गाँधी जयंती पर निबंध:  Gandhi Jayanti par Nibandh Hindi Me [2024]

Oct 1, 2024, 17:15 IST

Gandhi Jayanti Essay in Hindi: 2 अक्टूबर भारतीयों और दुनिया भर के लोगों के लिए एक विशेष अवसर है। भारत में, हम इस दिन को गांधी जयंती के रूप में मनाते हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे 'अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस' (international day of non violence) के रूप में मनाया जाता है। इस आर्टिकल में school students के लिए गांधी जयंती पर 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध दिए गए हैं।

गाँधी जयंती 2024 पर Hindi निबंध.
गाँधी जयंती 2024 पर Hindi निबंध.

गाँधी जयंती पर निबंध: 2 अक्टूबर को प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और अहिंसा के समर्थक महात्मा गांधी की जयंती है। गांधीजी के जन्मदिन को न सिर्फ भारत में बल्कि विश्व स्तर पर अहिंसा के अग्रदूत के रूप में मनाया जाता है। भारत में सभी स्कूली छात्र इस दिन को खास उत्साह के साथ मनाते हैं।  भारत में इस दिन को गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। अहिंसक आंदोलनों को बढ़ावा देने में गांधीजी के महत्वपूर्ण प्रभाव के कारण इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 'अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है। इस आर्टिकल में  गांधी जयंती पर 100, 200 और 500 शब्दों में निबंध दिए गए हैं।

गांधी जयंती पर निबंध कैसे लिखें?

  • एक अच्छा निबंध लिखने का रहस्य आसान है: इसे संक्षिप्त, सरल रखें।
  • अपने निबंध को तीन भागों में बाँटें: परिचय, मुख्य भाग और निष्कर्ष।
  • अपने निबंध की शुरुआत महात्मा गांधी quote या slogan से करें।
  • पहले पैराग्राफ में महात्मा गांधी और गांधी जयंती समारोह का परिचय दें।
  • गांधी जी के जीवन और कार्य पर विस्तार से प्रकाश डालें।
  • गांधी जयंती मनाने के महत्व के बारे में बात करते हुए समापन करें।

गांधी जयंती जीवन परिचय

  • मोहनदास करमचंद गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात के एक सामान्य परिवार में हुआ था। 
  • उनके पिता का नाम करमचंद गाँधी एवं उनकी माता का नाम पुतलीबाई था। 
  • माता पुतलीबाई धार्मिक स्वभाव की थीं एवं पिता करमचंद बहुत सज्जन थे और इसका गांधीजी के व्यक्तित्व पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा| 
  • गाँधीजी ने प्राथमिक और उच्च शिक्षा गुजरात में प्राप्त की। 
  • बापू बचपन में एक साधारण छात्र थे। 
  • स्वभाव से गांधीजी अत्यधिक शर्मीले एवं संकोची थे।
  • उन्होंने अपने असाधारण कार्यों एवं अहिंसावादी विचारों से केवल भारत देश की नहीं बल्कि पूरे विश्व की सोच बदल दी। 
  • उनके जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर को विषा शांति दिवस मनाया जाता है। 

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गाँधी जयंती पर निबंध: Gandhi Jayanti Essay in Hindi

Gandhi Jayanti Essay in English

गांधी जी द्वारा बताई गई कुछ प्रसिद्ध सूक्तियां

  • "ईमानदार मतभेद आम तौर पर प्रगति के स्‍वस्‍थ संकेत हैं।"
  • "आजादी का कोई अर्थ नहीं है यदि इसमें गलतियां करने की आजादी शामिल न हों।"
  • "उस प्रकार जिएं कि आपको कल मर जाना है। सीखें उस प्रकार जैसे आपको सदा जीवित रहना हैं।"
  • "अहिंसा सबसे बड़ा कर्तव्‍य है। यदि हम इसका पूरा पालन नहीं कर सकते हैं तो हमें इसकी भावना को अवश्‍य समझना चाहिए और जहां तक संभव हो हिंसा से दूर रहकर मानवता का पालन करना चाहिए।"
  • "बेहतर है कि हिंसा की जाए, यदि यह हिंसा हमारे दिल में हैं, बजाए इसके कि नपुंसकता को ढकने के लिए अहिंसा का शोर मचाया जाए।"
  • "आपको मानवता में विश्‍वास नहीं खोना चाहिए। मानवता एक समुद्र है, यदि समुद्र की कुछ बूंदें सूख जाती है तो समुद्र मैला नहीं होता।"
  • "व्‍यक्ति को अपनी बुद्धिमानी के बारे में पूरा भरोसा रखना बुद्धिमानी नहीं है। यह अच्‍छी बात है कि याद रखा जाए कि सबसे मजबूत भी कमजोर हो सकता है और बुद्धिमान भी गलती कर सकता है।"

