भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की स्थापना 1988 में संसद के अधिनियम के तहत की गई थी। NHAI भारत में राजमार्गों के विकास, रखरखाव और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है। इसने फरवरी 1995 में अपने अध्यक्ष और सदस्यों के तत्वावधान में कार्य करना शुरू किया।
राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई 2014 में लगभग 91,287 किमी से बढ़कर अब 151,000 किमी से अधिक हो गई है। भारत के पास दुनिया भर में दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क है। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि आखिर भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों को नंबर कैसे दिया जाता है।
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भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों को नंबर कैसे दिए जाते हैं:-
-उत्तर से दक्षिण तक सभी राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए सम संख्याओं का उपयोग किया जाता है और इसे पूर्व से पश्चिम तक आरोही क्रम में निर्दिष्ट किया जाता है । दूसरे शब्दों में, उच्च देशांतर के लिए कम संख्याएं और कम देशांतर के लिए उच्च संख्याएं निर्दिष्ट की जाती हैं। यही वजह है कि NH-2 उत्तर पूर्वी राज्यों में स्थित है और NH-68 राजस्थान में स्थित है।
उदाहरण के लिए : NH-8 दिल्ली से मुंबई (जयपुर, अहमदाबाद और वडोदरा के रास्ते)
-पूर्व से पश्चिम तक सभी राजमार्गों के लिए विषम संख्याएं निर्धारित हैं । इस मामले में राजमार्गों का नाम पूर्व से पश्चिम तक बढ़ती संख्या में रखा गया है। दूसरे शब्दों में उच्च अक्षांशों के लिए कम संख्याएं और कम अक्षांशों के लिए उच्च संख्याएं निर्दिष्ट की जाती हैं। उदाहरण के लिए, NH-8 जम्मू-कश्मीर में स्थित है और NH-87 तमिलनाडु में स्थित है।
उदाहरण के लिए : NH-11 आगरा, जयपुर, बीकानेर
-सभी महत्वपूर्ण राजमार्गों के लिए एक या दो अंकीय संख्याओं का उपयोग किया जाता है।
-यदि हम पूर्व से पश्चिम की ओर बढ़ते हैं, तो उत्तर से दक्षिण दिशा में स्थित राजमार्गों के लिए उपयोग की जाने वाली संख्या बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए, यदि नंबर चार का उपयोग उत्तर दक्षिण में लेकिन पूर्वी राज्य में स्थित राजमार्ग के लिए किया जाता है, तो उत्तर से दक्षिण लेकिन केंद्रीय राज्य या पश्चिमी राज्य में स्थित राजमार्ग के लिए नंबर हमेशा चार से अधिक द्वारा दर्शाया जाएगा।
-जिन राजमार्गों को तीन अंकों की संख्या से दर्शाया जाता है, उन्हें सहायक राजमार्ग के रूप में जाना जाता है । उदाहरण के लिए, 244, 144, 344 राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 की शाखाएँ हैं। सहायक राजमार्ग संख्या में यदि पहला अंक विषम है, तो राजमार्ग पूर्व से पश्चिम की ओर स्थित है और यदि पहला अंक सम है, तो यह उत्तर से दक्षिण की ओर स्थित है।
-पहचान को आसान बनाने के लिए सहायक राजमार्गों के अनुभागों को तीन अंकों की संख्या में ए, बी, सी या डी अक्षर डालकर दर्शाया जाता है।
राजमार्ग संख्या | जिन राज्यों से होकर गुजरता है |
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 1 | जम्मू और कश्मीर (यूआरआई, बारामूला, कारगिल, श्रीनगर और लेह) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 | असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम: (डिब्रूगढ़, शिवनगर, वोखा, इंफाल, कोहिमा, मोकोकचुंग |
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 3 | पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर (अटारी, अमृतसर, जालंधर, होशियारपुर, हमीरपुर, मंडी, कुल्लू, मनाली) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 4 | अंडमान और निकोबार द्वीप (मायाबंदर, पोर्ट ब्लेयर, चिडियातापु) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 5 | पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश (फिरोजपुर, मोगा, जगराओं, लुधियाना, चंडीगढ़, कालका, सोलन, शिमला, थियोग, नारकंडा, रामपुर) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 6 | मेघालय, असम, मिजोरम (ज़ोराबाट, शिलांग, बदरपुर, कोलासिब, आइजोल, बदरपुर, पंचग्राम |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 7 | पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड (फाजिल्का, अबोहर, भटिंडा, बरनाला, संगरूर, पटियाला, पंचकुला, रायपुर रानी, देहरादून, ऋषिकेश, देवप्रयाग, रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, चमोली, बद्रीनाथ) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 | असम, त्रिपुरा (करीमगंज, अगरतला, उदयपुर) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 | पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड (डबवाली, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, हांसी, रोहतक, बहादुरगढ़, दिल्ली, गाज़ियाबाद, मोरादाबाद, रामपुर, बिलासपुर, रुद्रपुर, टनकपुर, पिथौरागढ़) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 | सिक्किम, पश्चिम बंगाल (सिलीगुड़ी, कलिम्पोंग, गंगटोक) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 11 | राजस्थान (जैसलमेर, पोखरण, बीकानेर, रतनगढ़, फ़तेहपुर) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 12 | पश्चिम बंगाल (रायगंज, मालदा, फरखा, बरहामपुर, कृष्णानगर, रानाघाट, बारासात, कोलकाता) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 | दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल (दिल्ली, मथुरा, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, मोहनिया, औरंगाबाद, आसनसोल, कोलकाता) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 20 | बिहार, झारखंड, ओडिशा (बख्तियारपुर, बिहारशरीफ, नवादा, हज़ारीबाग़, रांची, खूटी, चक्रधरपुर, चाईबासा) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 | राजस्थान, उत्तर प्रदेश (जयपुर, दौसा, भरतपुर, आगरा) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 24 | गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम (3507 किलोमीटर); (पोरबंदर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा, शिवपुरी, झाँसी, कानपुर, लखनऊ, फैजाबाद, गोरखपुर, गोपाल गंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, अररिया, पूर्णिया, सिलीगुड़ी, गुवाहाटी, दिसपुर, सिलचर) |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (भारत में सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग) | जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु (3,745 किलोमीटर); (श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, लुधियाना, अंबाला, करनाल, पानीपत, दिल्ली,फरीदाबाद, मथुरा, आगरा, ग्वालियर, झाँसी, नागपुर, आदिलाबाद, निज़ामाबाद, हैदराबाद, कुरनूल, बेंगलुरु, धर्मपुरी, सेलम, मदुरै, कन्याकुमारी । |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 | दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु (2807 किलोमीटर); (दिल्ली, जयपुर, किशनगढ़, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, अहमदाबाद, वडोदरा, अंकलेश्वर, मुंबई, ठाणे, पुणे, सतारा, कोल्हापुर, बेंगलुरु, कृष्णागिरी, वेल्लोर, चेन्नई |
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 53 | गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा (1781 किलोमीटर); (सूरत, जलगांव, भुसावल, अकोला, अमरावती, नागपुर, भंडारा, देवरी, राजानंदगांव, दुर्ग, रायपुर, सरायपल्ली, बारागढ़, संभलपुर, हरिदासपुर, पारादीप बंदरगाह |
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