वर्ष 2009 के लिए राजीव गांधी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार (Rajiv Gandhi Wildlife Conservation Award 2009) राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के उप महानिरीक्षक एसपी यादव को प्रदान किया गया. एसपी यादव को यह पुरस्कार 2007-08 में आगरा में वन्यजीव नमूनों में अवैध व्यापार के एक केंद्र का भंडाफोड़ करने के लिए दिया गया. वह उस समय आगरा के डिविजनल वन अधिकारी थे.
राजीव गांधी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार
राजीव गांधी वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार वार्षिक रूप से वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में ऐसे महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया जाता है जिसने देश में वन्यजीवन के संरक्षण पर मुख्य प्रभाव डाला हो, या उससे ऐसा होने की संभावना हो. इस पुरस्कार के तहत एक लाख रूपए नकद, पदक, ट्राफी और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है.
इसी के साथ इसके अलावा वर्ष 2010 का अमृता देवी बिश्नोई वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार भी दिया गया.
अमृता देवी बिश्नोई वन्यजीव सुरक्षण पुरस्कार-2010
यह पुरस्कार दो श्रेणियों में दिया गया है. वर्ष 2010 का अमृता देवी बिश्नोई वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार (Amrita Devi Bishnoi Wildlife Protection Award-2010) व्यक्ति श्रेणी के अंतर्गत सौरभ गुप्ता और गौरव गुप्ता को वन्य जीवों के संरक्षण में विशेष योगदान के लिए जबकि संस्थान श्रेणी के अंतर्गत राजस्थान में टोंक जिले के दादू पर्यावरण संस्थान को यह पुरस्कार प्रदान किया गया.
अमृता देवी बिश्नोई वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार वन्यजीव सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया जाता है, जिसे वन्यजीव संरक्षण के लिए अनुकरणीय साहस दिखाने या अनुकरणीय कार्य करने के रूप में मान्यता प्राप्त है. वन्यजीव संरक्षण में शामिल व्यक्तियों/संगठनों को पुरस्कार के रूप में एक लाख रूपए नकद, पदक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है.
यह पुरस्कार पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर (25 अगस्त) केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा दिया गया. पर्यावरण के सुरक्षा एवं संरक्षा पर दिया जाने वाला यह दोनों पुरस्कार प्रतिवर्ष केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation