केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 27 अगस्त 2018 को उपभोक्ताओं को गेल की पाइपलाइनों से गैस पारेषण की सहज, प्रभावी, पारदर्शी और खुली सुविधा देने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल जारी किये हैं.
यह पोर्टल देश में एक पारदर्शी और बाजार अनुकूल गैस व्यवसाय प्रणाली का मार्ग प्रशस्त करेगा. पिछले चार वर्षों के दौरान नीतिगत सुधारों से देश में गैस के उत्पादन में कई गुना वृद्धि हुई है.
मुख्य तथ्य:
• नया पोर्टल गैस पारेषण के क्षेत्र में उतरने वाले नये लोगों को कम लागत पर प्रभावी तरीके से गैस की आपूर्ति के लिए गेल के मौजूदा ढांचे का इस्तेमाल करने में मदद करेगा.
• यह पोर्टल डिजिटल माध्यम से गैस के विपणन को विस्तार देने में ऐतिहासिक भूमिका अदा करेगा.
• देश के गैस क्षेत्र में यह ऑनलाइन पोर्टल www.gailonline,com अपने किस्म का पहला पोर्टल है.
• इसके जरिए गैस उपभोक्ताओं को पाइपलाइन क्षमता के हिसाब से गैस पारेषण की बुकिंग ऑनलाइन करने की सुविधा दी जा रही है. यह पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर काम करेगी.
• इस ऑनलाइन पहल से गेल ने प्राकृतिक गैस पाइपलाइन तक उपभोक्ताओं की पहुंच के अनुभव को और बेहतर बनाया है.
पृष्ठभूमि:
सरकार स्वच्छ ईंधन पर जोर दे रही है और इसके लिए गैस आयात अनुबंध नये सिरे से तय किए जा रहे हैं, जैव सीएनजी को प्रोत्साहित किया जा रहा है.
जल्दी ही पीएनजी की आपूर्ति भी कई नये क्षेत्रों में शुरू कर दी जाएगी. गैस की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव होता है, ऐसे में गैस के विपणन के लिए एक पारदर्शी प्रणाली जरूरी है.
गेल ने अपनी पारेषण पाइपलाइनों तक तीसरे पक्ष को पहुंच की सुविधा वर्ष 2004 से ही दे रखी है. पिछले पांच वर्षों से 100 से ज्यादा छोटे-बड़े उपभोक्ताओं को नियमित रूप से यह सुविधा दी जा रही है.
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