भारत में ऐसी कई नदियों का प्रवाह होता है, जिनका उद्गम भारत से बाहर होता है। इस बीच ऐसी नदियां भारत और अन्य देशों के बीच सीमा बनाने का काम भी करती हैं।
भारत के पड़ोसी राज्यों की बात करें, तो इसमें नेपाल का नाम भी आता है, जो कि आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक रूप से भारत का महत्त्वपूर्ण पड़ोसी देश है।
नेपाल के पर्वतीय इलाकों में कई प्रमुख नदियों का उद्गम होता है। इसमें से कुछ नदियां भारत की तरफ रूख कर प्रवाहित होती हैं। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि भारत और नेपाल के बीच सीमा बनाने वाली नदी कौन-सी है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
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भारत के पड़ोसी देश कितने हैं
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं भारत के पड़ोसी देश कौन-से हैं। आपको बता दें कि बांग्लादेश, चीन, पाकिस्तान, नेपाल, म्यांमार, भूटान और अफगानिस्तान भारत के पड़ोसी देश हैं। इनमें से भारत अपनी सबसे अधिक सीमा बांग्लादेश के साथ साझा करता है, जो कि 4096 किलोमीटर लंबी है। इसके बाद चीन और पाकिस्तान का स्थान आता है।
नेपाल से भारत आने वाली प्रमुख नदियां
अब हम यह जान लेते हैं कि नेपाल से भारत आने वाली प्रमुख नदियां कौन-सी हैं। नेपाल में कई नदियों का उद्गम होता है, जिसके बाद ये नदियां पर्वतीय घाटियों से होते हुए भारत की सीमा में प्रवेश कर अलग-अलग राज्यों में बहती हैं। अंत में ये नदियों भारत की बड़ी और प्रमुख नदियों के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में जाकर गिर जाती हैं। नेपाल से भारत आने वाली प्रमुख नदियां, कोसी या सप्तकोसी, गंडक या नारायणी, मेची, घाघरा, काली या महाकाली और बागमती नदी है।
नेपाल और भारत के मध्य सीमा बनाने वाली नदी
अब सवाल है कि भारत और नेपाल के मध्य सीमा बनाने वाली नदी कौन-सी है। आपको बता दें कि यह नदी काली नदी है, जिसे हम महाकाली नदी के नाम से भी जानते हैं।
कहां से निकलती है महाकाली नदी
काली नदी का उद्गम स्थल भारत और तिब्बत सीमा पर स्थित लिपुलेख दर्रे के निकट कालापानी को माना जाता है। हालांकि, 1816 की सुगौली की संधि के तहत यह नदी भारत और नेपाल के मध्य अंतरराष्ट्रीय सीमा बनाने का काम करती है।
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