Chhatrapati Shivaji Jayanti 2022: मराठा साम्राज्य के सबसे महान योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की आज (19 फरवरी 2022) 392वीं जयंती है. देशभर में राष्ट्र के महान मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती बहुत ही धूमधाम से मनाई जाती है.
शिवाजी की जयंती (Chhatrapati Shivaji Jayanti) को बड़े पैमाने पर महाराष्ट्र में शिव जयंती के रूप में मनाया जाता है. प्रत्येक साल, महाराष्ट्र में एक सार्वजनिक अवकाश का दिन, राज्य भर में विशाल बाइक रैली के साथ भव्य तरीके से मनाया जाता है. हर साल 19 फरवरी को मराठा राजा की जयंती को चिह्नित करने हेतु महाराष्ट्र एवं देश के अन्य हिस्सों में ‘शिव जयंती’ बहुत खुशी के साथ मनाई जाती है.
छत्रपति शिवाजी महाराज से संबंधित रोचक बातें
छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम ‘शिवई’ के नाम पर रखा गया था. मराठा राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज को उनके प्रशासन, साहस एवं युद्ध कौशल हेतु जाना जाता है.
वे अपनी मराठा सेना के माध्यम से गुरिल्ला लड़ने की तकनीक पेश करने वाले पहले व्यक्ति थे. वे एक उत्कृष्ट युद्ध रणनीतिकार थे. आपको बता दें कि उनके पिता ने दो हजार पुरुष सेना दी थी, जिनको उन्होंने दस हजार सैनिकों में परिवर्तित कर दिया था.
उन्होंने हमेशा जरूरतमंदों एवं गरीबों के लिए काम किया और अपने क्षेत्र में एक महान नागरिक शासन स्थापित किया. अपनी सेना में उन्होंने गरीबों को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया.
सभी धर्मों का समान रूप से शिवाजी सम्मान करते थे. उन्होंने कभी किसी धार्मिक स्थल पर हमला नहीं किया था. शिवाजी जबरन धर्म परिवर्तन के विरुद्ध थे.
उन्होंने कोंकण क्षेत्र की रक्षा हेतु जयगढ़, विजयदुर्ग, सिंधुदुर्ग और समुद्र तट पर कई अन्य स्थानों पर नौसैनिक किले भी बनवाए. मराठा साम्राज्य के संस्थापक को औपचारिक रूप से 06 जून 1674 को रायगढ़ के छत्रपति के रूप में ताज पहनाया गया था.
आपको बता दें कि पहला शिवाजी जयंती समारोह पुणे में आयोजित किया गया था. कई दिनों तक छत्रपति महाराज तेज बुखार से पीड़ित रहे. उन्होंने 03 अप्रैल 1680 को अंतिम सांस ली.
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