विश्व विख्यात व्यक्तित्व - 2

जॉर्ज ऑरेवल (1903-1950 ई.)- इंग्लैंडवासी उपन्यासकार जिन्होंने आने वाले भविष्य की तस्वीरें अपने उपन्यासों में पेश कीं। प्रमुख उपन्यास 'एनीमल फार्म', 'नाइनटीन एट्टफोर' आदि। 

Feb 3, 2014, 17:49 IST

जॉर्ज ऑरेवल (1903-1950 ई.)- इंग्लैंडवासी उपन्यासकार जिन्होंने आने वाले भविष्य की तस्वीरें अपने उपन्यासों में पेश कीं। प्रमुख उपन्यास 'एनीमल फार्म', 'नाइनटीन एट्टफोर' आदि।


डब्ल्यू ए. मोजार्त (1756-1791 ई.)- ऑस्ट्रिया के प्रख्यात संगीतज्ञ, जिन्हें विश्व के सर्वाधिक प्रसिद्ध संगीतकारों में से एक माना जाता है।

डेन बेन गुरऑन (1886-1993 ई.)- इज़रायली राजनीतिज्ञ और प्रथम प्रधानमंत्री (1948-53 ई; 1955-63 ई.)।

डेविड (लगभग 1000 ई. पू.)- एकीकृत इज़रायल के प्रथम राजा और गोलिएथ के वधकर्ता। जीसस क्राइस्ट के पूर्वज।

डेंग जिआओपिंग (1904-1997 ई.)- चीनी कम्युनिस्ट राजनीतिज्ञ व कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव (1956-57 ई.)। चीन में आधुनिकीकरण और अर्थव्यवस्था सुधार का श्रेय इन्हें ही दिया जाता है।

दमित्री मेंडेलीव (1834-1907 ई.)- रूसी रसायनशास्त्री जिन्होंने रासायनिक तत्वों की 'आवत्र्त तालिका' (PEriodic Table) का निर्माण करके उसे व्यवस्थित किया।

बार्थोलोम्यू डियाज़ (लगभग 1450-1500 ई.)- प्रसिद्ध पुर्तगाली नाविक जिसने सबसे पहले अफ्रीका के दक्षिण-पूर्व तट पर स्थित 'केप ऑफ गुड होप' की खोज की।

जोहानेस गुटेनबर्ग (1398-1468 ई.)- जर्मन वैज्ञानिक जिन्होंने प्रिंटिंग मशीन का आविष्कार करके आधुनिक प्रिंटिंग का मार्ग प्रशस्त किया।

  हम्मूराबी (मृत्यु 1750 ई. पू.)- बेबीलोन के सम्राट जिन्होंने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र को संचालित करने के लिए कानूनी संहिता का निर्माण किया।

हन्नीबल (247-182 ई. पू.)- प्राचीन विश्व के सर्वाधिक सफल जनरलों में से एक।

हर्षवद्र्धन (शासन 606-647 ई. पू.)- उत्तर भारत के अंतिम महान हिन्दू सम्राट। उन्होंने अपनी राजधानी थानेसर से कन्नौज स्थानांतरित की। पुलकेशिन द्वितीय के हाथों पराजित।

हेरोडोटस- ग्रीक दार्शनिक जिन्हें 'इतिहास का जनक' माना जाता है।

हिटलर, एडोल्फ (1889-1945 ई.)- ऑस्ट्रिया में जन्मा तानाशाह जिसका 20वीं सदी में जबर्दस्त प्रभाव पड़ा। उसने जर्मन पार्टी की स्थापना की और 1933 में देश का चांसलर बना। 1939 में जर्मनी ने पोलैण्ड पर आक्रमण किया जिससे द्वितीय विश्वयुद्ध की शुरुआत हुई। सोवियत संघ और उत्तरी अफ्रीका में पराजय के बाद उसने आत्महत्या कर ली।

होमर (9वीं शताब्दी ई. पू.)- ग्रीक लेखक जिन्होंने कालजयी महाकाव्य 'द इलियड एंड ओडिसी' का सृजन किया।

