हमारी दुनिया में करोड़ों जीव-जंतु मौजूद हैं। इन जीव-जंतुओं की विभिन्न प्रकार की प्रजातियां भी मौजूद हैं, जिससे हमें एक ही जीव की कई प्रजाति देखने को मिलती है। इस कड़ी में गिलहरी भी शामिल है, जो कि अपनी सुंदरता और चंचलता के लिए जानी जाती है।
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि रंगों से भरी इस दुनिया में एक रंगा ऐसा भी है, जिसे गिलहरी द्वारा नहीं देखा जा सकता है। कौन-सा है यह रंग, जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें।
गिलहरी की शारीरिक संरचना
गिलहरी अपनी फुर्ती, चंचलता और सुंदरता के लिए जानी जाती है। इन्हें पेड़ों पर दौड़ते और छलांग लगाते हुए देखा जा सकता है, जो कि मुख्य रूप से नट्स, बीज, फल, और छोटे कीड़े खाती हैं। साथ ही, ये अपने खाने को सर्दियों के लिए संग्रहित भी करती हैं। गिलहरी के शरीर पर मुलायम और घने फर होते हैं। वहीं, इसकी बड़ी और गोल आंखें व घुमावदार पूंछ होती है। इससे गिलहरी को संतुलन बनाने और पेड़ों पर चढ़ने में मदद मिलती है।
गिलहरी की प्रजातियां
दुनिया में गिलहरियों की अलग-अलग प्रजातियां पाई जाती हैं, जिसमें पेड़ पर रहने वाली गिलहरी से लेकर जमीन गिलहरी और उड़ने वाली गिलहरी तक शामिल है। हालांकि, भारत में अमूमन पेड़ गिलहरी ही पाई जाती है।
क्या खाती है गिलहरी
गिलहरी आमतौर पर बीज, नट्स, फल-फूल और कलियों का सेवन करती हैं। साथ ही, यह कीड़े भी खाती हैं। गिलहरियां अपना भोजन इकट्ठा करती हैं और सर्दी के लिए इसे सुरक्षित रख लेती है।
याददाश्त की होती हैं तेज
गिलहरी की याददाश्त तेज होती है। यही वजह है कि ये अपने छिपाए हुए खाने को लंबे समय बाद भी खोज लेती है।
कौन-सा रंग नहीं देखी पाती है गिलहरी
अब सवाल है कि गिलहरी आखिर कौन-सा रंग नहीं देख सकती है ? आपको बता दें कि यह लाल रंग नहीं देख सकती है।
क्यों नहीं देखी पाती है रंग
गिलहरियों की दृष्टि द्विवर्णीय होती है। इसका मतलब हुआ कि गिलहरी पीले और नीले रंग को तो देख सकती हैं, लेकिन लाल और हरे रंग में अंतर नहीं कर पाती है। ऐसे में गिलहरी को लाल रंग की चीजें पीले-हरे रंग की दिखाई देती हैं।
हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसी तरह सामान्य अध्ययन से जुड़ा अन्य लेख पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
पढ़ेंः उत्तर प्रदेश के किस जिले को कहा जाता है मेले का शहर, जानें
Comments
All Comments (0)
Join the conversation