पानी जीवन का आधार है। पानी बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। संकेत भी मिल रहे हैं कि भविष्य का विश्वयुद्ध पानी के लिए ही होगा। विश्व में पानी को लेकर समस्याएं भले ही बढ रही हों, लेकिन इस फील्ड में कॅ रियर की अपार संभावनाएं हैं। एक जल वैज्ञानिक के रूप में आप जहां पानी पर कई प्रयोग कर सकते हैं, वहीं सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में अच्छे वेतन के साथ बेहतर जॉब भी पा सकते हैं। यदि आप इस फील्ड में कॅरियर बनाना चाहते हैं तो आपको जल विज्ञान में कोर्स करना होगा। जल विज्ञान अपने आप में वृहद शाखा है, जिसका अध्ययन कॅरियर को ऊंचाइयां दे सकता है।
क्या है वाटर साइंस
जल विज्ञान से जुडे विशेषज्ञ वाटर साइंटिस्ट कहलाते हैं। जल विज्ञान पानी की पृथ्वी और भूमिगत क्रियाओं से संबंधित विज्ञान है। इसमें पृथ्वी पर उपस्थित खनिजों और चत्रनों के साथ पानी की जैविक, रासायनिक और भौतिक क्रियाओं के साथ-साथ जीव शरीर-रचनाओं की पारस्परिक क्रियाएं शामिल हैं। जल विज्ञान की कई शाखाएं हैं, जिसमें हाइड्रो मिटियोरोलॉजी, हाइड्रो इन्फॉरमैटिक्स जल विज्ञान, रासायनिक जल विज्ञान, भूतल जल-विज्ञान, पारिस्थितिकी जल विज्ञान प्रमुख हैं। जल विज्ञान के अंतर्गत हाइड्रोजिओलॉजी, ड्रेनेज बेसिन मैनेजमेंट, हाइड्रोमिटिरोलॉजी और जल गुणवत्ता से संबंधित विषय आते हैं।
वाटर साइंस का क्रेज
भारत ही नहीं विश्व में वाटर साइंस का काफी क्रेज है। यही कारण है कि इसमें प्रवेश के लिए युवाओं की संख्या में आज बढोत्तरी हुई है। यदि आप वाटर साइंस या इससे संबंधित किसी कोर्स में दाखिला लेते हैं तो वहां से निकलने के बाद बेहतर सैलरी पर नौकरी पा सकते हैं। अच्छे संस्थान से पास होने के बाद युवाओं की मांग विदेशों में भी खूब है।
कौन से हैं कोर्स
देश भर की कई यूनिवर्सिटी जल-विज्ञान और जल-संसाधन विषयों में स्नातक और स्नातकोत्तर कोर्स संचालित करती हैं। इनमें से ज्यादातर कोर्स पूर्ण-कालिक हैं, लेकिन कुछ में अंश-कालिक तौर पर प्रवेश लिया जा सकता है। देश में सीधे तौर पर जल विज्ञान का कोई अलग से कोर्स नहीं है, लेकिन जल विज्ञान के संबंध में सिविल इंजीनियरिंग,भूगोल, पर्यावरणीय विज्ञान तथा पर्यावरणीय प्रबंधन के कार्यक्रम के एक भाग के तौर पर अध्ययन की अच्छी व्यवस्था है। यह भूविज्ञान, मृदा विज्ञान और पारिस्थितिकी डिग्रियों से भी जुडा विषय क्षेत्र है। जल-विज्ञानी के रूप में प्रशिक्षण के लिए अनिवार्य पाठ्यक्रमों में रसायन विज्ञान, भौतिकी, गणन, जल गुणवत्ता, जल विज्ञान, द्रव-इंजीनियरिंग और मौसम विज्ञान शामिल हैं।
क्या करते हैं वाटर साइंटिस्ट
पानी के नमूने लेकर उसका रासायनिक विश्लेषण करने के साथ जलीय पर्यावरण की सुरक्षा, निगरानी और प्रबंधन के लिए योजनाएं बनाना वाटर साइंटिस्ट अर्थात जल वैज्ञानिक का कार्य है। वाटर साइंस के तहत डाटा की व्याख्या तथा विश्लेषण संबंधी गतिविधियां शामिल हैं, जिसे जल-वैज्ञानिक निरंतर उनकी जांच करके भौतिक प्रक्रियाओं की अनुकरणात्मकता के लिए गणितीय मॉडल का प्रयोग करते हैं। इसके अलावा पानी के नमूने लेकर उनका रासायनिक विश्लेषण करने के साथ नदियों तथा झीलों की स्थितियों की निगरानी,शोध भी इनके ही कार्यो में आता है। एक वाटर साइंटिस्ट बर्फ तथा ग्लेशियरों,सूखा बाढ का अध्ययन, उसके कारणों और इससे उत्पन्न समस्याओं के निदान के लिए भी कार्य करता है।
स्किल्स हैं महत्वपूर्ण
यदि आप जल में भविष्य तलाश रहे हैं तो स्किल्स का महत्वपूर्ण रोल है। इस फील्ड में यह स्किल्स हैं जरूरी..
दृढ प्रतिज्ञ होना
सहनशीलता
टीम वर्क की भावना
प्रभावशाली कम्युनिकेशन
बेहतर विश्लेषण कौशल
कहां हैं संभावनाएं
वाटर में पोस्टग्रेजुएशन करके आप शिक्षण और अनुसंधान को कॅरियर के रूप में चुन सकते हैं। सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं में वाटर साइंटिस्ट को बेहतर पैकेज पर रखा जाता है। परामर्शदाता के रूप में भी भविष्य संवारा जा सकता है। इसके अलावा आप यूटिलिटी कंपनियों और सार्वजनिक प्राधिकरण के साथ जुडकर भी जलापूर्ति और सीवरेज सेवाएं प्रदान कर सकते हैं।
कहां से करें कोर्स
आईआईटी, रूडकी, उत्तराखंड
इग्नू, नई दिल्ली
दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, दिल्ली
अन्ना यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु।
इंजीनियरिंग कॉलेज, रायपुर, छत्तीसगढ
एम. एस. बडौदा यूनिवर्सिटी, वडोदरा
आन्ध्र यूनिवर्सिटी, विशाखापत्तनम
अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, अन्नामलाई नगर
जोश डेस्क
पानी में जॉब
पानी जीवन का आधार है पानी बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते
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