केन्द्रीय भारी उद्योग और लोकउद्यम मंत्री अनंत जी गीते ने 18 मई 2017 को औपचारिक रूप से ओरागडम, चेन्नई में टेस्ट ट्रैक सुविधा का उद्घाटन किया.
ग्लोबल ऑटोमेटिव रिसर्च सेंटर (जीएआरसी) ने टेस्ट ट्रैक सुविधा विकसित की है. इस सुविधा को सीएमवीआर 1989 सर्टिफिकेट के अंतर्गत अधिसूचित किया गया है. टेस्ट ट्रैक की इस पूरी परियोजना की लागत 193.25 करोड़ रुपये है.
ग्लोबल ऑटोमोटिव रिसर्च सेंटर, नेशनल ऑटोमोटिव टेस्टिंग एवं आर एंड डी इन्फ्रा प्रोजेक्ट (एनएटीआरआईपी) के तहत कार्यरत एक संस्था है.
ऑटोमोटिव सेक्टर में एनएटीआरआईपी भारत सरकार के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है. इसमें केंद्र सरकार, विभिन्न राज्य सरकारें तथा भारतीय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के विभिन्न ब्रांड सम्मिलित हैं. इसमें टेस्टिंग, उपयोगिता एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर की आर एंड डी पर विशेष बल दिया जाता है.
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य भारत में ऑटोमोटिव क्षेत्र में मूल वैश्विक दक्षताएं बनाने और विश्व में भारत को मोटर इंडस्ट्री के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बनाना है.
ग्लोबल ऑटोमोटिव रिसर्च सेंटर
• इसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार, सभी श्रेणियों के वाहनों, प्रणालियों और घटकों को प्रमाणित करने के लिए टेस्ट ट्रैक सुविधाएं हैं.
• इसे विभिन्न वाहन निर्माता कम्पनियों के नजदीक बनाया गया है. कम्पनियों में हुंडई, डेमलर, रेनोल्ट, निसान, फोर्ड, बीएमडब्ल्यू, मित्सुबिशी एवं अन्य कम्पनियां शामिल हैं.
• इसे भारत सरकार द्वारा सीएमवीआर के अंतर्गत टेस्टिंग रूल नंबर 126 द्वारा प्रमाण दिया गया है.
• भारत सरकार द्वारा चेन्नई में स्थित ईकाई 963 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गयी भारत की सबसे महत्वपूर्ण ईकाईयो में से एक है.
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