अकाउंट अप्रेंटिस का पद केंद्र और राज्य सरकार के अधीन विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रमों (पीएसयू) के अंतर्गत लेखा विभाग या प्रशासनिक विभाग में प्रशिक्षु (ट्रेनी) के तौर पर होता है. अकाउंट अप्रेंटिस का कार्य होता है कि वह संबंधित विभाग में एकाउंट्स से जुड़े कार्यों का निष्पादन सभी वरिष्ठ कर्मचारियों (जैसे- लेखा अधिकारी, लेखा सहायक, आदि) के निर्देशों एवं मार्गदर्शन के अनुसार सुनिश्चित करे. आकड़ों की डाटा इंट्री से लेकर, विभिन्न प्रकार के वाउचर, आय-व्यय और अन्य मदों की स्क्रूटनी और ऑडिटिंग आदि में सीनियर कर्मचारियों को आवश्यक सहायता देने का काम अकाउंट अप्रेंटिस को करना होता है. इसलिए अकाउंट अप्रेंटिस बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपको एकाउंट्स, फाइनेंस और ऑफिशियल कार्यों की मूलभूत जानकारी हो और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर कार्यों को तय-सीमा में निपटाने में पारंगत होना चाहिए और संबंधित कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को चलाने में सक्षम होना चाहिए.
अकाउंट अप्रेंटिस के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
अकाउंट अप्रेंटिस बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से कॉमर्स विषय में ग्रेजुएट कम से कम डिग्री परीक्षा में 60% अंकों (एससी/एसटी के लिए कम से कम 55%) के साथ और भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान द्वारा प्रदान की गई चार्टर्ड एकाउंटेंसी परीक्षा के इंटरमीडिएट स्तर की योग्यता प्राप्त की हो या इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (पूर्व आईसीडब्ल्यूएआई) द्वारा प्रदान की गई कॉस्ट मैनेजमेंट एकाउंटेंसी परीक्षा में इंटरमीडिएट स्तर या यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से एमबीए (फाइनेंस) या यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम कुल मिलाकर सामान्य वर्ग के उम्मीदवार 60% अंकों से एवं एससी/एसटी उम्मीदवार 55% अंकों से कॉमर्स में पोस्ट ग्रेजुएट हो.
अकाउंट अप्रेंटिस के लिए कितनी है आयु सीमा?
अकाउंट अप्रेंटिस बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 27 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष या अधिक भी हो सकती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
अकाउंट अप्रेंटिस के लिए चयन प्रक्रिया
अकाउंट अप्रेंटिस के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड, ऑनलाइन लिखित परीक्षा और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. हालांकि, यदि अस्थायी भर्ती की स्थिति में संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग शैक्षणिक रिकॉर्ड और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर ही कर सकता है.
कितनी मिलती है अकाउंट अप्रेंटिस को सैलरी?
अकाउंट अप्रेंटिस के पद पर अप्रेंटिस के दौरान उम्मीदवारों को रु. 25000 – 30000 प्रतिमाह का स्टाइपेंड दिया जाता है. हालांकि, अप्रेंटिस की अवधि को सफलतापूर्वक पूरा करने वाले प्रशिक्षुओं को आवश्कतानुसार स्केल-I ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति दी जाती है, जिसके बाद सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में मिलने वाले स्केल-I ऑफिसर के पद के अनुरूप सैलरी दी जाती है.
अकाउंट अप्रेंटिस की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
अकाउंट अप्रेंटिस का पद केंद्र और राज्य सरकार के अधीन विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रमों (पीएसयू) में होने के कारण इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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