भारत में काफी बड़ी संख्या में मौजूद एमएनसीज और ग्लोबलाइजेशन के कारण आजकल इंटरनेशनल बिजनेस मैनेजमेंट स्टूडेंट्स के बीच एक पॉपुलर और पसंदीदा करियर विकल्प के तौर पर उभरा है. वर्तमान समय में बिजनेसेज ने अपनी जियोग्राफिक सीमायें लांघ ली हैं और इसलिये, बिजनेस मैनेजर्स के लिए भी अब ऐसा करना काफी जरुरी हो गया है. इसी वजह से इंटरनेशनल बिजनेस में स्पेशलाइजेशन करने वाले मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स का महत्व काफी बढ़ गया है.
आइये इंटरनेशनल बिजनेस से संबद्ध विभिन्न करियर्स के बारे में चर्चा करें और जानें कि आप इंटरनेशनल बिजनेस के माध्यम से कैसे अपने लिए एक शानदार करियर बना सकते हैं?
इंटरनेशनल बिजनेस क्या है?
आसान शब्दों में, इंटरनेशनल बिजनेस अध्ययन का वह क्षेत्र है जो किसी व्यक्ति को इंटरनेशनल बॉर्डर्स के आर-पार इंटरनेशनल मार्केट्स और बिजनेस ट्रांजेक्शन्स को मैनेज करने के सबंध में सारी जानकारी उपलब्ध करवाता है. अपने चारों तरफ देखें और आप पायेंगे कि कई बिजनेसेज इंटरनेशनल मार्केट्स को टैप कर रहे हैं या ग्लोबल आउटलुक प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. यह मैनेजमेंट प्रोग्राम एक स्पेशलाइजेशन है जो स्टूडेंट्स को पूरे विश्व में संचालित विभिन्न बिजनेस मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज की समझ प्रदान करता है. इसके अलावा, इंटरनेशनल बिजनेस का अध्ययन स्टूडेंट्स को विदेश में काम करने के लिए या ग्लोबल स्केल पर काम कर रहे संगठनों में काम करने के लिए तैयार करता है.
आप यह कोर्स क्यों करें?
एक बहुत ही सामान्य-सा प्रश्न हमारे मन में आता है कि हम, “इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए क्यों करें?”
इंटरनेशनल बिजनेस प्रोग्राम उन स्टूडेंट्स के लिए उपयुक्त है जो ग्लोबल मार्केट्स और बिजनेस प्रैक्टिसेज की समझ और जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं. आजकल, ग्लोबल इकॉनमी बहुत तेज़ी से विकसित हो रही है और इंटरनेशनल बिजनेस में डिग्री प्राप्त करने पर आपको ग्लोबल मार्केट की जरुरी समझ प्राप्त होगी. इस फील्ड में शानदार करियर बनाने के लिए यह कोर्स आपको काफी ट्रेनिंग, नॉलेज और आवश्यक स्किल्स से लैस करेगा.
यह कोर्स आप अंडरग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट लेवल्स पर कर सकते हैं. लेकिन अभी तक अधिकांश स्टूडेंट्स पहले एमबीए की डिग्री प्राप्त करना चाहते हैं और फिर उसके बाद कोई स्पेशलाइजेशन करना पसंद करते हैं.
आइये अब हम विभिन्न लेवल्स पर इस कोर्स द्वारा ऑफर किये जा रहे स्पेशलाइजेशन्स की चर्चा करें:
इंटरनेशनल बिजनेस में डिप्लोमा
इंटरनेशनल बिजनेस में पीजी डिप्लोमा (पीजीडीआईबी) 1 वर्ष का प्रोग्राम है जो उन लोगों की पेशेवर आवश्यकताओं को पूरा करता है जिन लोगों के पास 2 वर्ष का कोर्स करने के लिए टाइम नहीं होता है. डिप्लोमा प्रोग्राम में भावी स्टूडेंट्स को मार्केटिंग, एक्सपोर्टिंग, इम्पोर्टिंग, बिजनेस और कंप्यूटर एप्लीकेशन्स की आवश्यक जानकारी प्रदान की जाती है. इससे स्टूडेंट्स को विभिन्न लेवल्स पर इंटरनेशनल बिजनेस परिवेश में प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी.
पीजीडीआईबी की अवधि हरेक इंस्टीट्यूट में अलग-अलग होती है.
