भारत की सुप्रसिद्ध महिला मुक्केबाज एम.सी. मैरी कॉम ने 01 फरवरी 2018 को इंडिया ओपन बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता. पांच बार की विश्व चैंपियन एवं ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम ने दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में खेले गये इस मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता.
मैरीकॉम ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में फिलिपींस की जोसी गाबुको को फाइनल में 4-1 से मात दी. इससे पहले खेले गये सेमीफाइनल मुकाबले में मैरी कॉम ने मंगोल की खिलाड़ी को हराया था.
टूर्नामेंट में भारत के अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन
भारत के 18 मुक्केबाज 18 कार्ड-फाइनल में खेल रहे थे. भारत की पूर्व विश्व एवं एशियाड पदक विजेता असम की पविलाओ बासुमैतरी ने 64 किलोग्राम भार वर्ग में थाईलैंड की सुदापोर्न को 3-2 से हराया. पविलाओ ने वर्ष 2015 में सर्बिया में हुए नेशंस कप में भी स्वर्ण पदक जीता था.
असम की अन्य मुक्केबाज लोवलिना बोरगोहेन ने 69 किलोग्राम भार वर्ग में हमवतन पूजा को हराया. एल सरिता देवी (60 भारवर्ग) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा. उन्हें फिनलैंड की ओलंपिक पदक विजेता मिरा पोटकिनोन ने 3-2 से शिकस्त दी. विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता स्वीटी बूरा (75) को फाइनल में कैमरून की एसेनी क्लोटिल्डे ने मात देकर पोडियम में दूसरे स्थान पर ला दिया. उज्बेकिस्तान के बोबो-उस्मोन बाटुरोव ने वेल्टर वेट कैटिगरी में भारत के दिनेश को मात दी.
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मैरी कॉम के बारे में जानकारी
• मैरी कॉम का जन्म 1 मार्च 1983 को हुआ. वे पांच बार विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता की विजेता रह चुकी हैं.
• मैग्निफिशेंट मैरी कॉम' नाम से मशहूर वह एकमात्र भारतीय महिला मुक्केबाज है जिन्होंने वर्ष 2012 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया और फ्लाईवेट (51 किग्रा) वर्ग में प्रतिस्पर्धा की और कांस्य पदक जीता.
• मैरीकॉम ने अपनी जीवनी में सह-लेखन किया जो वर्ष 2013 में प्रकाशित हुई और फिल्म मैरीकॉम (2014) में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा द्वारा उनके संघर्षशील जीवन को दर्शाया गया था.
• एम सी मैरी कॉम को वर्ष 2003 में अर्जुन पुरस्कार और वर्ष 2006 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया.
• मैरी कॉम वर्ष 2009 में देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न और वर्ष 2013 में तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
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