हुमायूँ (1508-1556 ई.)- बाबर का ज्येष्ठï पुत्र जो 1530 में उसका उत्तराधिकारी बना। 1540 में शेरशाह सूरी के हाथों पराजय। 1555 में दिल्ली पर पुन: विजय।

हैदर अली (1721-1782 ई.) - 1761 ई. में मैसूर के राजा नंजराजा को अपदस्थ करके हैदर अली सुल्तान बना। 1782 में द्वितीय एंग्लो-मैसूर युद्ध के दौरान मृत्यु।

इब्न बतूता (1304-1378 ई.)- 1333 में भारत आने वाला अफ्रीकी (तांजियर) यात्री। उसने आठ वर्ष भारत मेें बिताए और मुहम्मद-बिन-तुगलक के शासनकाल के बारे में काफी कुछ लिखा।

जयदेव- 12वीं शताब्दी में प्रसिद्ध संस्कृत कृति 'गीत गोविंद' के रचनाकार।

कल्हण- 11वीं शताब्दी के कश्मीरी कवि और 'राजतरंगिणी' के लेखक जिसमें कश्मीर के इतिहास का वर्णन किया गया है।

कालीदास (लगभग 400 ई.)- संस्कृत के  महान कवि व नाट्य लेखक कालीदास चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे। उनकी प्रसिद्ध कृतियों में 'शकुंतला', 'रघुवंश', 'मेघदूत', और 'कुमार संभव' शामिल हैं।

कंबन- वे चोल सम्राट के दरबारी कवि थे और उन्होंने रामायण का तमिल भाषा में अनुवाद किया।

कनिष्क (120-162 ई.)- कुषाण वंश का महानतम सम्राट; बौद्ध धर्म का उपासक जिसका साम्राज्य मध्य-एशिया तक फैला था।

करिकाल- दूसरी शताब्दी ई. का प्रसिद्ध चोल सम्राट जिसने साम्राज्य की राजधानी पुहार (वर्तमान कावेरीपट्टनम) का निर्माण कराया।

कबीर (1440-1515 ई.)- निर्गुण भक्ति धारा के संत कवि और रामानंद के शिष्य कबीर ईश्वर की अखंडता में विश्वास करते थे और हिंदू-मुस्लिम एकता के पक्षधर थे।


खारवेल- कलिंग (उड़ीसा) का प्राचीनकाल में महानतम सम्राट जिसके बारे में 'हाथीगुम्फा शिलालेख' से जानकारी मिलती है।

ख्वाज़ा मुइनुद्दीन चिश्ती (12वीं शताब्दी)- भारत में चिश्ती सिलसिले के संस्थापक सूफी संत। वे 1192 में भारत आए।

कृष्णादेव राय (शासन 1509-1530 ई.)- विजयनगर साम्राज्य के महानतम शासक। वे तेलुगू व संस्कृत के  विद्वान थे और उन्होंने 'अमुक्तमलयादा' नामक पुस्तक की रचना की।

लियोनार्डो डि विन्ची (1452-1519 ई.)- इतालवी कलाकार, स्थापत्यकार, वास्तुशास्त्री, इंजीनियर, आविष्कारकर्ता, वैज्ञानिक व गणितज्ञ। इन्हें पुनर्जागरण का प्रतिनिधि पुरुष माना जाता है। 'मोनालिसाÓ और 'द लास्ट सपर' भित्ति चित्रों का निर्माण।

लाल बहादुर शास्त्री (1904-1966 ई.)- 1964 ई. में वे भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने। उनके शासनकाल के दौरान भारत-पाक युद्ध (1965) हुआ जिसकी परिणति ताशकंद समझौते में हुई। ।


लाला लाजपत राय (1865-1928 ई.)- 'पंजाब के शेरÓ के उपनाम से विख्यात लाला लाजपत राय ने स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। साइमन कमीशन के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज से मौत।

लाओ त्जु (600 ई. पू.)- चीनी दार्शनिक और ताओवाद के संस्थापक।

लक्ष्मीबाई, झाँसी की रानी (1835-1858 ई.)- झाँसी की शासक जो एक महान योद्धा थीं। उन्होंने 1857 के गदर के दौरान अपनी वीरता से अंग्रेजों के दाँत खट्ट किए।

