New CBI Director: कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद (Praveen Sood) को 2 साल के कार्यकाल के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का नया निदेशक नियुक्त किया गया. सूद 1986 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं.
केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के एक आदेश के अनुसार वह इस पद पर अगले दो साल के लिए रहेंगे. वह सीबीआई के मौजूदा निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल 25 मई को समाप्त हो रहा है.
बता दें कि मौजूदा निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल को 26 मई, 2021 को सीबीआई का निदेशक बनाया गया था. महाराष्ट्र कैडर के 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी जायसवाल मुंबई पुलिस के आयुक्त रह चुके है.
Praveen Sood has been appointed as the Director of the Central Bureau of Investigation (CBI) for a period of two years: CBI pic.twitter.com/9Wv5MlNoLp
— ANI (@ANI) May 14, 2023
तीन नामों को किया गया था शॉर्टलिस्ट:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की सदस्यता वाली चयन समिति ने सीबीआई के निदेशक पद के लिए 3 नामों को शॉर्टलिस्ट किया था. इनमें कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद, केन्द्रीय अग्निशमन सेवा, सिविल डिफेंस व होमगार्ड्स महानिदेशालय के महानिदेशक ताज हसन और मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना शामिल थे.
उच्चस्तरीय चयन समिति ने अपने आखिरी निर्णय में प्रवीण सूद के नाम पर मोहर लगायी. पैनल में शामिल विपक्ष के सदस्य अधीर रंजन चौधरी ने इस प्रक्रिया पर आपत्ति जताई है. चौधरी ने इस प्रक्रिया में तथाकथित खामियों को दूर करने की मांग की.
Karnataka DGP Praveen Sood (IPS), the top officer from our list of Top 22 Bureaucrats Who Made A Difference in 2022, is appointed as the Director, Central Bureau of Investigation (CBI).
— Bureaucrats India (@BureaucratsInd) May 14, 2023
Our heartiest congratulations.@DoPTGoI @Copsview @DgpKarnataka @SPsofIndia @navneetanand pic.twitter.com/y3IzCXLe9F
सीजेआई चंद्रचूड़ ने क्या कहा?
मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने नियुक्तियों पर अपना विचार रखते हुए कहा कि अधिकारियों के अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर नामों को शॉर्टलिस्ट किया जाना चाहिए. वहीं अधीर रंजन चौधरी ने ने कहा कि सरकार को महिला अधिकारियों के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारीयों के नाम पर भी विचार करना चाहिए.
निदेशक पद के लिए प्रवीण सूद का नाम था सबसे आगे:
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट की मानें तो केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के निदेशक पद के लिए प्रवीण सूद का नाम सबसे आगे चल रहा था. इस बैठक में दिल्ली, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और अन्य राज्यों के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नामों पर भी चर्चा की गयी, लेकिन अंतिम मुहर सूद के नाम पर ही लगी.
कौन है प्रवीण सूद?
प्रवीण सूद 1986 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल हुए थे. उन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री IIT-दिल्ली से पूरी की है.
वह 2004 से 2007 तक मैसूर शहर के पुलिस आयुक्त के रूप में भी कार्य किया है, उस दौरान उन्होंने पाकिस्तान मूल के एक आतंकवादी की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
सूद ने प्रमुख सचिव, गृह विभाग, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, प्रशासन जैसे पदों पर भी कार्य किया है.
बेंगलुरु शहर के पुलिस आयुक्त रहते हुए उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा के लिए 'नम्मा 100' (Namma 100) - एक 'आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली' शुरू की थी.
महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान देते हुए सूद ने महिला पुलिस द्वारा प्रबंधित 'सुरक्षा' ऐप और 'पिंक होयसला' (Pink Hoyasala) लॉन्च करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
इन अवार्ड्स से हो चुके है सम्मानित:
प्रवीण सूद को 1996 में सेवा में उत्कृष्टता के लिए मुख्यमंत्री के स्वर्ण पदक, 2002 में सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक ओर 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया जा चुका है.
सूद के ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, वर्ष 2006 में सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन में उनके योगदान के लिए प्रिंस माइकल इंटरनेशनल रोड सेफ्टी अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है. इसके अलावा उन्हें राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस गोल्ड अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है.
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