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IAS Success Story: दो बार फेल होने पर हुआ Depression, सेल्फ स्टडी से तीसरे प्रयास में आईएएस बने शिशिर गुप्ता

IAS Success Story: राजस्थान के जयपुर के रहने वाले शिशिर गुप्ता जब यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में फेल हुए, तो वह डिप्रेशन का शिकार हो गए थे। हालांकि, उन्होंने अपने डिप्रेशन से उबरकर यूपीएससी की तैयारी जारी रखी और 50 रैंक लाकर आईएएस अधिकारी बन गए। 

IAS Success Story: दो बार फेल होने पर हुआ Depression, सेल्फ स्टडी से तीसरे प्रयास में आईएएस बने शिशिर गुप्ता
IAS Success Story: दो बार फेल होने पर हुआ Depression, सेल्फ स्टडी से तीसरे प्रयास में आईएएस बने शिशिर गुप्ता

IAS Success Story संघ लोक सेवा आयोग(यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में शामिल है। इसके लिए युवा कई सालों तक तैयारी करते हैं, लेकिन फिर भी सफलता निश्चित नहीं होती है। क्योंकि, इसमें आपकी मेहनत के साथ-साथ बहुत से कारक जिम्मेदार होते हैं। इस बीच कई युवा यूपीएससी के रास्ते को छोड़ दूसरे रास्ते को अपनाते हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको शिशिर गुप्ता की कहानी बताने जा रहे हैं, जो आईआईटी पास करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा में दो बार फेल हो गए थे, जिससे वह डिप्रेशन में भी चले गए थे। हालांकि, उन्होंने खुद को इससे उबारा और आईएएस अधिकारी बन गए। 

 

शिशिर गुप्ता का परिचय

 

शिशिर गुप्ता मूलरूप से राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा जयपुर से ही पूरी की। इसके बाद जेईई मेंस पास किया और फिर जेईई एडवांस की परीक्षा देकर आईआईटी बांबे में दाखिला लिया। आईआईटी बांबे से उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की। शिशिर के पिता एक सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल के पद पर तैनात हैं। वहीं, माता गृहणी हैं। 



पढ़ाई के बाद अबू धाबी में मोटी पैकेज पर मिली नौकरी 

 

शिशिर गुप्ता को आईआईटी से पढ़ाई पूरी करने के बाद अबू धाबी में मोटी पैकेज पर नौकरी मिली। उन्होंने नौकरी की, लेकिन उनके मन में आईएएस अधिकारी बनने का सपना था, इसलिए उन्होंने अपनी मोटे पैकेज वाली नौकरी भी छोड़ दी थी।

 

2016 में किया पहला प्रयास, लेकिन हुए फेल

 

शिशिर गुप्ता ने नौकरी छोड़ने के बाद घर लौटकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने अच्छे से तैयारी की और 2016 में पहली बार सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए। अपने पहले प्रयास में ही उन्होंने प्रिलिम्स की परीक्षा को पास किया और बीमार पड़ गए। वह मेंस की परीक्षा तक पहुंचे, लेकिन वह इसमें असफल हो गए।  

 

दूसरे प्रयास में इतने अंकों से रह गए शिशिर

 

शिशिर गुप्ता ने अपने पहले प्रयास के बाद हार नहीं मानी, बल्कि उन्होंने अपनी पूरी तैयारी के साथ दूसरा प्रयास किया। इस बार उन्होंने परीक्षाओं के सभी स्तरों क पास किया, लेकिन वह अंत में सिर्फ छह अंकों से रह गए और असफल साबित हुए।

 

दो बार फेल होने से डिप्रेशन में चले गए थे शिशिर

 

यूपीएससी की परीक्षा में दो बार फेल होने पर शिशिर गुप्ता की मानसिक स्थिति पर इतना प्रभाव पड़ा कि वह कुछ समय के लिए डिप्रेशन में चले गए थे। ऐसे में परिवार को शिशिर के आत्महत्या करने की भी चिंता सताने लगी थी। इसको देखते हुए परिवार उनके साथ सोया करता था। 



सेल्फ स्टडी पर फोकस और रिविजन के साथ मिली 50 रैंक

 

शिशिर गुप्ता ने यूपीएससी की तैयारी के लिए सेल्फ स्टडी पर फोकस किया और उन्होंने खुद से अपनी तैयारी की। साथ ही वह जो पढ़ते थे, उनका रिविजन भी किया करते थे। उन्होंने फिर से परीक्षा दी और इस बार उन्होंने 50 रैंक साथ आईएएस बनकर सफलता हासिल की। 

 

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