ब्रिटेन सरकार ने 11 मार्च 2019 को देश में रॉयल गोरखा राइफल्स की एक नई बटालियन स्थापित करने की घोषणा की. ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बताया कि देश में गोरखा सैनिकों की नियुक्ति इसी वर्ष शुरू हो जाएगी.
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 200 से अधिक वर्षों में गोरखा, ब्रिटिश सशस्त्र बलों का एक अभिन्न अंग रहे हैं. सभी गोरखा सैनिकों की भर्ती नेपाल में की जाएगी.
मुख्य तथ्य:
• अधिकारियों ने कहा कि बटालियन को पांच स्पेशलाइज्ड इन्फैन्ट्री बटालियन के रूप में स्थापित करने की योजना है.
• मंत्रालय ने कहा कि यह ब्रिटिश सेना को प्रदान की जाने वाली कुछ गोरखा इकाइयों जैसे यूके के नेतृत्व वाले नाटो एलाइड रैपिड रिएक्शन कॉर्प्स के सपोर्ट को भी बढ़ाएगा. इसके अलावा अतिरिक्त गोरखा इंजीनियर और सिग्नल स्क्वाड्रन की स्थापना की जाएगी.
• गोरखा बटालियन ने सदियों से सेवा और बलिदान के जरिये सैनिकों के रूप में अपने कौशल और बहादुरी से उत्कृष्ट प्रतिष्ठा हासिल की है. वे यूनाइटेड किंगडम और ब्रिटिश सेना के लिए अद्वितीय विशेषज्ञता दिखाते हैं.
• यह उन्हें रॉयल गोरखा राइफल्स की तीसरी बटालियन बनाने के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है, जो कि एक विशिष्ट इन्फैंट्री बटालियन है.
रॉयल गोरखा राइफल्स:
रॉयल गोरखा राइफल्स ब्रिटिश सेना की एक राइफल रेजिमेंट है, जो कि गोरखाओं के ब्रिगेड का हिस्सा है. ब्रिटिश सेना में अन्य रेजिमेंटों के विपरीत, रॉयल गोरखा राइफल्स सैनिक नेपाल से भर्ती किए जाते हैं, जो न तो यूनाइटेड किंगडम का एक आश्रित क्षेत्र है और न ही राष्ट्रमंडल का सदस्य है. गोरखा रेजिमेंट में मूल रूप से नेपाली मूल के गोरखा लोगों को शामिल किया जाता है. गोरखा रेजिमेंट का आदर्श वाक्य कायर होने की तुलना में मर जाना बेहतर है.
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