Difference: भारत में बेशक मोबाइल का चलन बढ़ा है और लोग अब मोबाइल पर ही फिल्में देख रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद आज भी कुछ लोग टीवी देखना ही पसंद करते हैं। बीते कई वर्षों में घर में बड़े-बड़े सेट के रूप में मौजूद रहने वाले टीवी अब छोटा गए हैं, जो कि एलसीडी और एलईडी के रूप में आ गए हैं। लेकिन, क्या आपको इन दोनों के बीच अंतर पता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम आपको इन दोनों के बीच अंतर बताने जा रहे हैं। जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें ।
एलसीडी और एलईडी टीवी दोनों ही Liquid Crystal Display तकनीक का उपयोग करते हैं। इनकी स्क्रीन लिक्विड क्रिस्टल डिस्प्ले से बनी होती है। एक एलसीडी डिस्प्ले में ध्रुवीकृत(पोलाराइज्ड) सामग्री की दो पतली प्लेटें होती हैं, जो कि लिक्विड क्रिस्टल सोल्यूशन के साथ जोड़ी जाती हैं। जब इनमें से करंट पास होता है, तो क्रिस्टल अलाइन(संरेखित) होते हैं और रोशनी को उनके माध्यम से गुजरने से रोकते हैं। ऐसे में प्रत्येक क्रिस्टल एक शटर की तरह कार्य करता है, जिसका काम करंट को पास करना यहा रोकना होता है। इस तकनीक से एलसीडी टीवी में चित्रों को प्रदर्शित किया जाता है।
इससे बनता है एलसीडी और एलईडी टीवी के बीच अंतर
लेकिन, ये क्रिस्टल खुद से नहीं चमकते हैं, इसलिए एलसीडी स्क्रीन के पीछे लैंप की एक सीरीज से रोशनी भेजी जाती है, जिसे बैक लाइटिंग तकनीक बोलते हैं, जो कि एलसीडी और एलईडी टीवी के बीच अंतर बनाती है। एलसीडी टीवी में स्क्रीन के पीछे लैंप कोल्ड कैथोड फ्लोरोसेंट लैंप (CCFL) होता है, इसमें स्क्रीन पर हॉरीजंटल रूप से रखी फ्लोरोसेंट ट्यूबों की एक श्रृंखला होती है। वहीं, एलईडी टीवी में स्क्रीन के पीछे लाइट एमिटिंग डायोड (एलईडी) रोशनी होती है।
प्लाज्मा टीवी को किया गया था पसंद
जब प्लाज़्मा टीवी को बाजार में पेश किया गया था, तब इस टीवी को बेहतर पिक्चर क्वालिटी और बड़ी फ्लैट स्क्रीन की वजह से लोगों ने खूब पसंद किया था। हालांकि, एलसीडी टीवी बैकलाइटिंग के कारण ऐसा करने में असफल रहे। इसको देखते हुए एलसीडी टीवी में एलईडी बैकलाइटिंग तकनीक जोड़ी गई थी। हालांकि, पहले से पिक्चर क्वालिटी बेहतर हुई है, लेकिन अभी भी यह टीवी प्लाज्मा टीवी का मुकाबला नहीं कर सका।
तीन प्रकार की लाइटिंग का होता है इस्तेमाल
एलईडी बैकलाइटिंग के लिए तीन प्रकार की एलईडी लाइटिंग का इस्तेमाल होता है, जो कि आरजीबी डायनामिक एलईडी, एज लाइटिंग और फुल ऐरे लाइटिंग है।
डायनामिक आरजीबी
डायनामिक आरजीबी एलईडी लाइटिंग में एलईडी को एलसीडी पैनल के पीछे रखा जाता है और लाल, हरे और नीले रंग के लिए अलग-अलग एलईडी को चमकीले रंग बनाने के लिए डिजाइन किया जाता है।
एज लाइटिंग
एज लाइटिंग में सफेद एलईडी को स्क्रीन के किनारे के आसपास रखा जाता है और एक विशेष पैनल द्वारा स्क्रीन पर एक समान रंग दिखाने के लिए रोशनी फैलाई जाती है। यह विधि बेहद पतली डिजाइन वाली होती है, जिसे हम बाजार में देख सकते हैं।
फुल ऐरे लाइटिंग
फुल ऐरे लाइटिंग में डायनेमिक आरजीबी एलईडी की तरह एलईडी को स्क्रीन के पीछे लगाया जाता है, लेकिन यह यह लाइट को हल्की जलने नहीं देता। इस डिजाइन में ऊर्जा की खपत कम हो सकती है, लेकिन इससे तस्वीर की गुणवत्ता में सुधार नहीं हुआ।
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