लेनिन, व्लादीमिर (1870-1924 ई.)- रूसी क्रांतिकारी नेता व बोल्शेविक पार्टी के संस्थापक जिन्होंने 1917 की रूसी क्रांति का नेतृत्व किया। 1922 में सोवियत संघ की स्थापना की।

लिंकन, अब्राहम (1809-1866 ई.)- सं. रा. अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति जिन्होंने दास-प्रथा का उन्मूलन किया। 1865 ई. में जॉन विल्केस बूथ के हाथों हत्या।

मैकियावेली, निकोलो (1469-1527 ई.)- इतालवी राजनीतिशास्त्री व दार्शनिक। प्रसिद्ध कृति 'प्रिंस'।

मैगेलान, फर्डीनांड (1480-1521 ई.)- पुर्तगाली अन्वेषणकर्ता जिन्होंने 1522 ई. में पृथ्वी की परिक्रमा की।

महावीर (540-468 ई. पू.) - वे जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर थे। उनका जन्म वैशाली के पास हुआ था। 42 वर्ष की आयु में उन्हें कैवल्य (आध्यात्मिक ज्ञान) की प्राप्ति हुई। भगवानमहावीर ने अपनी शिक्षाओं में अहिंसा पर विशेष जोर दिया।

मार्को पोलो (1254-1324 ई.)- वेनिसवासी व्यापारी व यात्री। चीन की यात्रा  (1271-92 ई.)। इनके यात्रा वृतांत यूरोप में काफी प्रसिद्ध हुए।

माओ त्से तुंग (1893-1976 ई.)- चीनी कम्युनिस्ट चिंतक व क्रांतिकारी। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना में मुख्य भूमिका (1921 ई.)। दक्षिण-पूर्वी चीन में कम्युनिस्ट रिपब्लिककी स्थापना (1931-34 ई.)। 1934 ई. में ऐतिहासिक लाँग मार्च। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद चियाँग काई शेक को पराजित करके देश के राष्ट्राध्यक्ष बने। सांस्कृतिक क्रांति के दौरान विरोधियों का दमन (1966-69 ई.)।

मार्टिन लूथर (1483-1568 ई.)- जर्मन धर्मशास्त्री व धर्म सुधारक। उन्होंने पोप की सत्ता के खिलाफ विद्रोह किया जिससे प्रोटेस्टेंटवाद का उदय हुआ।

मार्टिन लूथर किंग जू. (1929-1968 ई.)- अमेरिकी अश्वेतों के नेता। 'सदर्न क्रिश्चियन लीडरशिप कांफ्रेंस' के संस्थापक। जेम्स अर्ल द्वारा हत्या।

माक्र्स, कार्ल (1818-1883 ई.)- जर्मन अर्थशास्त्री व वैज्ञानिक कम्युनिज्म के प्रतिपादक। उन्होंने एंगेल्स के साथ संयुक्त रूप से मिलकर समाजवाद व साम्यवाद की आधुनिक अवधारणाओं का विकास किया। 'दास कैपीटलÓ के लेखक जिनका आधुनिक युग पर जबर्दस्त प्रभाव पड़ा।


मैजिनी- इतालवी राष्ट्रवादी जो 1848 में इटली गणतंत्र के तानाशाह बने। उन्होंने एक स्वतंत्र व एकीकृत इटली की वकालत की।

मेगास्थनीज़- चंद्रगुप्त मौर्य के  दरबार में ग्रीक राजदूत, जिन्होंने अपनी 'इंडिका' नामक पुस्तक में मौर्य प्रशासन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

माइकेलएंजिलो (1475-1564 ई.)- इटली के महान चित्रकार एवं मूर्तिकार। इसके द्वारा बनाई गई उत्कृष्टï मूर्तियाँ हैं- पीटर, डेविड, मोजेज आदि जबकि चित्रकृतियाँ हैं- दिवस, रात्रि, ऊषाकाल तथा गोधूलि। इनकी सबसे खूबसूरत चित्रकृति है- 'द लास्ट जजमेंट'।

