भारतीय सेना के सिग्नल कोर की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने फोर्स 18 में भारतीय सेना के एक ट्रेनिंग टुकड़ी को लीड करने का काम किया है। फोर्स 18 आसियान प्लस देशों का एक बहुराष्ट्रीय क्षेत्रीय अभ्यास है। कर्नल सोफिया भारतीय सेना की ऐसी पहली महिला अफसर हैं, जिन्होंने फोर्स 18 में ट्रेनिंग टुकड़ी को लीड किया है। उनका विवाह मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री के एक अधिकारी से हुआ है।
साल 2016 में दक्षिणी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत ने उनके नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि सेना सभी कर्मियों के लिए समान अवसर और जिम्मेदारी में विश्वास करती है, चाहे उनका लिंग कुछ भी हो। आगे विस्तार से जानिए कर्नल सोफिया कुरैशी की एजुकेशन, करियर और पेशे से जुड़ी पूरी जानकारी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्या है?
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के पाकिस्तान को दिए जवाब को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया है। नई दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में निशाना बनाए गए 9 ठिकानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
भारतीय सेना के सिग्नल कोर की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी एक सैन्य परिवार से आती हैं। उनके दादा भारतीय सेना में सेवारत थे। वह भारतीय सेना की एक ऐसी पहली महिला अफसर हैं, जिन्होंने फोर्स 18 में ट्रेनिंग टुकड़ी को लीड किया। मीडिया रिपोर्ट्स से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कर्नल सोफिया गुजरात की रहने वाली हैं। उनका जन्म वडोदरा गुजरात में हुआ था।
कहां से की पढ़ाई
कुरैशी ने केंद्रीय विद्यालय, EME से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है। जिसके बाद MS यूनिवर्सिटी से साल 1992 - 1995 बैच से बीएससी केमिस्ट्री और बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। सोफिया इसके बाद पीएचडी भी कर रही थीं, लेकिन भारतीय सेना में महिला अधिकारियों की भर्ती के बारे में जानने के बाद उन्होंने पीएचडी बीच में ही छोड़ दी और सेना में शामिल हो गई। वह अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी से हैं, जो सशस्त्र सेना में अपनी सेवा दे रही हैं।
सेना में कब हुई शामिल?
भारतीय सेना में सोफिया की भर्ती साल 1999 में हुई थी। उन्होंने साल 1999 में चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से प्रशिक्षण हासिल किया और सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया।
साल 2006 में सोफिया ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में सेवा दी। वह 2010 से शांति अभियानों (PKO) से जुड़ी हुई हैं। पंजाब सीमा पर ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उनकी सेवा के लिए उन्हें जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (GOC-in-C)का प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है। इतना ही नहीं, उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ राहत कार्यों के दौरान उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें सिग्नल ऑफिसर इन चीफ (SO-in-C) का प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है।
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