इंटरनेशनल बिजनेस में पीजी डिप्लोमा ऑफर करने बाले कुछ कॉलेजेज निम्नलिखित हैं:
इंस्टीट्यूट | अवधि |
आईटीएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन | 2 वर्ष |
इग्नू (आईजीएनओयू) | 1 वर्ष |
एनएमआईएमएस | 1 वर्ष |
सिम्बियोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग | 2 वर्ष |
करियर के अवसर
इंटरनेशनल बिजनेस में डिप्लोमा प्राप्त करने के बाद, स्टूडेंट्स निम्नलिखित जॉब्स कर सकते हैं:
• इंटरनेशनल प्रोडक्ट मैनेजर
• बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर
• इंटरनेशनल फाइनेंशल एनालिस्ट
• इंटरनेशनल मार्केटिंग मैनेजर
• इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट हाउस में मैनेजर
इंटरनेशनल बिजनेस में बीबीए
इंटरनेशनल बिजनेस में स्पेशलाइजेशन सहित बैचलर प्रोग्राम से स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल लेवल पर बिजनेस करने की समझ प्राप्त होगी. इस स्पेशलाइजेशन कोर्स का लक्ष्य ग्लोबल इकॉनमी में फर्म्स के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी और जागरूकता फैलाना है. इंटरनेशनल बिजनेस में बीबीए स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल बिजनेस की जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है ताकि वे विदेश जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें.
स्पेशलाइजेशन प्रोग्राम के तहत, स्टूडेंट्स विभिन्न मोड्यूल्स जैसेकि बिजनेस एकाउंटिंग, इंटरनेशनल बिजनेस एनवायरनमेंट, इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स, बिजनेस टैक्सेशन और इंटरनेशनल बिजनेस लॉ जैसे अन्य कई विषयों का अध्ययन करेंगे.
इंटरनेशनल बिजनेस में बीबीए ऑफर करने वाले कुछ प्रमुख कॉलेजेज निम्नलिखित हैं:
इंस्टीट्यूट | अवधि |
क्राइस्ट कॉलेज, बैंगलोर | 3 वर्ष |
एमआईटी स्कूल ऑफ बिज़नेस, पुणे | 3 वर्ष |
डॉ. डीवाई पाटिल विद्यापीठ, पुणे | 3 वर्ष |
एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल (एआईबीएस) | 3 वर्ष |
इंटरनेशनल बिजनेस में करियर के अवसर
यह बैचलर डिग्री कोर्स पूरा करने पर स्टूडेंट्स निम्नलिखित फ़ील्ड्स में एक मैनेजमेंट ट्रेनी या एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के तौर पर काम कर सकते हैं:
• इंटरनेशनल फाइनेंस
• बैंकिंग
• लॉजिस्टिक्स
• आईटी फर्म
• कंसल्टेंसी
• कॉरपोरेट सेक्टर
• इम्पोर्ट एंड एक्सपोर्ट
• एफएमसीजी
इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए
इंटरनेशनल बिजनेस में उपलब्ध ढेरों अवसरों को ध्यान में रखकर, इस फील्ड में एमबीए करने पर आप ग्लोबल स्केल पर बिजनेस संचालन की चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम बिजनेस मैनेजर्स/ एग्जीक्यूटिव्स के तौर पर कार्य कर सकेंगे. इस स्पेशलाइजेशन कोर्स का लक्ष्य स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल बिजनेस से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण एरियाज के अनुसार अपेक्षित स्किल्स-सेट सिखाना है.
इस प्रोग्राम के तहत कोर्स मोड्यूल्स जैसेकि, कंज्यूमर बिहेवियर, बिजनेस के लीगल आस्पेक्ट्स, फॉरेन ट्रेड पॉलिसी, एक्सपोर्ट मैनेजमेंट और फोरेक्स रिस्क मैनेजमेंट सहित अन्य टॉपिक्स शामिल होते हैं.
भारत में इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए ऑफर करने वाले 3 प्रमुख कॉलेजेज निम्नलिखित हैं:
इंस्टीट्यूट | अवधि |
इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटरनेशनल ट्रेड (आईआईएफटी) | 2 वर्ष |
सिम्बायोसिस इंटरनेशनल बिजनेस इंस्टीट्यूट (एसआईआईबी) | 2 वर्ष |
एमिटी इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल (एआईबीएस) | 2 वर्ष |
करियर के अवसर
इंटरनेशनल बिजनेस में एमबीए कोर्स करने के बाद, स्टूडेंट्स निम्नलिखित जॉब्स कर सकते हैं:
• इंटरनेशनल बिजनेस कंसलटेंट
• मार्केटिंग मैनेजर
• इंटरनेशनल मार्केटिंग मैनेजर
• इनवेस्टमेंट बैंकिंग मैनेजर
• ग्लोबल बिजनेस मैनेजर
अतः, अगर आप सोचते हैं कि यह संसार एक कर्म-भूमि है और बिजनेस आपका पेशा है तो इंटरनेशनल बिजनेस में डिग्री प्राप्त करने के बाद आप निश्चित तौर पर अपने लिए एक शानदार करियर बना सकेंगे. इंटरनेशनल बिजनेस में करियर सहित अन्य पॉपुलर करियर ऑप्शन्स के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए www.jagranjosh.com पर जरुर विजिट करें.
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