उनका जीवन सुधरेगा
नासमझी में आकर कई बार लोग गलत कदम उठा लेते हैं, जिसका उन्हें पछतावा होता है। सजा भुगतने के बाद अपने परिवार के पालन पोषण के लिए नौकरी की तलाश होती है। उनके पिछले जीवन की जानकारी होने पर कंपनियां उन्हें नौकरी नहीं देती। जिस कारण कई बार वह दोबारा गलत रास्ता अपनाने की ओर अग्रसर होने लगते हैं। उन्हें नौकरी देकर कंपनियां उनके जीवन को सुधारने का काम कर रही हैं।
लतीफ
अन्य जेलों में भी लागू करें
कैदियों के जीवन को सुधारने के लिए उन्हें नौकरी देकर कंपनियों द्वारा अच्छा प्रयास किया जा रहा है। सजा भुगतने के बाद उन्हें अच्छे जीवन के लिए नौकरी की तलाश होती है। नौकरी देकर कंपनियां अच्छा काम कर रही है। नौकरी मिल जाने के बाद गलत रास्ते पर जाने की बजाए वह अच्छा मार्ग चुनेंगे। इसे अन्य जेलों में भी लागू किया जाना चाहिए।
राहुल
खुले दिल से स्वागत
कैदियों को समाज की मुख्यधारा से जोडने के लिए निजी कंपनियों ने पहल की है। उनके इस फैसला का सभी को खुले दिल से स्वागत करना चाहिए। समाज के अन्य वर्गो को भी इस दिशा में नए प्रयास करने चाहिए। कैदी भी इंसान हैं, सुधरने का एक मौका इन्हें जरूर दिया जाना चाहिए। इस तरह की समाज सुधारक योजनाओं से कैदियों को दोबारा से अपराध की दुनिया में जाने से रोका जा सकेगा।
हरीश नैनवाल
कंपनियों का अच्छा काम
कोई भी इंसान जन्मजात अपराधी नहीं हो सकता है। परिस्थितियां और जीवन में आए मोड कुछ लोग झेल नहीं पाते हैं, और अपराध की राह पकड लेते हैं। ऐसे लोगों को दोबारा अपराध की राह पकडने से रोकने के लिए निजी कंपनियों का अच्छा प्रयास है। इससे आपराधिक रिकॉर्ड होने के बाद भी कैदियों को स्वस्थ जीवन बिताने की प्रेरणा मिलेगी।
आशिमा
जोश डेस्क
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