हम सारी दुनिया का ज्ञान और जानकारी वास्तव में किताबों से हासिल कर सकते हैं. बेशक सभी मनुष्यों और विशेषकर, स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी के सभी स्टूडेंट्स के जीवन में किताबों का विशेष महत्व होता है. किताबों की दुनिया में तो आपको केवल उन किताबों के शब्द ही पहुंचा सकते हैं. रोज़ाना अच्छी किताबें पढ़ने से आपका बोरियत भरा, साधारण जीवन भी काफी रोचक और सुंदर बन जाता है क्योंकि अच्छी किताबों में आपके लिए उपयोगी ज्ञान और जानकारी के साथ ही इन्हें पढ़ने से आपका काफी मनोरंजन भी होता है. कोई दिलचस्प किताब पढ़ते समय अक्सर आपको समय का भान ही नहीं रहता और आप उस किताब को एक ही बार में पूरा पढ़ लेना चाहते हैं. फिर, कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए तो अपने एकेडमिक कोर्स के अलावा भी अपने टैलेंट और दिलचस्पी के मुताबिक अच्छी किताबें पढ़ना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है क्योंकि अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के बाद अक्सर स्टूडेंट्स अपनी करियर फील्ड में जॉब ज्वाइन करने के लिए इंटरव्यू फेस करते हैं तो जब स्टूडेंट्स से इंटरव्यू के दौरान उनकी हॉबीज़ के बारे में पूछा जाता है तो अक्सर स्टूडेंट्स रीडिंग को भी अपनी फेवरेट हॉबी बताते हैं. इस आर्टिकल में कुछ ऐसी खास किताबों की चर्चा पेश की जा रही है, जिन्हें सभी कॉलेज स्टूडेंट्स जरुर पढ़ें:
- एफ. स्कॉट फिट्जगेराल्ड की किताब, दिस साइड ऑफ़ पैराडाइस
किसी कॉलेज के छात्र के रूप में आप निश्चित रूप से विशेषाधिकार प्राप्त प्रिंसटन के एक छात्र की कहानी से सम-भाव महसूस करेंगे जो स्नातक होने के बाद पूरी तरह से विचलित हो जाते हैं. उन्हें पता चलता है कि अपने कॉलेज की दीवारों के भीतर उनका जीवन बिल्कुल अलग था और अब, जब वे अपने कॉलेज की इन दीवारों के बाहर कदम रखते हैं; तो उन्हें खुद को फिर से तलाश करने की आवश्यकता महसूस हुई. यह फिट्जगेराल्ड का पहला उपन्यास था और यह बात प्रसिद्ध है कि इस उपन्यास से उन्हें जेलडा सायरे से शादी करने में मदद मिली.
- हार्पर ली की किताब, टू किल ए मॉकिंग बर्ड
अगर आपको एक स्कूल छात्र होते हुए भी अच्छा साहित्य पढ़ने का शौक है तो अवश्य ही आपने यह किताब पहले ही पढ़ ली होगी. लेकिन अगर आपने यह किताब नहीं पढ़ी है तो आप इस किताब को अब अवश्य पढ़ें. समाज में प्रचलित नस्लवाद और नस्लीय असमानता जैसे विषयों पर बल देते हुए, यह किताब वर्तमान समय में भी पढ़ना उपयुक्त है क्योंकि ये मुद्दे अब फिर दुनिया में लड़ाई-झगड़ों का कारण बन रहे हैं. इसके बेहद समृद्ध संदर्भ और लोगों के बीच तुरंत मिली लोकप्रियता के कारण, इस किताब को पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और यह किताब आधुनिक अमेरिकी साहित्य की एक क्लासिक रचना बन गई है.
इंडियन यंग एंटरप्रेन्योर्स के लिए कुछ खास किताबें
- जॉर्ज ऑरवेल की किताब, 1984
पेड मीडिया और प्रचार-प्रसार के इस समय में डिस्टोपिया (तबाह राष्ट्र या स्थान) के बारे में इस उपन्यास का साहित्य में विशेष स्थान है. इस उपन्यास की कहानी एयरस्ट्रिप वन पर आधारित है जो सदा युद्ध में संलग्न सुपरस्टेट ओशिनिया के एक प्रांत में सर्वव्यापी सरकारी निगरानी और सार्वजनिक हेरफेर की दुनिया के कथानक पर आधारित है. सुपरस्टेट और यहां के निवासियों पर एक राजनीतिक दल तानाशाही कर रहा है. इस राजनीतिक दल का नाम शिष्ट भाषा में ‘इंग्लिश सोशलिज्म’ है और इस दल को उस सरकार की खुद बनाई गई भाषा, न्यूज़पीक में 'ईंगसोक' का उपनाम दिया गया है. सुपरस्टेट सरकार के विशेषाधिकार प्राप्त अभिजात वर्ग की एक पार्टी, ‘इनर पार्टी’ के नियंत्रण में है. यह इनर पार्टी व्यक्तिवाद और स्वतंत्र सोच को "थॉट क्राइम" मानती है जिसके लिए उसने "थॉट पुलिस" को बनाया है.
