विश्व की पूर्व नंबर एक शॉटपुट महिला खिलाड़ी मनप्रीत कौर पर 20 जुलाई 2017 को एथलेटिक्स संघ द्वारा अस्थाई प्रतिबन्ध लगाए जाने की घोषणा की गयी. इस प्रतिबन्ध के बाद वे अगली विश्व चैंपियनशिप में भाग नहीं ले पायेंगी.
मनप्रीत कौर ने हाल ही में भुवनेश्वर में सम्पन्न एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. उन्हें प्रतिबंधित दवा स्टिम्युलेंट डाइमेथिलबुटिलेमाइन का सेवन का दोषी पाया गया. यह डोप टेस्ट फेडरेशन कप के दौरान राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक अधिकारियों द्वारा किए गया.
मनप्रीत की उपलब्धियां
• अप्रैल 2017 में चीन में आयोजित हुए एशियन ग्रैंड प्रिक्स के दौरान मनप्रीत ने 18.86 मीटर की दूरी तक गोला फेंककर स्वर्ण पदक जीता था.
• उनका यह रिकॉर्ड ग्लोबल मीट के क्वालिफाइंग मार्क 17.75 मीटर से भी बेहतर था.
• भुवनेश्वयर में आयोजित एशियन एथलेटिक्स मीट में उन्होंने 18.28 मीटर की दूरी के साथ स्वर्ण पदक जीता.
मनप्रीत लंदन में अगस्त 2017में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में भाग नहीं ले सकेंगी. उनके द्वारा जीता गया स्वर्ण पदक भी छिन सकता है.
डोप टेस्ट
डोपिंग का अर्थ प्रतिबंधित एवं शक्तिवर्धक दवाओं का सेवन होता है. इसके सेवन से खिलाड़ी अपनी क्षमता में सामान्य की तुलना में अधिक वृद्धि कर सकते हैं. इसलिए इस तरीके को खेल के मूल सिद्धांत के विपरीत माना जाता है. इसके दोषियों को दो साल से लेकर आजीवन प्रतिबंध तक की सजा का प्रावधान किया गया है.
डोप टेस्ट की जिम्मेदारी सम्बंधित फेडरेशन को दी गयी है. यह टेस्ट नाडा अथवा वाडा की ओर से किये जाते हैं. नाडा की अनुसंधानशाला दिल्ली में स्थित है. खिलाड़ियों के मूत्र के नमूने की जांच करने पर यदि परिणाम ‘ए’ आता है तो उसे प्रतिबंधित किया जा सकता है. परिणाम ‘बी’ आने पर भी अनुशासनहीनता के तहत खिलाड़ी को प्रतिबंधित किया जा सकता है.
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