सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस ने लंदन स्थित उत्पाद डिजायन एवं उपभोक्ता अनुभव कंपनी ब्रिलिएंट बेसिक्स का अधिग्रहण कर लिया है. इन्फोसिस भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी है.
इन्फोसिस ने इस अधिग्रहण की जानकारी दी. इन्फोसिस के अनुसार इस अधिग्रहण से उसे अपने डिजिटल स्टूडियो कारोबार को वैश्विक स्तर पर विस्तृत करने में मदद मिलेगी. यह कारोबार वैश्विक उपभोक्ताओं को पूरी तरह से डिजिटल बदलाव समाधान की जरूरतें पूरी करने पर केंद्रित है. कंपनी ने इस अधिग्रहण की घोषणा इसी साल 3 अगस्त 2017 को की.
प्रमुख तथ्य-
• सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस ने ब्रिलिएंट बेसिक्स का यह अधिग्रहण 75 लाख पाउंड में नकद किया है.
• इस अधिग्रहण में भविष्य में होने वाले मुनाफे पर आधारित राशि तथा कर्मचारियों को बनाए रखने की राशि भी सम्मिलित है.
• इन्फोसिस के पास बेंगलुरु, पुणे, न्यूयॉर्क, लंदन और मेलबोर्न में डिजिटल स्टूडियो हैं.
ब्रिलिएंट बेसिक्स के बारे में-
• ब्रिलिएंट बेसिक्स की स्थापना 2012 में की गई थी तथा इसकी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी प्रबंधन नियंत्रित थी.
• ब्रिलिएंट बेसिक्स के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास ही 85.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है. इसके डिजिटल स्टूडियो लंदन और दुबई में हैं.
इनफ़ोसिस के बारे में-
• इन्फोसिस लिमिटेड एक बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी है जिसका मुख्यालय बेंगलुरु, भारत में स्थित है.
• यह भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है.
• इसके भारत में 9 विकास केन्द्र हैं और दुनिया भर में 30 से अधिक कार्यालय हैं.
• इन्फोसिस की स्थापना 02 जुलाई 1981 को पुणे में एन आर नारायण मूर्ति द्वारा की गई. इनके साथ और छह अन्य लोग थे, नंदन निलेकणी, एन एस राघवन, गोपालकृष्णन, एस डी.शिबुलाल, के दिनेश और अशोक अरोड़ा.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation