भारत के 5 सबसे पुराने टाइगर रिजर्व कौन-से हैं, जानें

Jul 17, 2024, 19:07 IST

भारत के राष्ट्रीय पशु की बात करें, तो यह बाघ है। बाघ जंगल का वह प्राणी है, जिसमें आपको अदम्य साहस, फुर्ती और चालाकी, तीनों का मिश्रण देखने को मिल जाएगा। यही वजह है कि बाघ को हम जंगल का राजा भी कहते हैं। यह अपने शिकार के लिए कई किलोमीटर तक का सफर तय कर सकते हैं और अपने एक ही वार से किसी भी जीव को मौत के घाट उतार सकते हैं। इस कड़ी में हम भारत के 5 सबसे पुराने टाइगर रिजर्व के बारे में जानेंगे। 

भारत के सबसे पुराने टाइगर रिजर्व
भारत के सबसे पुराने टाइगर रिजर्व

भारत के राष्ट्रीय पशु की बात करें, तो यह बाघ है। बाघ जंगल का वह प्राणी है, जिसमें आपको अदम्य साहस, फुर्ती और चालाकी, तीनों का मिश्रण देखने को मिल जाएगा। यही वजह है कि बाघ को हम जंगल का राजा भी कहते हैं।

यह अपने शिकार के लिए कई किलोमीटर तक का सफर तय कर सकते हैं और अपने एक ही वार से किसी भी जीव को मौत के घाट उतार सकते हैं। भारत में बाघों को देखने को लेकर लोगों में अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। इसे लेकर भारत में हमें अलग-अलग टाइगर रिजर्व देखने को मिलते हैं। इस कड़ी में हम भारत के 5 सबसे पुराने टाइगर रिजर्व के बारे में जानेंगे। 

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, उत्तराखंड

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, उत्तराखंड साल 1973 में स्थापित किया गया था। यह भारत का पहला टाइगर रिजर्व है। यहां आपको बाघ के साथ-साथ हाथी, तेंदुए और अन्य वन्यजीव देखने को मिल जाएंगे। साथ ही यहां विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे भी मौजूद हैं।

बांदीपुर टाइगर रिजर्व, कर्नाटक

बांदीपुर टाइगर रिजर्व को 1973 में स्थापित किया गया था। यह नीलगिरी बायोसफेयर का हिस्सा है, जो कि नगरहोल नेशनल पार्क, वायनाड वाइल्डलाइफ सेंचुरी और मुदुमलाई वाइल्डलाइफ सेंचुरी के पास स्थित है। 

कान्हा टाइगर रिजर्व, मध्य प्रदेश

कान्हा टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश में स्थित है और यह अपने यहां पाए जाने वाले बाघों के लिए जाना जाता है। यह बाघों के साथ-साथ बारहासिंगा और जंगली कुत्तों के लिए भी जाना जाता है। इस पार्क को साल 1973 में स्थापित किया गया था और यह पार्क एशिया में सबसे व्यवस्थित पार्कों में शामिल हैं।

मानस टाइगर रिजर्व, असम

मानस टाइगर रिजर्व की स्थापना साल 1973 में की गई गई थी। यह भारत में एक विश्व धरोहर स्थल भी है, जो कि पूर्वी हिमालय की तलहटी में स्थित है। यह सिर्फ बाघों के लिए नहीं, बल्कि हाथियों और गोल्डन लंगूरों के लिए भी जाना जाता है। 

मेलघाट टाइगर रिजर्व, महाराष्ट्र

मेलघाट टाइगर रिजर्व सतपुड़ा रेंज में स्थित है। यह अपने यहां के जंगलों के लिए जाना जाता है। मेलघाट टाइगर रिजर्व को साल 1973 में स्थापित किया गया था। यहां आपको बाघों से लेकर तेंदुए और भालू पाए जाते हैं। खास बात यह है कि यहां विभिन्न प्रकार की भालू की प्रजातियों के लिए जाना जाता है। 

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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