IAS Success Story: अगर मन में इच्छा हो, तो हर मुकाम पाया जा सकता है। इसके लिए बस कभी न हार मानने वाला मन, दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत की आवश्यकता होती है, जिससे अपनी मंजिल तक पहुंचा जा सकता है। आज हम आपको पूजा गुप्ता की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा दो बार दी और दोनों बार ही परीक्षा पास करने में सफलता हासिल की। पूजा पहले प्रयास में आईपीएस तो दूसरे प्रयास में आईएएस बन गईं। तो, आइये पूजा गुप्ता के आईएएस बनने की कहानी के बारे में जानते हैं।
पूजा ने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद मेडिकल की पढ़ाई में दाखिला लिया। जब वह मेडिकल की पढ़ाई कर रही थीं, तब से उनके मन में सिविल सेवाओं में जाने का मन था। इसके लिए उन्होंने मेडिकल पढ़ाई के दौरान ही यूपीएससी सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू कर दी थी।
मां की वर्दी और दादा की बातों से प्रभावित थी पूजा
पूजा गुप्ता की मां रेखा गुप्ता दिल्ली पुलिस में बतौर असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। वहीं, उनके पिता निजी नौकरी करते हैं। पूजा अक्सर अपनी मां की वर्दी देखकर प्रभावित होती थी और सिविल सेवाओं में जाने की इच्छा रखती थी। वहीं, पूजा के दादा जी भी पूजा को आईएएस के रूप में देखने चाहते थे। ऐसे में पूजा सिविल सेवाओं को लेकर अधिक प्रभावित थी।
पहले प्रयास में हासिल की 147 रैंक
पूजा गुप्ता ने पूरी मेहनत के साथ सिविल सेवाओं की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने 2108 में अपने पहले प्रयास में ही सिविल सेवाओं में 147 रैंक लाकर सफलता हासिल कर ली थी। इस रैंक के साथ उन्हें आईपीएस के पद पर नियुक्ति मिली। हालांकि, उनके मन में आईएएस बनने का सपना था। ऐसे में उन्होंने अपनी मेहनत को कम नहीं किया, बल्कि बढ़ा दिया। उन्होंने पहले के मुकाबले अधिक मेहनत करना शुरू कर दी थी।
2020 में पाई 42वीं रैंक और बनीं आईएएस
पूजा गुप्ता पूरी मेहनत के साथ तैयारी करती रहीं और साल 2020 की सिविल सेवाओं में शामिल हुईं। इस परीक्षा में बेहतर करते हुए उन्होंने तीन चरणों की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त किए और उनकी ऑल इंडिया रैंक 42वीं रही। इस रैंक के साथ वह आईएएस बन गईं।
अखबार, इंटरनेट और टॉपर्स वीडियो को बनाया आधार
पूजा गुप्ता ने सिविल सेवाओं की तैयारी के लिए इंटरनेट से दूरी नहीं बनाई,बल्कि उन्होंने इंटरनेट का सही इस्तेमाल किया। पूजा ने इंटरनेट के माध्यम से कई वेबसाइट को खंगालकर अपनी करंट अफेयर्स की तैयारी की। वहीं, उन्होंने यूट्यूब के माध्यम से कई टॉपर्स के वीडियो भी देखे। उन्होंने अपनी तैयारी को मजबूत करने के लिए नियमित रूप से अखबार पढ़ने की आदत को भी जारी रखा। इन सभी चीजों के साथ ही उन्होंने बाकी पाठ्य पुस्तकों का भी अध्ययन किया, जिसके माध्यम से उनका आईएएस बनने का सपना पूरा हुआ।