माध्यमिक शिक्षा परिषद (उत्तर प्रदेश) द्वारा निर्धारित मुल्यांकन पैटर्न:2016
(Secondary Education Council (Uttar Pradesh), Marking Pattern: 2016)
कक्षा – 10th ( Class – 10th)
यहाँ हमने हाई स्कूल के नए पाठ्यक्रम में अंक-वितरण पैटर्न का उल्लेख किया है:
क्रम संख्या |
सवालों के प्रकार |
प्रतिशत मात्रा |
1. |
बहु-विकल्पीय प्रश्न (MCQ) |
09 % |
2. |
अति लघु उत्तरीय प्रश्न प्रकार – 1 (VSA) |
29 % |
3. |
अति लघु उत्तरीय प्रश्न प्रकार- 2 (VSA) |
|
4. |
लघु उत्तरीय प्रश्न (SA) |
45 % |
5. |
विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (LSA) |
17 % |
अनिवार्य विषय (Compulsory Subjects) :
- विज्ञान
- गणित
- सामाजिक विज्ञान
- हिन्दी
- अंग्रेज़ी
माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश ने सत्र 2011-12 से सतत एवं व्यापक मुल्यांकन प्रणाली को हाईस्कूल स्तर पर लागू करने का निर्णय लिया है | जिसके तहत 70 अंको की लिखित परीक्षा तथा 30 अंको का प्रयोगिक एवं आंतरिक मुल्यांकन होगा जो वर्तमान सत्र से लागू है | आंतरिक मुल्यांकन हेतु विद्यालय स्तर पर शैक्षणिक सत्र मे प्रत्येक दो माह में (प्रथम मासिक परीक्षा अगस्त माह के अंति सप्ताह में , द्वतीय मासिक परीक्षा अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में और तृतीय मासिक परीक्षा दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में) तीन मासिक परीक्षण किये जायेंगे |

प्रयोगात्मक विषय (Practical Subjects) – गृह विज्ञान , विज्ञान , संगीत गायन संगीत वादन, कृषि, सिलाई , कंप्यूटर में आंतरिक मुल्यांकन निम्नवत होगा |
- प्रयोगात्मक परीक्षा (Practical Exam) - 15 अंक (3 प्रयोग प्रत्येक 05 अंक )
- प्रोजेक्ट कार्य (Project Work) – 15 अंक (3 प्रोजेक्ट प्रत्येक 05 अंक )
प्रत्येक मासिक परीक्षा में एक प्रयोग और एक प्रोजेक्ट का मुल्यांकन किया जायेगा |
शेष अन्य विषय (Other Subjects) – गणित , सामाजिक विज्ञान , प्रारम्भिक गणित , वाणिज्य , चित्रकला , रंजनकला तथा मानव विज्ञान में आंतरिक मुल्यांकन निम्नवत होगा |
- प्रोजेक्ट कार्य (Project Work) - 15 अंक (3 प्रोजेक्ट प्रत्येक 05 अंक )
- मासिक परीक्षा (Monthly Exam) – 15 अंक (3 मासिक परीक्षा प्रत्येक 05 अंक )
इन विषयों के अतिरिक्त खेल एवं शारीरिक शिक्षा विषय विद्यालय स्तर पर करायी जाएगी जिसमे 50 अंको का केवल एक प्रश्न-पत्र होगा | इसके अतिरिक्त 50 अंको की प्रयोगात्मक परीक्षा भी संस्था के प्रधान द्वारा ली जाएगी | प्रत्येक परीक्षार्थी को खेल एवं शारीरिक शिक्षा विषय की परीक्षा में न्यूनतम उत्तीर्णांक 33 प्रतिशत पाना अनिवार्य होगा |
व्यक्तिगत परीक्षार्थी की खेल एवं शारीरिक शिक्षा विषय की परीक्षा अग्रसारण/पंजीकरण अधिकारी द्वारा ली जाएगी | पूर्णरूप से नेत्रहीन एवं विकलांग परीक्षार्थी को खेल एवं शारीरिक शिक्षा विषय की परीक्षा से मुक्ति रहेगी |