मौसम के बदलते ही हर साल दिल्ली-एनसीआर की हवा भी प्रदूषित होना शुरू हो जाती है। प्रदूषण की वजह से लोगों का सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए वातावरण में मौजूद विभिन्न प्रकार के प्रदूषक जिम्मेदार हैं, जिनसे हवा का वायु गुणवत्ता सूचकांक बिगड़ जाता है।
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प्रदूषक की प्रकृति और सांद्रता मानव स्वास्थ्य पर इसके हानिकारक प्रभावों की गंभीरता को निर्धारित करती है। मूल स्रोत से सीधे निकलने वाली अशुद्धियों को प्राथमिक प्रदूषक(Primary Pollutants) के रूप में जाना जाता है, उदाहरण के लिए, CO2, SO2, व NO। वहीं, जब HC, NO व O3 जैसे प्रदूषक तत्व वायुमंडल (नमी व सूरज की रोशनी) में मिलकर PAN (पेरोक्सीएसिटाइल नाइट्रेट), पेट्रोकेमिकल स्मॉग व फॉर्मेल्डिहाइड जैसे नए उत्पाद बनाते हैं, तो उन्हें द्वितीयक प्रदूषक(Secondary Pollutants) के रूप में जाना जाता है।
प्रदूषक: वे पदार्थ, जो हानिकारक सांद्रता में मौजूद होते हैं और प्रदूषण का कारण बनते हैं, उन्हें प्रदूषक कहा जाता है।
प्रदूषकों का वर्गीकरण:
प्रकृति में अस्तित्व के आधार पर
क) मात्रात्मक प्रदूषक- वे पदार्थ, जो पहले से ही पर्यावरण में मौजूद हैं, लेकिन जब पर्यावरण में उनकी सांद्रता (मात्रा) बढ़ जाती है, तो उन्हें प्रदूषक कहा जाता है। जैसे, पर्यावरण में CO2 सामान्य से अधिक मात्रा में मौजूद हैं, इसलिए इसे मात्रात्मक प्रदूषक कहते हैं।
ख) गुणात्मक प्रदूषक - वे पदार्थ, जो सामान्य रूप से पर्यावरण में मौजूद नहीं होते हैं और मनुष्यों द्वारा जोड़े जाते हैं और प्रकृति द्वारा प्रदूषक होते हैं। जैसे, कीटनाशक।
ऐसे प्रदूषक, जो जिस रूप में बने रहते हैं, उसके आधार पर
क) प्राथमिक प्रदूषक- वे पदार्थ, जो सीधे स्रोत से उत्सर्जित होते हैं और उसी रूप में रहते हैं, प्राथमिक प्रदूषक कहलाते हैं, जैसे धुआं, राख, धूल, नाइट्रिक ऑक्साइड और सल्फर डाइऑक्साइड।
ख) द्वितीयक प्रदूषक - वे पदार्थ, जो पर्यावरण के प्राथमिक प्रदूषकों और घटकों (यानी जो पहले से ही पर्यावरण में मौजूद हैं) के बीच रासायनिक प्रतिक्रिया से बनते हैं, जैसे स्मॉग, ओजोन, सल्फर ट्राइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड।
निपटान के आधार पर
क) जैव-निम्नीकरणीय प्रदूषक - वे प्रदूषक, जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं जैसे घरेलू (नगरपालिका) सीवेज द्वारा विघटित होते हैं।
ख) गैर जैव-निम्नीकरणीय प्रदूषक - वे प्रदूषक, जो स्वाभाविक रूप से विघटित नहीं होते हैं या धीरे-धीरे विघटित होते हैं। डीडीटी व एल्युमीनियम के डिब्बे।
विभिन्न प्रकार के प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों की सूची:
उद्योगों का प्रकार | प्रदूषण का प्रकार |
रसायनों, कीटनाशकों, दवाओं का निर्माण | जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण |
गैसों का निर्माण | वायु प्रदूषण |
सीमेंट, इस्पात और अन्य खदान आधारित उद्योग | वायु प्रदूषण और ठोस अपशिष्ट, ध्वनि प्रदूषण |
कपड़ा उद्योग और उनके सहायक उद्योग | जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण |
परिवहन वाहन निर्माण | ठोस अपशिष्ट, ध्वनि प्रदूषण, वायु प्रदूषण |
पेट्रोलियम आधारित उद्योग | जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण |
वनों पर निर्भर उद्योग | वायु प्रदूषण, ठोस अपशिष्ट और ध्वनि प्रदूषण |
खाद्य उद्योग | जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, खाद्य प्रदूषण |
कागज उद्योग | जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ठोस अपशिष्ट, ध्वनि प्रदूषण |
चीनी उद्योग | जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ठोस अपशिष्ट |
ईंट उद्योग | वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण |
विमान उद्योग | ठोस अपशिष्ट, जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण |
विद्युत उपकरण और विद्युत सामान उद्योग | ठोस अपशिष्ट, वायु प्रदूषण |
आईटी आधारित उद्योग | वायु प्रदूषण |
दूरसंचार उद्योग | ठोस अपशिष्ट एवं वायु प्रदूषण |
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