मुसोलिनी, बेनितो (1883-1945 ई.)- इतालवी फासिस्ट तानाशाह (1922-43 ई.), द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी और जापान के साथ धुरी का निर्माण। युद्ध में इटली की हार के बाद उसे मृत्युदंड दे दिया गया।

नादिर शाह (1688-1747 ई.)- फारस का बादशाह जिसने 1739 में भारत में आक्रमण करके भयंकर मारकाट की।

नाना साहब पेशवा (1800-1859 ई.)- पेशवा बाजीराव द्वितीय के दत्तक पुत्र जिन्होंने 1857 के गदर में केंद्रीय भूमिका निभाई।

नेपोलियन बोनापार्ट (1769-1821 ई.)- फ्रांसीसी सेना के प्रसिद्ध नायक जो 1804 ई. से 1815 ई. तक फ्रांस के सम्राट रहे। उन्होंने इंग्लैंड, ऑस्ट्रिया और रूस के खिलाफ अनेक युद्धों मेंसफलता प्राप्त की, लेकिन 1815 ई. में वाटरलू युद्ध में पराजित हुए।

नरसिंह वर्मन- पल्लव सम्राट जिसने चालुक्य राजा पुलकेशिन द्वितीय को पराजित करने के बाद 'वातापीकोंडा' की उपाधि धारण की।
पंपा, पोन्ना, रन्ना- जैन विद्वान जिन्हें कन्नड़ कविता का त्रिरत्न माना जाता है।

पाणिनी- प्रसिद्ध संस्कृत व्याकरणकार जिन्होंने 'अष्टध्यायी' लिखी।

पतंजलि- इन्होंने पाणिनी की 'अष्टाध्यायी' पर 'महाभाष्य' नामक टीका लिखी। उन्होंने योग पर 'योगसूत्र' नामक ग्रंथ लिखा।

पटेल, सरदार वल्लभभाई (1875-1950 ई.)- भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख हस्ती। भारत के प्रथम उपप्रधानमंत्री सरदार पटेल ने रजवाड़ों के भारतीय संघ में विलय में मुख्य भूमिका अदा की।

प्लेटो (429-347 ई.)- ग्रीक दार्शनिक जिनका पश्चिम पर व्यापक प्रभाव पड़ा। प्रमुख कृतियाँ- 'द रिपब्लिक' और 'द लाज़॥

प्लिनी (23-79 ई.)- रोमन इतिहासकार व प्रकृतिवादी। प्रसिद्ध कृति- 'नेचुरल हिस्ट्री'।

पुलकेशिन द्वितीय (शासन 608-642 ई.)- दक्कन के चालुक्य वंश का सबसे शक्तिशाली सम्राट जिसने हर्षवद्र्धन को पराजित किया था।

राजगोपालाचारी, चक्रवर्ती (1878-1972 ई.)- भारत के अंतिम व प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल (1948-1950 ई.)। स्वतंत्रता के बाद स्वतंत्र पार्टी की स्थापना की।

राजा राममोहन रॉय (1777-1833 ई.)- बँगाल के समाज सुधारक जिन्होंने सती, पर्दाप्रथा और बालविवाह के उन्मूलन के लिए काफी प्रयास किया। उन्होंने विधवा विवाह और महिला शिक्षा का भी समर्थन किया। वे 'ब्रह्मï समाज' के संस्थापक थे।

राजराजा चोल- चोल सम्राट जिसने श्रीलंका पर आक्रमण किया और उसके उत्तरी भाग को अपने राज्य में मिला लिया। तंजौर में राजाराजेश्वर मंदिर का निर्माण कराया।

रवींद्रनाथ टैगोर (1861-1941 ई.)- कवि, उपन्यासकार व दार्शनिक। बंगाल में उन्होंने शांतिनिकेतन की स्थापना की। नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले एशियाई (गीतांजलि)। प्रमुख कृतियाँ- गोरा, डाकघर, घरे बायरे इत्यादि।


राजेंद्र चोल- चोल वंश का शक्तिशाली सम्राट जिसने बंगाल तक आक्रमण किया और 'गंगईकोंडाचोलापुरम' की उपाधि धारण की।

