World Malaria Day 2020: वर्तमान थीम, इतिहास और महत्व

Apr 25, 2020, 09:05 IST

World Malaria Day 2020: यह 15 अप्रैल को मनाया जाता है ताकि एक पीढ़ी के भीतर मलेरिया को समाप्त करने और मलेरिया मुक्त दुनिया बनाने के लिए एक जिम्मेदारी के महत्व को उजागर किया जा सके. आइये इस लेख के माध्यम से विश्व मलेरिया दिवस, 2020 का थीम, इतिहास, महत्व साथ ही मलेरिया क्या है, इसके लक्षण इत्यादि के बारे में अध्ययन करते हैं.

World Malaria Day
World Malaria Day

World Malaria Day 2020: जैसा की हम जानते हैं कि पूरी दुनिया महामारी COVID-19 से लड़ रही है लेकिन WHO ने संबोधित किया कि मलेरिया सहित अन्य जानलेवा बीमारियों को सुनिश्चित करते हुए कोरोनोवायरस को आक्रामक तरीके से निपटने की तत्काल आवश्यकता है. इसके अलावा, WHO देशों से महामारी के संदर्भ में मलेरिया सेवा की निरंतरता सुनिश्चित करने का आग्रह करता है, बशर्ते कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और समुदायों की रक्षा के लिए सर्वोत्तम उपायों का पालन किया जाए.

विश्व मलेरिया दिवस मलेरिया की रोकथाम, नियंत्रण और उन्मूलन की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाता है. यह दिन मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में लगातार महान उपलब्धियों का भी प्रतीक है. रोग मलेरिया के बारे में बेहतर समझ और इसे कैसे ठीक किया जाए, इसके लिए लोगों को शिक्षा प्रदान करना भी आवश्यक है. मलेरिया एक जानलेवा बीमारी है जो प्लास्मोडियम परजीवी (Plasmodium Parasites) के कारण होती है.

विश्व मलेरिया दिवस 2020: थीम

विश्व मलेरिया दिवस 2020 का थीम है "Zero malaria starts with me."

मलेरिया को खत्म करने के लिए और "Zero malaria starts with me" को बढ़ावा देने के लिए WHO ने RBM पार्टनरशिप को ज्वाइन किया है. यह राजनीतिक एजेंडे में मलेरिया को खत्म करने के उद्देश्य से एक जमीनी स्तर पर अभियान है, अतिरिक्त संसाधनों को जुटाना समुदायों को मलेरिया की रोकथाम और देखभाल के लिए सशक्त बनाना है.

WHO के अनुसार, 2000 और 2014 के बीच, दुनिया भर में मलेरिया से संबंधित मौतों की संख्या में 40% की गिरावट आई, अनुमानित 743000 से 446 000 तक. WHO की विश्व मलेरिया रिपोर्ट 2019 में कहा गया है 2014-2018 की इस अवधि में नए संक्रमणों को कम करने में कोई वैश्विक लाभ नहीं हुआ. लगभग 2018 में भी इतने ही लोग मलेरिया से मरे हैं जितने की एक साल पहले.

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विश्व मलेरिया दिवस: इतिहास

विश्व मलेरिया दिवस को अफ्रीका मलेरिया दिवस से विकसित किया गया जो पहली बार 2008 में आयोजित किया गया था. यह मूल रूप से एक इवेंट है जो 2001 के बाद से अफ्रीकी सरकारों द्वारा मनाया गया. उन्होंने प्रगति लक्ष्य की ओर काम किया जिसका उद्देश्य मलेरिया को नियंत्रित करना था और अफ्रीकी देशों में इसकी मृत्यु दर को कम करना था.

विश्व स्वास्थ्य सभा के 60वें सत्र में, 2007 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा प्रायोजित एक बैठक में प्रस्तावित किया गया कि दुनिया भर के देशों में मलेरिया के अस्तित्व की पहचान करने और लोगों में जागरूकता लाने के लिए अफ्रीका मलेरिया दिवस को विश्व मलेरिया दिवस में बदल दिया जाए ताकि मलेरिया जैसे रोग से विश्व स्तर पर लड़ने का प्रयास किया जा सके.

