हुरुन इंडिया ने हाल ही में भारत की लिस्टेड सबसे मूल्यवान प्राइवेट कंपनियों की लिस्ट जारी की है, इस सूची में मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज़ टॉप पोजीशन पर है.
हुरुन इंडिया के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ का कुल बाज़ार पूंजीकरण ₹16,37,327 करोड़ है. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर टाटा ग्रुप की टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का स्थान आता है जिसका कुल बाज़ार पूंजीकरण 11.8 लाख करोड़ रुपये है.
2022 Burgundy Private Hurun India 500: A six-month update on the list launched in December 2022, is now available on our website.#axisbank #BurgundyPrivate #hurunindiahttps://t.co/WyWGIdEg2a pic.twitter.com/lcC4IsIfjQ
— HURUN INDIA (@HurunReportInd) June 20, 2023
देश की सबसे मूल्यवान प्राइवेट कंपनियां:
हुरुन इंडिया की 2022 की बरगंडी प्राइवेट हुरुन इंडिया 500 लिस्ट के अनुसार, अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड देश की सबसे मूल्यवान निजी कंपनी है. वहीं इस लिस्ट में टीसीएस दूसरे और एचडीएफसी बैंक 9.4 लाख करोड़ रुपये के साथ तीसरे स्थान पर है.
भारत की 10 सबसे मूल्यवान लिस्टेड प्राइवेट कंपनियां:
रैंक | कंपनी | वैल्यू (INR Cr) | सीईओ |
1 | रिलायंस इंडस्ट्रीज | 16,37,327 | मुकेश डी. अंबानी |
2 | टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज | 11,76,385 | राजेश गोपीनाथन |
3 | एचडीएफसी बैंक | 9,41,386 | शशिधर जगदीशन |
4 | आईसीआईसीआई बैंक | 6,41,930 | संदीप बख्शी |
5 | आईटीसी | 5,29,682 | संजीव पुरी |
6 | इंफोसिस | 5,19,794 | सलिल पारेख |
7 | एचडीएफसी | 5,08,172 | केकी एम मिस्त्री |
8 | भारती एयरटेल | 4,76,737 | गोपाल विट्ठल |
9 | कोटक महिंद्रा बैंक | 3,84,001 | उदय कोटक |
10 | लार्सन एंड टुब्रो | 3,31,694 | एसएन सुब्रह्मण्यन |
रिलायंस है सबसे बड़ी करदाता:
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ 16,297 करोड़ रुपये के भुगतान के साथ सबसे अधिक टैक्स अदा करती है. सत्र 2022-23 में 67,845 करोड़ रुपये के निचले स्तर के साथ सबसे अधिक लाभांश वाली कंपनी है.
गैर-लिस्टेड सबसे मूल्यवान कंपनी:
वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, 1.92 लाख करोड़ रुपये मूल्य के साथ देश की सबसे मूल्यवान गैर-लिस्टेड कंपनी है. अदार पूनावाला के नेतृत्व वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को पीछे छोड़ते हुए 2 स्थान हासिल किया है. 69,100 करोड़ रुपये मूल्य के साथ बायजू नंबर 3 पर आ गया है.
कैसे तैयार किया गया डेटा:
एक्सिस बैंक के निजी बैंकिंग व्यवसाय, बरगंडी प्राइवेट और हुरुन इंडिया छह महीने की अवधि (30 अक्टूबर, 2022 से 30 अप्रैल, 2023 तक) के दौरान टॉप 500 भारतीय कंपनियों की मार्केट वैल्यू को ट्रैक करती है.
इस लिस्ट में भारत की 500 सबसे मूल्यवान गैर-राज्य-स्वामित्व वाली कंपनियों को स्थान दिया गया है. इन कंपनियों को उनके बाजार पूंजीकरण और मार्केट वैल्यू के आधार पर सूचीबद्ध किया गया है.
कुल मार्केट वैल्यू में आई मामूली गिरावट:
भारत की टॉप 500 कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू में मामूली गिरावट दर्ज की गयी है. 30 अक्टूबर, 2022 तक 227 लाख करोड़ रुपये से यह वैल्यू 6.4 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 212 लाख करोड़ रुपये हो गयी है.
हुरुन की इस रिपोर्ट के अनुसार, सेंसेक्स और अन्य वैश्विक सूचकांकों की तुलना में लिस्ट में शामिल टॉप 10 कंपनियों का कुल मूल्य 71.5 लाख करोड़ रुपये के साथ अपरिवर्तित बना हुआ है. साथ ही यह वैल्यू भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 37 प्रतिशत के बराबर है.
अडानी ग्रुप का क्या है हाल:
तुलनात्मक रूप से, अडानी समूह की आठ कंपनियों की मार्केट वैल्यू में कमी आई है जो 52 प्रतिशत या 10,25,955 करोड़ रुपये कम है. इस कमी के पीछे हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को माना जा रहा है.
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