भारत में नदियों का विशेष महत्व है। यह नदियों जहां एक तरफ पीने के पानी से लेकर कृषि के लिए अहम स्त्रोत हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इन नदियों के आसपास कई जैव विविधता हैं, जिसके माध्यम से पारिस्थितिकी तंत्र मे संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
भारत में निकलने वाली कुछ प्रमुख नदियों की बात करें, तो इनकी संख्या करीब 200 है। इन नदियों में से कुछ नदियां भारत के उत्तर से निकलकर दुर्गम पहाड़ी रास्तों को पार करते हुए मैदानों में पहुंचती हैं और लोगों की जरूरतों को पूरा करते हुए अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में पहुंच जाती हैं।
इसके अलावा कई नदियां का उद्गम दक्षिण भारत से होता है। ऐसे में क्या आपको पता है कि दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी कौन-सी है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
यह है दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी
दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी गोदावरी नदी है, जिसकी कुल लंबाई 1465 किलोमीटर है। यह नदी पहाड़ी से निकलकर मैदानी इलाकों में बहते हुए बंगाल की खाड़ी में जाकर समा जाती है।
भारत की है दूसरी सबसे लंबी नदी
गोदावरी नदी गंगा नदी के बाद दूसरी सबसे लंबी नदी कहलाती है। भारत में बहने वाली पवित्र गंगा नदी की लंबाई 2525 किलोमीटर है, जबकि गोदावरी नदी की लंबाई 1465 किलोमीटर है, जो कि इसे भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी बनाती है।
कहां से निकलती है गोदावरी नदी
गोदावरी नदी का उद्गम पश्चिमी घाट पर स्थित महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले के त्रयंबक पहाड़ी से होता है। कुछ जगहों पर इसे ब्रह्मगिरी पर्वत भी लिखा जाता है।
यहां से निकलने के बाद यह नदी तेंलगाना और आंध्रप्रदेश में बहते हुए राजमंड्री नगर के पास बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है।
क्या है गोदावरी का पुराना नाम
पौराणिक कथाओं के अनुसार, गोदावरी नदी का संबंध गौतम ऋषि से है। ऐसे में इस नदी को गौतमी नदी के नाम से भी जाना जाता है।
वहीं, इस नदी को लोग प्राचीन गंगा या वृद्ध गंगा के नाम से भी बुलाते हैं। इस नदी की सात धाराएं भी हैं, जो कि वशिष्ठ, कौशिकी, वृद्ध गौतमी, भारद्वाजी,आत्रेयी और तुल्या अतीव है।
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