हैदराबाद स्थित बायोलॉजिकल ई लिमिटेड को 02 सितंबर, 2021 को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से अपने COVID-19 वैक्सीन कॉर्बेवैक्स के लिए चरण 2 और 3 क्लिनिकल परीक्षण 5 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों पर कुछ निर्धारित शर्तों के साथ परिक्षण करने की मंजूरी मिल गई है.
बायोलॉजिकल ई लिमिटेड को विषय विशेषज्ञ समिति की सिफारिश के बाद भारत में बच्चों पर COVID वैक्सीन चरण 2/3 परीक्षण करने की अनुमति मिल गई है.
कॉर्बेवैक्स वैक्सीन: आपके लिए सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी
बायोलॉजिकल ई का एंटी-कोरोना वायरस टीका कॉर्बेवैक्स एक आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है, जो वर्तमान में वयस्कों पर चरण 2/3 नैदानिक परीक्षणों से गुजर रहा है.
यह कैसे काम करता है?
बायोलॉजिकल ई के COVID वैक्सीन उम्मीदवार में CpG 1018 प्लस एलम (फिटकरी) के साथ तीन खुराक स्तरों पर SARS-CoV-2 स्पाइक प्रोटीन का रिसेप्टर-बाइंडिंग डोमेन शामिल है.
कॉर्बेवैक्स की डोज़ देने की निर्धारित अवधि क्या है?
यह बायोलॉजिकल ई का COVID वैक्सीन 28 दिनों के अंतराल में इंट्रा-मस्क्युलर इंजेक्शन के माध्यम से दो खुराक में दिया जाएगा.
बायोलॉजिकल ई का चरण I/II नैदानिक परीक्षण
बायोलॉजिकल ई के COVID वैक्सीन चरण I/II क्लिनिकल परीक्षण के द्वारा 18 से 65 वर्ष की आयु के लगभग 360 स्वस्थ लोगों में वैक्सीन लगाकर, उम्मीदवार की सुरक्षा और प्रतिरक्षण क्षमता, या प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को प्रेरित करने की क्षमता का मूल्यांकन किया जाएगा.
फंड
केंद्र के जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने 100 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता अनुदान के रूप में देकर इस दवा निर्माता को वित्तीय सहायता प्रदान की है. विभाग ने अपने अनुसंधान संस्थान ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (THSTI), फरीदाबाद के माध्यम से सभी पशु चुनौती और परख अध्ययन करने के लिए बायोलॉजिकल ई के साथ भागीदारी की है.
पृष्ठभूमि
बायोलॉजिकल ई द्वारा COVID-19 वैक्सीन के प्रकार के विकास को केंद्र द्वारा प्रीक्लिनिकल चरण से चरण 3 के अध्ययन तक समर्थन दिया गया है.
मंत्रालय ने 30 करोड़ वैक्सीन खुराक आरक्षित करने के लिए हैदराबाद स्थित वैक्सीन निर्माता के साथ व्यवस्था को अंतिम रूप दिया है.
Zydus Cadila को बच्चों का टीकाकरण करने के लिए प्राप्त हुआ EUA
•Zydus Cadila की सुई-मुक्त COVID-19 वैक्सीन ZyCoV-D को भारत में पहले ही 12-18 वर्ष की आयु के बच्चों का टीकाकरण करने के लिए आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (EUA) प्राप्त हो चुका है.
• अक्टूबर के पहले सप्ताह से बच्चों को टीका लगना शुरू हो जाएगा.
• इसके अलावा, भारत बायोटेक का कोवैक्सिन भी बच्चों के लिए चरण 2 और 3 परीक्षणों से गुजर रहा है और इसके परिणाम सितंबर में आने की उम्मीद है.
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