रामानुज (11वीं शताब्दी)- दक्षिणी भारतीय संत व विशिष्टाद्वैतवाद के प्रणेता।

महाराणा प्रताप (16वीं शताब्दी)- मेवाड़ के शासक महाराणा प्रताप ने हल्दीघाटी के युद्ध में पराजय के बावजूद अकबर की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया।

तेनजिंग नोर्गे (1914-1986 ई.)- नेपाल के प्रसिद्ध पर्वतारोही जिन्होंने विश्व की सर्वोच्च चोटी माउंट एवरेस्ट पर सर एडमण्ड हेलरी के साथ 1953 ई. में प्रथम बार विजय प्राप्त की।

थॉमस अल्वा एडीसन (1864-1931 ई.)- महान आविष्कारक वैज्ञानिक  जिन्हें 1,000 से अधिक आविष्कारकारों जैसे विद्युत बल्ब, ग्रामोफोन, चलचित्र आदि का श्रेय प्राप्त  है।

थॉमस माल्थस (1766-1834 ई.)- 28 वें अमेरिकी राष्टïरपति (1913-21 ई.)। 'लीग ऑफ नेशंस' के संस्थापक।

नील्स बोह्र (1865-1926 ई.)- डेनमार्कवासी भौतिकविद् जिन्हें परमाणु संरचना पर उनके महत्वपूर्ण कार्य के लिए 1922 ई. में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।

नीरो (37-68 ई.)- 54 ई. से रोमन सम्राट। अत्याचारी शासक जिसने रोम के जलने (64 ई.) के बाद ईसाईयों पर अत्याचार किए।

नील आर्मस्ट्राँग (1930 ई-)- अमेरिकी अंतरिक्षयात्री जो चंद्रमा पर कदम रखने वाले पहले मानव बने।

निकिता ख्रुश्चेव (1894-1971 ई.)- सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव (1953-64 ई.) और राष्ट्राध्यक्ष (1958-64 ई.)।

निकोलस प्रथम (1796-1855 ई.)- 1825 ई. से रूस का ज़ार, एक निरंकुश शासक जिसने अपने राज्य में सभी नागरिकों पर रूसीकरण की प्रक्रिया लादने की कोशिश की।

पाइथागोरस (लगभग 582 ई. पू. - लगभग 497 ई. पू.)- ग्रीक दार्शनिक जिन्होंने  ज्यामिति में पाइथागोरस प्रमेय की अवधारणा प्रस्तुत की।

पीटर प्रथम 'महानÓ (1659-1706 ई.)- अंग्रेज राजनीतिज्ञ और दार्शनिक। उनकी प्रमुख कृति 'एडवांसमेंट एंड लर्निंगÓ है। इसमें उन्होंने प्रकृति को समझने के लिए प्रयोग एवंवैज्ञानिक आगम की महत्ता पर जोर दिया।

बालजक (1799-1850 ई.)- फ्रांसीसी लेखक। उन्होंने 'ल कॉमेडी ह्यूमनÓ शीर्षक के अंतर्गत कई उपन्यास लिखे।

मिखाइल गोर्बाच्योव (1931 ई.-)- सोवियत कम्युनिस्ट शासक (1985-91 ई.)। 'ग्लासनोस्त व पेरेस्त्रोइका' की नीति के द्वारा उन्होंने राजनीतिक और आर्थिक सुधारों की शुरुआत की। 1991 में सोवियत संघ के विखण्डन के बाद इस्तीफा।

माइकेल फैराडे (1791-1867 ई.)- अंग्रेज वैज्ञानिक जिन्होंने वैद्युत-चुम्बकीय विज्ञान की आधारशिला रखी एवं निम्नतापिकी(Cryogenics) पर महत्वपूर्ण शोधकार्य किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने विद्युत मोटर एवं जेनरेटर का भी आविष्कार किया।

मैरी क्यूरी (1867-1935 ई.)- पोलैंड की प्रसिद्ध भौतिकविद् एवं रसायनशास्त्री जिन्होंने अपने पति पियरे क्यूरी के साथ रेडियम की खोज की। इन्हें दो बार 1903 व 1911 में नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।

यूरी गगारिन (1934-1986 ई.)- रूसी अंतरिक्षयात्री जो अंतरिक्ष में यात्रा करने वाले पहले मानव बनें।

