ईरान ने कथित तौर पर रूस, चीन, पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्रियों और राजनीतिक प्रतिनिधियों को एक समावेशी सरकार के गठन और अन्य अफगान मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया है.
तालिबान की भागीदारी के बिना ईरान द्वारा 27 अक्टूबर, 2021 को अफगानिस्तान पर एक क्षेत्रीय बैठक की मेजबानी करने की उम्मीद जताई गई है.
अफगानिस्तान के इस्लामिक अमीरात की नई तालिबान सरकार को इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है. तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा, "हमें पता है कि बैठक होगी. यह बैठक पड़ोसियों से संबंधित है, और हमें आमंत्रित नहीं किया गया है."
बैठक का मुख्य एजेंडा
काबुल में ईरानी दूतावास ने एक बयान जारी करके यह कहा था कि, यह बैठक मुख्य रूप से आर्थिक चुनौतियों और एक समावेशी सरकार के गठन और अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता स्थापित करने के साथ ही इसे आतंकवादियों के लिए पनाहगाह बनने से रोकने पर केंद्रित होगी.
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बैठक में किसे आमंत्रित किया जाएगा?
ईरान ने कथित तौर पर रूस, चीन, पाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्रियों और राजनीतिक प्रतिनिधियों को एक समावेशी सरकार के गठन और अन्य अफगान मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया है.
बैठक का महत्त्व
तालिबान के काबुल के अधिग्रहण के बाद, अफगानिस्तान पर होने वाली यह दूसरी क्षेत्रीय बैठक है. पहली बैठक रूस द्वारा आयोजित मास्को प्रारूप बैठक थी. हालांकि, जहां रूस ने तालिबान को तब बैठक के लिए आमंत्रित किया था, वहीं ईरान ने तालिबान प्रतिनिधियों को निमंत्रण नहीं दिया है.
ईरान काबुल में अपने दूतावास और हेरात में वाणिज्य दूतावास को खुला और सक्रिय रखने वाले कुछ ही देशों में से एक है. काबुल में ईरान के अलावा सिर्फ रूस, चीन और पाकिस्तान के दूतावास खुले हैं.
पृष्ठभूमि
इस्लामिक अमीरात के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुताकी ने हाल ही में ईरानी राजदूत बहादुर अमीनियन से मुलाकात की थी और दोनों पक्षों ने राजनीतिक और आर्थिक संबंधों के साथ ही, ईरान में अप्रवासियों की समस्याओं सहित अन्य कई मुद्दों पर चर्चा की थी.
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