डिसप्ले जरूरी आंसर सीट का
उत्तर पुस्तिका का डिसप्ले जरूर होना चाहिए। इससे हम उन छात्रों की उत्तर पुस्तिका भी देख सकते हैं, जो कॉलेज में प्रथम स्थान प्राप्त करते हैं और उससे हम यह जान सकते हैं कि उन्होंने कहां बेहतर किया और हमने कहां गलती की! हमें यह भी पता चलेगा कि किस सेक्शन में हमें ज्यादा अंक मिले हैं और किसमें कम! उसी के आधार पर हम कमजोर सेक्शन में और ज्यादा मेहनत करेंगे।
अमलेन्द्र सिंह
एमए, आईपी कॉलेज
अनावश्यक विवाद की आशंका
मेरा मानना है कि स्टूडेंट्स को उत्तर पुस्तिका देनी चाहिए, लेकिन उत्तर पुस्तिका देते समय विशेष सावधानी की जरूरत है। उत्तर पुस्तिका मिलने के बाद कुछ स्टूडेंट्स विवाद भी खडा कर सकते हैं। इस प्रकार की समस्याओं से निपटने के लिए हमें तैयार रहना होगा तथा छात्रों को भी यह कोशिश करनी चाहिए कि वे अनावश्यक विवाद खडा न करें।
पूशाली
बीएससी मैथ्स करोडीमल
उत्तर पुस्तिका का अवलोकन जरूरी
मेरा मानना है कि उत्तर पुस्तिका का अवलोकन जरूरी है, क्योंकि इससे दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में समान अंक प्रणाली लागू हो सकेगी। क्योंकि सभी कॉलेजों के शिक्षक व छात्र दूसरे कॉलेजों के छात्रों की उत्तर पुस्तिका देखकर यह जान सकेंगे कि उनका नंबर देने का स्वरूप व आधार क्या है! कभी-कभी यह होता है कि समान उत्तर होने पर भी कुछ शिक्षक कम अंक देते हैं, तो कुछ ज्यादा।
हेमलता
डीयू ओपन लर्निग
छात्रों के हित में
छात्र-छात्राओं को उत्तर पुस्तिका देखने के लिए जरूर मिलनी चाहिए, क्योंकि कभी-कभी नंबरों के टोटल में गलती हो जाती है। अत: छात्र अपनी उत्तर पुस्तिका देखकर इस बात से संतुष्ट हो जाएंगे कि उनके नंबरों का जोड सही है। वैसे, इससे छात्र यह भी जान सकेंगे कि उनको किसी उत्तर पर ज्यादा अंक मिले हैं, तो क्यों और कम मिले हैं, तो क्यों?
रजनी राणा
एमए दिल्ली विश्वविद्यालय
बिगडेंगे छात्र-शिक्षक संबंध
उत्तर पुस्तिका के वितरण से छात्र-शिक्षक संबंधों में अनावश्यक खटास पैदा होगी। उत्तर पुस्तिका देखने के बाद जब छात्र यह पूछेंगे कि अमुक छात्र को इस उत्तर पर इतने ज्यादा अंक क्यों मिले हैं और उसे इतने कम क्यों, तो छात्रों को इस बारे में संतुष्ट करना बडा मुश्किल काम होगा!
विजय पाण्डेय
एमए, हिन्दी आई. पी कॉलेज
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