Chandrayaan-3 Mission की ओर एक और मजबूत कदम, CE-20 क्रायोजेनिक इंजन की सफल टेस्टिंग
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान- 3 मिशन की ओर एक ओर मजबूत कदम बढ़ाते हुए CE-20 क्रायोजेनिक इंजन का फ्लाइट एक्सेप्टेंस हॉट टेस्ट सफलतापूर्वक पूरा किया है.

ISRO Chandrayaan 3 Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान- 3 मिशन की ओर एक ओर मजबूत कदम बढ़ाते हुए CE-20 क्रायोजेनिक इंजन का फ्लाइट एक्सेप्टेंस हॉट टेस्ट सफलतापूर्वक पूरा किया है.
चंद्रयान- 3 मिशन के मद्देनजर यह एक महत्वपूर्ण टेस्ट था, जो चंद्रयान-3 मिशन के लिए LVM3 लॉन्च व्हीकल के क्रायोजेनिक अपर स्टेज को पावर देगा.
#ISRO successfully conducts flight acceptance hot test of CE-20 cryogenic engine.
— All India Radio News (@airnewsalerts) February 28, 2023
Engine will power Cryogenic Upper Stage of LVM3 launch vehicle for the #Chandrayaan3 mission. Space agency says test was successfully conducted on Feb 24 at @isro Propulsion Complex in Tamil Nadu. pic.twitter.com/I9zxtwZPvx
CE-20 क्रायोजेनिक इंजन टेस्ट, हाइलाइट्स:
CE-20 क्रायोजेनिक इंजन टेस्ट के बारें में इसरो ने बताया कि तमिलनाडु के महेंद्रगिरि में स्थित इसरो प्रणोदन परिसर के हाई एल्टीट्यूड प्रक्षेपण केंद्र में 25 सेकंड की निर्धारित अवधि के लिए फ्लाइट एक्सेप्टेंस हॉट टेस्ट किया गया.
इस परीक्षण में दौरान सभी प्रणोदन पैरामीटर संतोषजनक रहे. इसरो ने आगे बताया कि पूरी तरह से एकीकृत उड़ान क्रायोजेनिक फेज के टेस्ट के लिए क्रायोजेनिक इंजन को प्रणोदक टैंक, फेज स्ट्रक्चर और संबंधित लिक्विड लाइनों के साथ एकीकृत किया जाएगा.
इससे पहले इसरो ने वर्ष की शुरुआत में चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर का का तिरुपति स्थित UR राव सैटेलाइट केंद्र में IMI/EMC टेस्ट को कंडक्ट किया था.
चंद्रयान -3 मिशन के तीन प्रमुख मॉड्यूल:
चंद्रयान -3 इंटरप्लेनेटरी मिशन में तीन प्रमुख मॉड्यूल शामिल है जिसमें प्रणोदन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और रोवर शामिल है. इस मिशन की प्रमुख जटिलता मॉड्यूल के बीच रेडियो-फ्रीक्वेंसी (RF) कम्युनिकेशन लिंक स्थापित करना है, जिस पर इसरो बड़ी निकटता से कार्य कर रहा है.
साल के अंत तक लॉन्चिंग की है योजना:
चंद्रयान-3 मिशन में लैंडिंग और रोवर का रोल काफी अहम है, क्योंकि चंद्रमा की सतह पर लैंडर ही रोवर ही नमूने जुटाने का कार्य करेंगे इसलिए इसका एंड-टू-एंड क्षमता प्रदर्शन जरुरी है. इसरो इस मिशन को इस वर्ष के अंत में प्रक्षेपित करने की तैयारी में है. चंद्रयान-3 मिशन को लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (LVM-3) की मदद से श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लांच किये जाने की योजना है.
इसरो ने चंद्रयान 2 मिशन को ऑर्बिटर, रोवर और लैंडर के साथ डिज़ाइन किया था जिसे GSLV-Mk 3 द्वारा लांच किया गया था. लेकिन लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग नहीं हो पाई जिसके कारण रोवर प्रज्ञान से भी उम्मीदे ख़त्म हो गयी थी.
कोविड-19 के कारण इसरो के मिशन हुए प्रभावित:
कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के कई फेजों की वजह से इसरो की कई प्रोजेक्ट बाधित हुए थे और साथ ही इनके निर्धारित समयसीमा को भी आगे बढ़ाया गया था. चंद्रयान 3 मिशन के साथ साथ भारत का महत्वाकांक्षी गगनयान प्रोजेक्ट भी विलंबित हो गया है.
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