रॉबर्ट कोच (1858-1913 ई.)- जर्मन जीवाणु विज्ञानी, जिन्होंने एंथ्रेक्स टीके का आविष्कार किया। उन्होंने तपेदिक एवं अतिसार के जीवाणुओं का पृथ्थकरण भी किया।

रोम्याँ रोलाँ (1886-1944 ई.)- फ्रांसीसी साहित्यकार। 1915 ई. में 10 खण्डों में लिखी पुस्तक 'जीन ब्रिस्टोफे' के लिए साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित।

लॉर्ड केल्विन (1824-1907 ई.)- स्कॉटिश गणितज्ञ और भौतिकविद्। उन्होंने परमशून्य स्केल का विकास किया।

लुई पॉश्चर (1822-1895 ई.)- फ्रांसीसी रसायनशास्त्री जिन्होंने अवधारणा पेश की कि बीमारियों का मुख्य कारण जीवाणु होते हैं।

वॉल्टेयर (1694-1778 ई.)- फ्रांस के प्रसिद्ध दार्शनिक एवं लेखक। इनकी सबसे प्रसिद्ध रचना कैंडाइड है जिसमें दार्शनिक व्यंग्यों का संकलन है।

विलियम हार्वे (1578-1657 ई.)- अंग्रेज भौतिकविद्। 1935 में न्यूट्रॉन की खोज के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।

सिग्मंड फ्रायड (1856-1939 ई.)- ऑस्ट्रियाई मनोचिकित्सक जिन्होंने चेतन और अवचेतन मन की अवधारणा प्रस्तुत की।

बंकिम चंद्र चटर्जी - भारत के राष्टï्रगीत 'वंदे मातरम्Ó के रचियता जिसे उनके उपन्यास 'आनंद मठÓ से लिया गया है.

चैतन्य महाप्रभु (1445-1533 ई.)- बँगाल में भक्ति आंदोलन के जन्मदाता जिन्होंने कृष्ण भक्ति का प्रचार किया।

जमशेदजी टाटा (1813-1904 ई.)- टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी (टिस्को) के संस्थापक।

जवाहरलाल नेहरू (1889-1964 ई.)- भारत के प्रथम प्रधानमंत्री (1947-64 ई.)। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गाँधी के बाद सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका। गुटनिरपेक्षआंदोलन की स्थापना में मुख्य भूमिका।

इंदिरा गाँधी (1917-1984 ई.)- भारत के दो बार प्रधानमंत्री (1966-77; 1980-84)। 1971 ई. में  भारत-पाक युद्ध के बाद बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाई। 1984 ई. में अपने अंगरक्षकों के हाथों हत्या।
महाराजा रंजीत सिंह (1780-1833 ई.)- पंजाब के सिख महाराजा जिन्होंने 1799 में लाहौर पर कब्जा जमाया। उन्होंने अफगानों से पंजाब छीना।

रूजवेल्ट, फ्रैंकलीन (1882-1945 ई.)- 32वें अमेरिकी राष्ट्रपति (1933-45 ई.)। इन्होंने 1929 की मंदी का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीयकरण की नीति अपनाई।

रूसो, जीन जैकस (1712-1778 ई.)- फ्रांस के महान दार्शनिक जो अपने सामाजिक संविदा सिद्धांत (Social Contract Theory) के कारण चर्चित हुए। इनकी शिक्षाओं और रचनाओं के प्रभाव से ही फ्रांस में क्रांति हुई।

समुद्रगुप्त (330-375 ई.)- चंद्रगुप्त प्रथम के पुत्र व उत्तराधिकारी व शक्तिशाली हिंदू सम्राट। उन्हें अपनी विजय की वजह से 'भारत का नेपोलियनÓ भी कहा जाता है।

शंकराचार्य (700-750 ई.)- आदिगुरु शंकराचार्य ने हिंदू अद्वैत दर्शन के प्रसार-प्रचार के लिए देश के चारों कोनों में मठों की स्थापना की, हिंदू धर्म के पुनरुत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका। उनके अद्वैतवाद के दर्शन से हिंदू धर्म काफी गहरे तक प्रभावित हुआ है।


