भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी नागरिक रवि रेड्डी को 18 सितंबर 2016 रक्ताधान सुरक्षा हेतु चिकित्सकों के वैश्विक संगठन (आईएसबीटी) का प्रमुख नियुक्त है. उनकी नियुक्ति एम्सटर्डम मुख्यालय पर की गयी है.
अफ्रीकी महाद्वीप से इस पद पर पहुंचने वाले रवि रेड्डी पहले व्यक्ति हैं. दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रीय रक्त सेवा (एसएएनबीएस) में फिलहाल चीफ ऑपरेशंस ऑफिसर के रूप में कार्यरत रेड्डी एम्स्टरडैम स्थित इंटरनेशनल सोसायटी फॉर ब्लड ट्रांसम्यूजन के प्रमुख के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे.
रेड्डी को एचआईवी एड्स संक्रमण के मामलों से जूझ रहे दक्षिण अफ्रीका में रक्तदान और रक्त चढ़ाने के मामले में सुरक्षा को बेहतर बनाने का श्रेय दिया जाता है.
रेड्डी ने दक्षिण अफ्रीका में रक्त सुरक्षा को उच्चस्तर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
आईएसबीटी के बारे में-
• आईएसबीटी 1935 में स्थापित किया गया.
• इसके सदस्यों में 100 सदस्य देश है.
• इसका उद्देश्य रक्त आधान अभ्यास सम्बन्धी जानकारी का आदान प्रदान करना और प्रोत्साहित कर मंच के रूप में स्थापित करना है.
रवि रेड्डी के बारे में-
• वर्तमान में वह दक्षिण अफ्रीकी नेशनल ब्लड सेवा के मुख्य परिचालन अधिकारी (SANBS) (एसएएनबीएस) के रूप में सेवारत है.
• उन्होंने (SANBS) (एसएएनबीएस) के साथ 16 साल की उम्र में ही एक स्वयंसेवक के रूप अपनी सेवाएं देना आरम्भ की.
• वह तीन से अधिक दशकों तक विभिन्न पदों पर एसएएनबीएस में कार्यरत रहे.
• बाद में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में नटाल विश्वविद्यालय से एमबीए के साथ एक मेडिकल टेक्नोलॉजिस्ट के रूप में अर्हता प्राप्त की.
• उन्होंने 2006 और 2012 के बीच आईएसबीटी के बोर्ड पर अफ्रीकी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. वह आधान और संक्रामक संक्रमण पर कार्यरत टीम के सदस्य भी है.
• उन्होंने बड़ी संख्या में वैज्ञानिक शोध पत्र प्रस्तुत और प्रकाशित किए.
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