मैंने 2009 में बारहवीं पास किया था, लेकिन उसके बाद पढाई जारी नहीं रख सका। मेरी रुचि साइंस व कम्प्यूटर सेक्टर में है। कृपया कोर्स व संस्थान के बारे में सलाह दें।
अखिलेश, इटावा
इन दोनों सेक्टरों में अच्छी संभावनाएं हैं। बेहतर होगा कि आप साधारण ग्रेजुएशन की बजाय कोई जॉब ओरिएंटेड कोर्स कर लें और साथ-साथ इग्नू या किसी अन्य मान्यताप्राप्त संस्थान से डिस्टेंस मोड से ग्रेजुएशन भी करें। कम्प्यूटर से संबंधित कोर्स में आप दिल्ली जैसे महानगर से सैन, नैस, डैस, डी2डी, इवा, डाटा प्रोटेक्टर पर आधारित चिप लेवल हार्डवेयर-नेटवर्किंग का कोर्स कर सकते हैं। कोर्स वहीं करें, जहां कम्प्यूटर लैब में अधिक से अधिक एडवांस तकनीक पर आधारित प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाती हो। अगर किसी अच्छे संस्थान से बीसीए और फिर एमसीए कर सकें तो और बेहतर हो सकता है।
मैं ग्रेजुएट हूं और इन दिनों पीजीडीसीए कर रहा हूं। बचपन से ही मेरा सपना आईपीएस बनने का रहा है। कृपया बताएं कि क्या मैं सिविल सेवा मुख्य परीक्षा पंजाबी लैंग्वेज में दे सकता हूं? इकोनॉमिक्स और सोशियोलॉजी मैंने पंजाबी में पढा है और पंजाबी को अपने लिए आसान समझता हूं। कृपया यह भी बताएं कि इको, सोशियो, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन व पंजाबी में से मुझे कौन से विषय लेने चाहिए?
चरणजीत ढिल्लन
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 22 भाषाओं में से किसी में भी दी जा सकती है। पंजाबी भी इन 22 भाषाओं में शामिल है। हां, यह जरूर है कि एक बार चुन लिए जाने के बाद आपको सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के सभी प्रश्नपत्रों के हल पंजाबी भाषा में ही देने होंगे। ऐसा नहीं है कि आप एक पेपर किसी और भाषा में दें और दूसरा किसी और में। इस बारे में यूपीएससी का स्पष्ट दिशा निर्देश है। ऐसी स्थिति में आपको जिस भाषा में जवाब देना सुविधाजनक लगे, आप उसी में उत्तर दें। जहां तक विषय चयन की बात है तो जिस विषय पर आपकी सबसे अच्छी पकड हो और जिसमें आप अपनी बात बेहतर तरीके से लिख पाएं, उसी का चयन करें।
मैंने बारहवीं एग्रीकल्चर से किया है। मार्क्स अच्छे नहीं हैं। आगे क्या करूं ताकि अच्छा पैसा कमा सकूं?
अमन, उप्र
आप सबसे पहले खुद का मूल्यांकन करें कि आपकी रुचि किन-किन क्षेत्रों में है और आपके आस-पास उनमें कोर्स करने की कितनी गुंजाइश है। इसके बाद ही कोई कदम उठाएं। अगर खुद न समझ में आए तो अपने परिजनों या अध्यापक से परामर्श लें। अगर आगे उच्च शिक्षा नहीं हासिल करना चाहते, तो कोई ऐसा जॉब-ओरिएंटेड प्रोफेशनल कोर्स करने के बारे में सोचें जो सरकारी या निजी क्षेत्र में बेहतर जॉब दिलाने में मददगार हो सके।
मैंने बीकॉम कम्पलीट किया है। एफटीआईआई, पुणे से डायरेक्शन में पीजी डिप्लोमा करना चाहता हूं। इसमें एडमिशन कब होता है और इसकी प्रक्रिया क्या है?