- पॉलो कोएल्हो की किताब, दि अलकेमिस्ट
मूल रूप से पुर्तगाली भाषा में लिखी गई यह किताब एक युवा एंडालुसियन चरवाहे की इजिप्ट यात्रा की कहानी है. एंडालुसियन को वहां खज़ाना मिलने का सपना बार-बार आता था. यह उपन्यास एक व्यक्ति द्वारा सभी कठिनाइयों से लड़कर अपना भाग्य बनाने की कहानी है. इस उपन्यास पर फिल्म और नाट्य संगीत भी बनें हैं. चमत्कार और भाग्य की यह कहानी आपके जीवन में भाग्य और उच्च शक्तियों के प्रभाव के बारे में आपको विश्वास करने के लिए प्रेरित करेगी.
- व्लादमीर नोबोकोव की किताब, लोलिता
लोलिता, रूसी अमेरिकी उपन्यासकार व्लादिमीर नाबोकोव द्वारा वर्ष 1955 में लिखित उपन्यास है. यह उपन्यास अपनी विवादास्पद विषयवस्तु के लिए प्रसिद्ध है: नायक और अविश्वसनीय कथाकार- एक मध्यम आयु वर्ग का साहित्य प्रोफेसर, हम्बर्ट है, जिस पर 12 वर्षीय डोलोरेस हेज़ का जुनून सवार है, डोलोरेस हेज़ का सौतेला पिता बनने के बाद हम्बर्ट उससे यौन संबंध बना लेता है. "लोलिता" डोलोरेस के लिए उसका निजी उपनाम है. यह उपन्यास मूल रूप से अंग्रेजी में लिखा गया था और सबसे पहले ओलंपिया प्रेस द्वारा वर्ष 1955 में पेरिस में प्रकाशित किया गया था. नाबोकोव द्वारा बाद में इस उपन्यास का रूसी भाषा में अनुवाद किया गया और वर्ष 1967 में यह उपन्यास फैड्रा पब्लिशर्स द्वारा न्यूयॉर्क शहर में प्रकाशित किया गया.
स्टडी नोट्स को याद रखने के चंद बेमिसाल टिप्स
- एफ. स्कॉट फिट्जगेराल्ड की किताब, दि ग्रेट गेट्सबाय
यह अमेरिकी लेखक एफ. स्कॉट फिट्जगेराल्ड द्वारा वर्ष 1925 में लिखित एक उपन्यास है जो वर्ष 1922 की गर्मियों में समृद्ध लॉन्ग आइलैंड पर एक काल्पनिक शहर वेस्ट एग में रहने वाले व्यक्तियों में से एक पात्र की कहानी सुनाता है. इस उपन्यास की कहानी मुख्य रूप से युवा और रहस्यमय करोड़पति जे गेट्सबाय और उसकी पूर्व मित्र, सुंदरी डेज़ी बुकानन के लिए उसके जुनून और दीवानगी की कहानी है. फिट्जगेराल्ड की प्रसिद्ध रचना के तौर पर, दि ग्रेट गेट्सबाय उपन्यास जाज एज या उन्मादी युवाओं का चित्र खींचते हुए, गिराबट, आदर्शवाद, बदलते समय के अनुसार होने वाले परिवर्तन को रोकने की कोशिश, सामाजिक उथल-पुथल और अधिकता के विषयों की चर्चा करता है. इस उपन्यास को अमरीकी स्वप्न के बारे में चेतावनी देने वाली कहानी के रूप में माना गया है.
अच्छी किताबें पढ़ना छात्र की दिनचर्या का एक अनिवार्य हिस्सा होना चाहिए क्योंकि ये किताबें हमारे दृष्टिकोण को विस्तृत करती हैं, हमारे उद्देश्यों को आकार देती हैं. ट्वीट्स और हैसियत की होड़ की इस दुनिया में, कागज पर लिखे शब्द पढ़ने के लिए समय निकालने से वास्तव में हमें काफी राहत मिलती है और उन्हें पढ़ने से हमारे मन को सुकून मिलता है.
कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए आइडियल स्टडी स्पेस बनाने के टिप्स
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