर्थ मिलता है। इस वजह से कुमार उपनाम का महत्त्व और भी बढ़ जाता है।

क्या है शाही संबंध

प्राचीन भारत का इतिहास उठाकर देखें, तो कुमार शब्द का प्रयोग अक्सर राजकुमारों या शाही परिवार के युवाओं द्वारा किया जाता था। यह एक उपाधि की तरह था। उदाहरण के तौर पर देखें, तो गुप्त वंश में कुमारगुप्त इसका उदाहरण देखने को मिलता है। ऐसे में कहा जा सकता है कि कुमार शब्द हजारों साल से प्रचलन में है, जो कि इसकी ऐतिहासिकता का प्रमाण है। भारत में आज भी शाही परिवार के लोग अपने नाम के साथ कुमार जोड़ते हैं।

समानता और आधुनिकता का प्रतीक

भारत की आजादी के बाद कुमार शब्द ने लोगों को जातिगत पहचान से मुक्ति दिलाने में मदद की है। क्योंकि, कुछ मामलों में जातिगत पहचान की वजह से लोगों को भेदभाव का सामना भी करना पड़ा है। इसे देखते हुए कुमार शब्द अधिक प्रचलित होता चला गया। वहीं, भारत में जब ब्रिटिश राज हुआ, तो आर्मी व स्कूलों में भर्ती के लिए पूरा नाम लिखना अनिवार्य था। ऐसे में कई लोगों ने अपनी मूल पहचान बताने के बजाय कुमार शब्द का इस्तेमाल किया और इसका उपयोग और बढ़ा।

राज्यों में कितना होता है कुमार शब्द का प्रयोग

भारत के अलग-अलग राज्यों में कुमार शब्द का प्रयोग का अनुपात अलग है। साल 2014 के एक अनुमान पर गौर करें, तो "कुमार" उपनाम रखने वाले सभी ज्ञात लोगों में से 97.3% फीसदी लोग भारत में ही रहते हैं। कुछ राज्यों में इनकी संख्या राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है। उदाहरण के तौर पर-हिमाचल प्रदेश (1:9), चंडीगढ़ (1:10), दिल्ली (1:11), हरियाणा (1:11), बिहार (1:15) व उत्तर प्रदेश (1:16) का है। ऐसे में आप देख सकते हैं उत्तर भारत के राज्यों में कुमार शब्द का अधिक इस्तेमाल किया जाता है।

भारत में सबसे कॉमन सरनेम

कुमार उपनाम भारत में सबसे कॉमन सरनेम है, जिसका सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। यह ऐसा उपनाम है कि किसी भी जाति या समुदाय के लोग इसे अपने नाम के साथ इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोग इसे अपने नाम से पहले लिखते हैं, तो कुछ लोग अपने नाम के मध्य में लिखते हैं, वहीं कुछ लोगों द्वारा यह अंत में जोड़ा जाता है। उदाहरण- कुमार गौरव, गौरव कुमार सिंह और गौरव कुमार। ऐसे में कहा जा सकता है कि किसी न किसी प्रकार कुमार शब्द का प्रयोग नाम के साथ किया जा रहा है।

Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News