उत्तर प्रदेश यानि कि विविधता और विशेषता, इन दोनों का संयुक्त मिश्रण वाला राज्य है। भारत का यह राज्य अपने अनूठे इतिहास और सांस्कृतिक विरासत के लिए भी विश्व विख्यात है। यहां के प्रत्येक जिले की अपनी विशेषता है।
इतिहास उठाकर देखें, तो यूपी शिक्षा का महत्त्वपूर्ण गढ़ रहा है। यहां देश के कई प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान मौजूद हैं, जिनमें पढ़ने के लिए दूर-दराज से छात्र पहुंचते हैं। इस कड़ी में यहां एक जिला ऐसा भी है, जिसे कॉलेजों का शहर भी कहा जाता है। कौन-सा है यह जिला है, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
कब बना उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश बनने से पहले यह संयुक्त प्रांत हुआ करता था, जिसका गठन अंग्रेजों द्वारा उत्तर-पश्चिम प्रांत और अवध व आगरा सूबे को मिलाकर किया गया था। इससे पहले यहां अलग-अलग रियासत हुआ करती थी, जिनमें रामपुर से लेकर झांसी रियासत तक शामिल थी। हालांकि, समय के साथ इन सभी रियासतों का विलय हुआ और देश आजाद होने के बाद हमें उत्तर प्रदेश देखने को मिला। इसका पुनर्गठन 24 जनवरी, 1950 को किया गया था।
यूपी में कुल कितने जिले हैं
उत्तर प्रदेश पूरे भारत में सबसे अधिक जिले वाला राज्य है। यहां कुल 75 जिले हैं, जो कि 18 मंडलों में आते हैं। इन सभी मंडलों में कुल 351 तहसील भी शामिल हैं, जिनमें 826 सामुदायिक विकास खंड और 28 विकास प्राधिकरण मौजूद हैं।
कौन-सा जिला कहलाता है कॉलेजों का शहर
अब सवाल है यूपी में कौन-सा जिला कॉलेजों का शहर कहलाता है, तो आपको बता दें कि यह प्रदेश का प्रयागराज जिला है।
क्यों कहा जाता है कॉलेजों का शहर
उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा को लेकर की गई AISHE रिपोर्ट पर गौर करें, तो प्रयागराज जिले में कॉलेजों की संख्या 370 से 400 तक है। वहीं, 2021-22 के AISHE रिपोर्ट के अनुसार, जिले में 398 कॉलेज मौजूद थे। यह आंकड़े इस जिले को पूरे देश में सर्वाधिक कॉलेजों वाले टॉप 5 जिलों में से एक बनाता है।
क्यों हैं इतने अधिक कॉलेज
प्रयागराज ब्रिटिश समय से ही शिक्षा का प्रमुख केंद्र रहा है। इतिहास में इसे पूर्व का ऑक्सफोर्ड कहा जाता था। वहीं, यहां प्रतिष्ठित इलाहाबाद विश्वविद्यालय समेत अन्य प्रमुख विश्वविद्यालय भी मौजूद हैं। इन सभी विश्वविद्यालयों से संबद्ध यहां कई कॉलेज हैं, जिनमें पढ़ने वाले छात्रों की संख्या अधिक है।
यही वजह है कि प्रयागराज जिले को यूपी में कॉलेजों का शहर भी कहा जाता है। कुछ लेखों में आपको अधिक कॉलेजों के लिए वाराणसी का नाम भी पढ़ने को मिल सकता है, लेकिन इलाहाबाद को ही सबसे अधिक कॉलेजों वाला शहर माना जाता है। आपको यह भी बता दें कि इलाहाबाद को ही ‘शिक्षा की नगरी’ भी कहा जाता है।
पढ़ेंःभारत का वह घर, जो दो देशों में आता है, जानें
Comments
All Comments (0)
Join the conversation