पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 28 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा परमाणु ऊर्जा संयत्र का उद्घाटन किया गया. इस परमाणु ऊर्जा संयत्र की क्षमता 340 मेगावाट है तथा इसे चीन की सहायता से बनाया गया है.
नवाज शरीफ द्वारा इस ऊर्जा संयंत्र को बिजली कटौती की समस्या को समाप्त करने के सरकार के प्रयासों में महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया.
चीन की सहायता से बनाये गये इस संयंत्र का नाम चश्मा-3 है. यह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से लगभग 250 किलोमीटर दूर मियांवाली जिले में स्थित है.
यह संयंत्र पाकिस्तान और चीन के मध्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बढ़ते सहयोग को दर्शाता है. पिछले कुछ समय से पाकिस्तान बिजली की गंभीर कमी से जूझ रहा था लेकिन चश्मा-3 से देश की काफी बिजली आवश्यकतायें पूरी हो सकेंगी.
इससे पहले चश्मा-2 का निर्माण भी किया जा चुका है लेकिन चश्मा-1 का निर्माण 1972 में कनाडा के सहयोग से किया गया था. चश्मा-2 और चश्मा-3 संयुक्त रूप से देश के ग्रिड में 600 मेगावाट बिजली का योगदान देते हैं.
नवाज शरीफ के अनुसार, यह सहयोग क्षेत्र में विकास के नए युग की शुरुआत भी है. उन्होंने विश्वास जताया कि चश्मा-4 परमाणु ऊर्जा संयंत्र भी अगले वर्ष के मध्य इसकी समयसीमा से पहले परिचालन में आ जाएगा.
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