नई तकनीकों को सुरक्षित तरीके से अपनाने हेतु बेहतरीन रोडमैप तैयार करने वाले 36 वैश्विक शहरों की सूची में चार भारतीय शहरों को भी जगह दी गई है. बेंगलुरु, फरीदाबाद, इंदौर और हैदराबाद को विश्व के उन 36 शहरों में शामिल किया गया है, जिन्होंने नई तकनीक को सुरक्षित तरीके से अपनाने के लिए एक शानदार रोडमैप तैयार किया है.
यह सूची विश्व इकोनॉमिक फोरम (WEF) की ओर से जारी की गई है. बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान पैदा हुए हालात में तकनीक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. डब्ल्यूईएफ की तरफ से कहा गया कि कोविड-19 ने शहरों द्वारा नई तकनीकों को अपनाने की गति में तेजी ला दी है, क्योंकि सरकारें सीमित संसाधनों के जरिये बढ़ती महामारी का प्रबंधन करने में संघर्ष कर रही हैं.
नई वैश्विक नीति के रोडमैप के तहत क्या होगा?
डब्ल्यूईएफ ने 22 देशों और 6 उपमहाद्वीपों के ऐसे 36 शहरों का चयन किया है, जो जी-20 ग्लोबल स्मार्ट सिटीज एलायंस द्वारा विकसित स्मार्ट सिटी के लिए एक नई वैश्विक नीति रोडमैप की अगुआई कर रहे हैं. इन शहरों में बेंगलुरु, फरीदाबाद, इंदौर और हैदराबाद के अतिरिक्त लंदन, मॉस्को, टोरंटो, ब्राजीलिया, दुबई और मेलबर्न भी शामिल हैं.
इस समारोह का आयोजन
इस समारोह का प्रसारण वैश्विक प्रीमियर स्मार्ट सिटीज इवेंट के तौर पर स्मार्ट सिटी एक्स्पो वर्ल्ड कांग्रेस द्वारा किया जा रहा था. समारोह में तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव भी मौजूद थे. जी-20 ग्लोबल स्मार्ट सिटीज एलायंस ने सम्मेलन के दौरान 36 पायनियर शहरों का एक समूह गठित किया है. अब ये समूह पर्सनल सिक्योरिटी और साइबर सिक्योरिटी से लेकर दिव्यांग जनों के लिए बेहतर सेवाओं और बेहतर ब्रॉडबैंड कवरेज के क्षेत्रों में अपनी नीतियों को बढ़ाने हेतु वैश्विक विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम करेंगे.
डब्ल्यूईएफ ने क्या कहा?
डब्ल्यूईएफ ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लोगों की जीवनशैली में काफी बदलाव आ गया है. इस दौरान कोविड-19 के कारण शहरों द्वारा नई तकनीकों को अपनाने की गति काफी तेज हो गई है. ज्यादातर राज्य सरकारें सीमित संसाधनों के जरिये बढ़ती महामारी का प्रबंधन करने में संघर्ष कर रही हैं. ऐसे में तकनीक काफी मददगार साबित हो रही है.
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