गुरचरण सिंह
पुणे स्थित फिल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विभिन्न कोसरें में प्रवेश के लिए आमतौर पर हर वर्ष मार्च माह में देश के सभी प्रमुख समाचार पत्रों (अंग्रेजी व हिन्दी दोनों) में विज्ञापन प्रकाशित कराए जाते हैं। आप इस दौरान एफटीआईआई की वेबसाइट का भी अवलोकन करके जानकारी हासिल कर सकते हैं और चाहें तो ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं। एफटीआईआई द्वारा फिल्म एवं टीवी में तीन साल का तथा टीवी में एक साल का पीजी डिप्लोमा कोर्स संचालित किया जाता है।
मैंने 2006 में आईटीआई (ड्राफ्ट्समैन सिविल) से किया था, लेकिन मुझे अभी तक कोई अच्छी जॉब नहीं मिली। क्या मुझे अपनी फील्ड बदल लेनी चाहिए?
भूषण गौतम
सबसे पहले तो आप खुद से यह सवाल करें कि क्या आपने जिसमें एडमिशन लिया, उसे अच्छी तरह सीख सके या नहीं? अगर नहीं तो किन कारणों से? आखिर किस कारण आप उस क्षेत्र में महारत नहीं हासिल कर पाए? आज घोर प्रतिस्पर्धा का जमाना है। कोई भी फील्ड इससे बची नहीं है। अच्छी नौकरी के साथ अच्छी सैलरी पाने के लिए किसी भी काम में परफेक्शन की बहुत जरूरत होती है। काम कोई छोटा या बडा नहीं होता है। यदि आप उसे लगन व ईमानदारी से करते हैं, तो न सिर्फ उसे अच्छी तरह पूरा करेंगे बल्कि इससे आपका कॉन्फिडेंस लेबल भी बढता जाता है। इस नजरिए से देखते हुए काम में पारंगत होने की कोशिश करें और फिर देखें कि आपको बढिया काम क्यों नहीं मिलता? अगर इसमें किसी भी तरह मन न लगे, तभी फील्ड बदलने का विचार अपने मन में लाएं।
मैंने प्राइवेट एमकॉम की परीक्षा दी है और चार साल से एक दुकान पर एकाउंटेंट की नौकरी भी कर रहा हूं, पर अपने कॅरियर को लेकर चिंतित हूं। किस क्षेत्र में आगे बढूं कि कम समय में कामयाबी मिल जाए? क्या एलएलबी या सीएस कर लूं या कोई और कोर्स? वैसे अकाउंट्स में अधिक रुचि है।
बिरेन्द्र कुमार, इलाहाबाद
आपके पत्र से ऐसा लगता है कि करियर के इस टर्निंग प्वाइंट पर आकर आप दुविधा के शिकार हो गए हैं और जल्दबाजी में भी हैं। आप ठंडे दिमाग से सोचें, जब आप अकाउंट्स के क्षेत्र में काम कर रहे हैं, इसमें आपकी रुचि भी है और आपने एमकॉम भी कर लिया है तो फिर फील्ड क्यों बदलने को बेकरार हैं। आप इसी में अपनी विशेषज्ञता बढाने की क्यों नहीं सोचते। बेहतर तो यही होगा कि आप अकाउंटेंट का काम करते हुए सीए यानी चार्टर्ड अकाउंटेंड या सीएस यानी कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स करने के बारे में सोचें। इनमें से कोई कोर्स ऐसा नहीं है, जिसके लिए आपको रेगुलर क्लास करना पडे। अगर आप आगे कामयाबी की सीढियां चढना चाहते हैं, तो धैर्यपूर्वक योजना बनाएं और उस पर ईमानदारी से अमल करें। (कोर्स व कॅरियर से संबंधित अपने सवाल josh@jagran.com पर आप मेल कर सकते हैं)
अरुण श्रीवास्तव
काउंसलर कॉर्नर
मैंने 2009 में बारहवीं पास किया था, लेकिन उसके बाद पढाई जारी नहीं रख सका
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