Indian Economy: यूके की सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (CEBR) की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2035 तक भारत की इकॉनमी $10-ट्रिलियन तक पहुँच जाएगी. साथ ही इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2037 तक भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी होगी.
सेंटर फॉर इकोनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च रिपोर्ट के 14वें संस्करण को हाल ही में जारी किया गया है. जिसमें भारत की इकॉनमी पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी है. इस रिपोर्ट की माने तो भारत तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनने की रह पर है. भारत वर्तमान में विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनमी है.
Centre for Economics and Business Research (CEBR), a British consultancy says India to become third largest economy by 2035 from the current fifth spot.
— All India Radio News (@airnewsalerts) December 27, 2022
CEBR रिपोर्ट, हाइलाइट्स:
इस रिपोर्ट के अनुसार भारत अपनी इकॉनमी ग्रोथ गति में अजेय है और 2035 तक 10 ट्रिलियन डॉलर की आर्थिक महाशक्ति बन जायेगा. सीईबीआर की इस रिपोर्ट के अनुसार भारत वर्ष 2037 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन जायेगा.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले पांच वर्षों में भारत की वार्षिक जीडीपी ग्रोथ औसत 6.4% होने की उम्मीद है. साथ ही अगले नौ वर्षों में विकास दर औसतन 6.5% रहने की उम्मीद है.
रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस के दौर में भारत में विश्व स्तर पर तीसरी सबसे ज्यादा मौत हुई थी जिसका असर देश की इकॉनमी पर भी देखने को मिला था. कोविड महामारी के कारण वित्तीय वर्ष 2020/21 में उत्पादन में 6.6% की कमी दर्ज की गयी जो इकॉनमी डाउनफॉल का कारण बना.
CEBR की पिछली रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत वर्ल्ड इकॉनमी रैंक में सुधार करेगा और वर्ल्ड इकॉनमी लीग टेबल (World Economic League Table) में भी अपनी रैंकिंग को इम्प्रूव करेगा.
रिपोर्ट के अनुसार, भारत की अधिकांश मौजूदा मुद्रास्फीति दर उच्च खाद्य कीमतों को दर्शाती है जो किसी भी G20 देश की तुलना में अधिक है.
इंफ्लेशन कंट्रोल के लिए RBI का उपाय:
विशेष रूप से, वर्ष 2022 में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने इंफ्लेशन को अपने लक्ष्य सीमा पर वापस लाने के लिए लगातार ब्याज दरों में वृद्धि कर रहा है. हाई इंटरेस्ट रेट सार्वजनिक ऋण को प्रभावित करेगा. CEBR ने अपनी रिपोर्ट में भी कहा है कि सरकारी ऋण वर्तमान में जीडीपी का 83.4% है, जिसमें उच्च राजकोषीय घाटा 2022 में सकल घरेलू उत्पाद का 9.9% है.
चीन की इकॉनमी पर रिपोर्ट में क्या है?
चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में सामान्य प्रोडक्शन परफोर्मेंस के बावजूद चीन की अनुमानित मुद्रास्फीति 11.6% थी. इसलिए चीन को एक संभावित स्थिर मुद्रास्फ़ीति का सामना करना पड़ रहा है. चीन की अर्थव्यवस्था 2022 में 3.2 प्रतिशत के साथ बढ़ी है.
2036 तक चीन बन सकता है सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था:
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में, चीन की वृद्धि धीमी होने और अमेरिका के मजबूत रहने की उम्मीद है. साथ ही इस इसमें यह भी अनुमान लगाया गया है कि सबसे बड़ी इकॉनमी के रूप में चीन यूएसए को 2036 में पीछे छोड़ सकता है. बेस डेटा की अनिश्चितता और दोनों अर्थव्यवस्थाओं के स्ट्रक्चर में अंतर को देखते हुए इस ओवरटेकिंग का मतलब बहुत कम है.
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