केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने IBM के चेयरमैन और CEO अरविंद कृष्ण के साथ एक उच्च-स्तरीय वर्चुअल बातचीत की। यह बातचीत भारत में शिक्षा, रिसर्च और इनोवेशन के साथ AI और क्वांटम कंप्यूटिंग को जोड़ने पर केंद्रित थी।
शिक्षा मंत्री के ट्वीट के अनुसार, इस बात पर भी चर्चा हुई कि IBM मंत्रालय के साथ कैसे साझेदारी कर सकता है। इस साझेदारी का उद्देश्य भारत में AI शिक्षा को सभी तक पहुंचाने के प्रधानमंत्री के विजन को आगे बढ़ाना है। साथ ही, क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी उभरती और महत्वपूर्ण तकनीकों के लिए प्रतिभाशाली युवाओं को तैयार करना है।
@IBM के चेयरमैन और CEO, श्री अरविंद कृष्ण के साथ एक सार्थक बातचीत हुई। यह बातचीत भारत में शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के साथ AI और क्वांटम कंप्यूटिंग के जुड़ाव के बारे में थी।
साथ ही, इस पर भी चर्चा हुई कि माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए IBM, @EduMinOfIndia के साथ कैसे साझेदारी कर सकता है… pic.twitter.com/Cz72aYr7MH
Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) November 24, 2025
रिपोर्ट्स के अनुसार, मंत्रालय की योजना है कि एडवांस्ड लर्निंग मॉड्यूल को सिर्फ IIT जैसे बड़े संस्थानों तक सीमित न रखा जाए। इन्हें देश भर के दूर-दराज के कॉलेजों के छात्रों तक भी पहुंचाया जाएगा। इस समावेशी नजरिए का मकसद भारत को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के लिए एक प्रमुख वैश्विक केंद्र बनाना है। इसके साथ ही, देश के युवाओं के लिए करियर के व्यापक रास्ते भी खुलेंगे।
इस चर्चा में राजदूत विनय श्रीकांत प्रधान और IISc बैंगलोर जैसे शीर्ष संस्थानों के डायरेक्टरों सहित कई अधिकारी शामिल हुए।
उम्मीद है कि IBM के साथ यह साझेदारी देश में शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाएगी। मंत्रालय और IBM दोनों इस गठबंधन को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए औपचारिक कदम तेजी से उठाने पर सहमत हुए हैं।

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