भौतिक शास्त्री प्रोफेसर एमजीके मेनन का 22 नवम्बर 2016 को 88 वर्ष की अवस्था में नयी दिल्ली में निधन हो गया. उन्होंने पिछले पांच दशक से देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी.
भौतिक शास्त्री प्रोफेसर एमजीके मेनन पिछले कुछ समय से बीमार थे.
प्रोफेसर एमजीके मेनन के बारे में-
- प्रधान मंत्री वीपी सिंह सरकार में प्रोफेसर एमजीके मेनन विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री रहे.
- मेनन केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा पर्यावरण विभागों में सचिव पद पर काम कर चुके हैं.
- वह 1972 में भारतीय अंतरिक्ष शोध संगठन के अध्यक्ष रहे.
- उन्हें 35 वर्ष की उम्र में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च का निदेशक नियुक्त किया गया.
- वह इंडियन एकेडमी ऑफ साइंसेज और रॉयल सोसायटी ऑफ लंदन के फेलो भी रहे.
- प्रोफेसर एमजीके मेनन 1982 से 1989 तक योजना आयोग के सदस्य रहे.
- वर्ष 1986 से 1989 तक प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार रहे.
- वर्ष 1989 से 1990 तक वैज्ञानिक और औद्योगिक शोध परिषद् के उपाध्यक्ष रहे.
- प्रोफेसर एमजीके मेनन 1990 से 1996 तक राज्यसभा भी सदस्य रहे.
मेनन को पुरस्कार-
- पद्म विभूषण सहित पद्म पुरस्कारों के विजेता मेनन ने कॉस्मिक किरणों, आण्विक भौतिकी के क्षेत्र में वैज्ञानिक कार्य किए.
- इस क्षेत्र में शोध में उन्हें विशिष्टता हासिल थी.
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