विश्व मलेरिया दिवस नए डोनर्स को मलेरिया के खिलाफ एक वैश्विक साझेदारी में शामिल होने में सक्षम बनाता है, और अनुसंधान और शैक्षणिक संस्थानों को जनता के लिए वैज्ञानिक प्रगति को भी सामने लाता है.

यह दिन अंतरराष्ट्रीय साझेदारों, कंपनियों और फाउंडेशनों को अपने प्रयासों को प्रदर्शित करने का मौका देता है और यह दर्शाता है कि किस तरह काम किया जाता है.

मलेरिया के बारे में तथ्य

- मलेरिया प्लाजमोडियम परजीवी (Plasmodium parasite) के कारण होता है. परजीवी को संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छरों (Anopheles mosquitoes) के काटने के माध्यम से मनुष्यों में हो सकता है जिन्हें 'मलेरिया वैक्टर' भी कहा जाता है. 

- विभिन्न प्रकार के प्लास्मोडियम परजीवी हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि केवल पांच प्रकार के प्लास्मोडियम मनुष्यों में मलेरिया का कारण बनते हैं. वे प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम (Plasmodium falciparum), प्लास्मोडियम विवैक्स (Plasmodium vivax), पी. ओवले और प्लास्मोडियम मलेरिया (P. ovale and Plasmodium malariae) और प्लास्मोडियम नॉलेसी (Plasmodium knowlesi ) हैं.

- प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम (Plasmodium falciparum) विश्व स्तर पर मलेरिया से होने वाली मौतों के लिए सबसे अधिक जिम्मेदार है और सब-सहारन अफ्रीका में सबसे अधिक प्रचलित प्रजाति है.

- प्लास्मोडियम विवैक्स (Plasmodium vivax ) दूसरी सबसे महत्वपूर्ण प्रजाति है और यह दक्षिण पूर्व एशिया और लैटिन अमेरिका में प्रचलित है.

- पी. विवैक्स और प्लाज़मोडियम ओवले (P. vivax and Plasmodium ovale) के कारण एक निष्क्रिय लिवर स्टेज (dormant liver stage) की शिकायत होती है और इसे ठीक किया जा सकता है.

- मलेरिया एक acute febrile बीमारी है. इसके लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 10-15 दिनों बाद दिखाई देते हैं. प्रारंभिक अवस्था में, इसके लक्षण बुखार, सिरदर्द और ठंड लगना है.

- मलेरिया संचरण को रोकने और कम करने का मुख्य तरीका वेक्टर नियंत्रण है जिनमें कीटनाशक-उपचारित मच्छरदानी और इनडोर अवशिष्ट छिड़काव का उपयोग करना है.

- क्रीम, लोशन, स्प्रे इत्यादि जैसे कीट प्रतिकारक को इस्तेमाल करें और मच्छर के काटने से बचें. इसके अलावा, इस तरह के सुरक्षात्मक कपड़े पहनें जो हाथ और पैर को कवर करते हों.

- मलेरिया को रोका और ठीक भी किया जा सकता है, और कई जगह विभिन्न रूप से मलेरिया को कम करने के प्रयासों में वृद्धि भी हुई है.

नोट: विश्व मलेरिया दिवस हर साल 25 अप्रैल को मनाया जाता है ताकि मलेरिया के खिलाफ लड़ने के लिए विश्व स्तर पर लोगों में जागरूकता फैलाई जा सके. अजीब लेकिन सच है कि हर 2 मिनट में एक बच्चे की मलेरिया से मौत हो जाती है.

स्रोत: WHO

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Shikha Goyal is a journalist and a content writer with 9+ years of experience. She is a Science Graduate with Post Graduate degrees in Mathematics and Mass Communication & Journalism. She has previously taught in an IAS coaching institute and was also an editor in the publishing industry. At jagranjosh.com, she creates digital content on General Knowledge. She can be reached at shikha.goyal@jagrannewmedia.com
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