चंद्रयान-2: लॉन्चिंग देखने हेतु 7500 लोगों ने कराया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

Jul 22, 2019, 13:56 IST

इस प्रक्षेपण को देखने के लिए एक गैलरी बनाई गई है. श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पास बनी इस गैलरी से लोग लाइव चंद्रयान का प्रक्षेपण देख सकेंगे.

Chandrayaan 2 launch Live
Chandrayaan 2 launch Live

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने हाल ही में आम जनता को भी चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण देखने की अनुमति दे दी है. इस प्रक्षेपण को देखने के लिए कुल 7,500 लोगों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है.

इस प्रक्षेपण को देखने के लिए एक गैलरी बनाई गई है. श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पास बनी इस गैलरी से लोग लाइव चंद्रयान का प्रक्षेपण देख सकेंगे. इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने हेतु जिन लोगों ने अपना रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण) कराया है, उसमें दक्षिण भारत समेत देश के तमाम अन्य हिस्सों के लोग शामिल हैं.

हाल ही में इसरो ने आम जनता को भी प्रक्षेपण देखने की अनुमति दे दी है. इस प्रक्षेपण को देखने के लिए एक गैलरी बनाई गई है. गैलरी की क्षमता हालांकि लगभग 10,000 लोगों की है. इसरो की योजना यह संख्या धीरे-धीरे बढ़ाने की है. इसरो के एक अधिकारी ने कहा कि चंद्रयान -2 को ले जाने वाले रॉकेट को आसमान की ओर बढ़ते देखना एक आश्चर्यजनक अनुभव होगा.

इसरो द्वारा आंध्र प्रदेश सरकार से शटल चलाने का आग्रह

इसरो द्वारा आंध्र प्रदेश सरकार से सुल्लुरुपेटा और प्रक्षेपण स्थल के बीच शटल चलाने का आग्रह किया गया है, जिससे वहां आने वाले लोगों को परेशानी न हो. इसरो ने प्रक्षेपण देखने आने वालों के परिवहन के साधनों की जानकारी लेते हुए पार्किंग की व्यवस्था की है.

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चंद्रयान-2 की मुख्य बातें:

•   भारत का मिशन चंद्रयान-2 रोबोटिक अंतिरिक्ष खोज की दिशा में देश का पहला कदम है. चंद्रयान-2 लगभग 6,000 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चांद की परिक्रमा करते हुए स्वयं अपनी चाल को कम और ज्यादा करने की क्षमता होगी. यह पूरा काम 16 मिनट के भीतर होगा और उतरते समय यह स्वयं ही उतरने की जगह भी सुनिश्चित करेगा.

   चंद्रयान-2 किसी खगोलीय पिंड पर उतरने वाला इसरो का पहला अभियान है. यह साल 2008 में प्रक्षेपित चंद्रयान-1 की ही अगली भाग है. चंद्रयान-2 दस साल के भीतर भारत का चंद्रमा पर भेजा जाने वाला दूसरा अभियान है.

   चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-2 पानी के प्रसार और मात्रा का अध्ययन करेगा. यह मौसम का भी अध्ययन करेगा. चंद्रमा की सतह में उपस्थित खनिजों और रासायनिक तत्‍वों का अध्‍ययन के साथ-साथ चंद्रमा के बाहरी वातावरण का भी अध्ययन करेगा.

   चंद्रयान-2 मिशन लॉन्च होने के बाद भारत अंतरिक्ष अभियान में अमेरिका, रूस और चीन के समूह में शामिल हो जाएगा. चंद्रयान-2 का वजन 3,877 किलो होगा. चंद्रयान-2 एक अंतरिक्ष यान है.

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Vikash Tiwari is an content writer with 3+ years of experience in the Education industry. He is a Commerce graduate and currently writes for the Current Affairs section of jagranjosh.com. He can be reached at vikash.tiwari@jagrannewmedia.com
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