स्वामी विवेकानंद (1863-1902 ई.)- रामकृष्ण परमहंस के शिष्य जिन्होंने वेदांत दर्शन से विश्व को परिचित कराया। 1893 में विश्व धर्म सम्मेलन के दौरान उनके दिए गए भाषण से विश्व भारतीय संस्कृति की महानता से परिचित हुआ। उन्होंने समाजसेवा के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। 

सरोजनी नायडू (1879-1949 ई.)-  इन्हें 'नाइटेंगेल ऑफ इंडियाÓ भी कहा जाता है। वे अंग्रेजी की प्रख्यात कवियत्री थीं। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और 1925 में काँग्रेस की अध्यक्ष बनीं। वे उत्तर प्रदेश की प्रथम महिला गवर्नर थीं।

शाहजहाँ (1592-1666 ई.)- मुगल सम्राट जिनकी ख्याति कला, स्थापत्य और साहित्य के प्रेमी के रूप में है। शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण कराया।

शेक्सपियर, विलियम (1564-1616 ई.)- अंग्रेजी के महानतम कवि एवं नाटककार। उन्होंने 37 नाटक लिखे जिसमें हास्य, ऐतिहासिक, त्रासदी और त्रासद- हास्य नाटक शामिल हैं। प्रमुख नाटक- 'हेमलेटÓ, 'मैकबेथÓ, 'ओथेलोÓ, 'किंग लियरÓ, 'रोमियो एंड जूलियटÓ, 'ए मिडसमर नाइट्स ड्रीमÓ, 'द टेम्पेस्टÓ, 'हेनरी-5Ó और 'जूलियस सीज़रÓ।

सर आइजक न्यूटन (1642-1727 ई.)- अंग्रेज वैज्ञानिक जिन्हें आधुनिक भौतिकी का जनक माना जाता हैै। गति व गुरुत्वाकर्षण के नियमों के प्रतिपादन का श्रेय। प्रसिद्ध कृति 'प्रिंसिपियाÓ के लेखक।


शेरशाह सूरी (1472-1545 ई.)- उसने 1540-45 ई. के मध्य शासन किया। वह प्रथम मुस्लिम शासक था जिसने प्रशासनिक सुधारों पर विशेष ध्यान दिया। उसके शासनकाल में ही ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माण हुआ।

शिवाजी (1627-1680 ई.)- गुरिल्ला युद्ध में माहिर शिवाजी ने मुगल साम्राज्य के खिलाफ लम्बी लड़ाई लड़कर मराठा साम्राज्य की नींव रखी।

स्मिथ, एडम (1723-1790 ई.)- स्कॉटिश अर्थशास्त्री जिन्हें अर्थशास्त्र का जनक कहा जाता है। प्रसिद्ध कृति- 'वेल्थ ऑफ नेशंसÓ।

तानसेन (लगभग 1492-1589 ई.)- भारतीय शास्त्रीय संगीत के महान प्रतिनिधि। वे अकबर के नौ रत्नों में से एक थे।

टोडरमल (1556-1605 ई.)- अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से एक और राजस्व मंत्री।

तुलसीदास (1552-1630 ई.)- महान हिंदी कवि, संत जिन्हें उनकी रचना 'रामचरितमानस' के लिए जाना जाता है। रामचरितमानस आज भी करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केद्र बिंदु है।
वाल्मीकि- प्राचीन भारत के महान संस्कृत कवि व ऋषि जिन्होंने रामायण की रचना की।

वास्को-डि-गामा (1460-1524 ई.)- पुर्तगाली नौचालक जिसने भारत के लिए समुद्री रास्ते की खोज की (1498 ई.)।

अमेरिगो वेसपुसी (1451-1512 ई.)- भौगोलिक खोजकर्ता जिन्होंने दक्षिणी अमेरिकी तट की खोज की; इन्हीं के नाम पर अमेरिका का नामकरण किया गया।

विक्टोरिया (1819-1901 ई.)- 1837 ई. से ब्रिटेन की महारानी। 1876 से भारत की महारानी। ब्रिटिश राजतंत्र की छवि को शीर्ष तक पहुँचाया।

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