100 शब्दों में गाँधी जयंती पर निबंध: Essay on Gandhi Jayanti in 100 Words

हर साल 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती भारत में गाँधी जयंती के रूप में मनाई जाती है।  ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को समाप्त करने के लिए लड़ाई लड़ने में बापू के योगदान को याद करने के लिए यह दिन पूरे देश में बड़े शौक के साथ मनाया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के साथ गाँधी जयंती भी भारत में एक नेशनल हॉलिडे है।  गाँधी जी के अहिंसा के मूल्यों के सम्मान में इस दिन मांस और शराब का सेवन वर्जित है। उनका पसंदीदा भजन, रघुपति राघव राजा राम आम तौर पर संगीत चैनलों, स्कूल असेंबली और देश भर में जहां भी गांधी जयंती मनाई जाती है, वहां बजाया जाता है।

200 शब्दों में गाँधी जयंती पर निबंध: Essay on Gandhi Jayanti in 200 Words

2 अक्टूबर को भारत में महात्मा गांधी की जन्मजयंती मनाई जाती है, जिन्हें अधिकांश विश्व में "गांधी" के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अहिंसा का प्रचार किया और दुनिया को यह सिखाया कि शब्दों की ताकत से बुराइयों को अच्छाइयों में बदला जा सकता है। यह दिन भारत में गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है और विश्वभर में 'अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस' के रूप में मान्यता प्राप्त है, क्योंकि उन्होंने अहिंसावादी स्वतंत्रता संग्राम का प्रमुख योगदान दिया।

वह हिंसा के बजाय कानून, सत्य की शक्ति, नैतिकता और तथ्यों के साथ लड़ने में मानते थे। इस दिन हर साल अति हर्षोउल्लास के साथ सभी उम्र के लोग, खासकर बच्चे, गांधी जी के अहिंसा और परोपकार के मूल्यों को याद करते हैं। भारत के स्कूल इस दिन को बड़े उत्साह और उत्साह के साथ मनाते हैं। बिना हथियार उठाए ब्रिटिश शासन से भारत के आजाद होने में महात्मा गांधी के महत्वपूर्ण योगदान के बारे में छात्रों को जानकारी देने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। 

500 शब्दों में गाँधी जयंती पर निबंध: Essay on Gandhi Jayanti in 500 Words

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मनाने के लिए भारत हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाता है। ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को समाप्त करने और भारत के आम लोगों की उनके अधिकारों, खुशी और जीवन के लिए लड़ाई लड़ने में बापू के योगदान को याद करने के लिए यह दिन पूरे देश में बड़े शौक और भक्ति के साथ मनाया जाता है।

2 अक्टूबर 2024 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती समारोह है। उन्हें यह उपाधि एक अन्य प्रमुख भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा दी गई थी। गांधी जयंती भारत में हासिल की गई महान उपलब्धियों, गांधी द्वारा भारतीय लोगों के साथ लड़ी गई बड़ी लड़ाइयों और बुराई पर अच्छाई का प्रतिबिंब है। गांधीजी ने न केवल भारत को ईस्ट इंडिया कंपनी के दुष्ट शासन से मुक्त कराया, बल्कि उन्होंने भारतीय समाज के सामाजिक मुद्दों के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी। उन्होंने हमें आत्मनिर्भरता, साहस, अहिंसा, सादगी, महिला सशक्तिकरण और शिक्षा की शक्ति सिखाई।

महात्मा गांधी की जयंती मनाने के लिए डाकघर, बैंक, स्कूल और अन्य सभी महत्वपूर्ण स्थान दिन बंद रखे जाते हैं। इस दिन शराब और मांस का सेवन भी बापू के सम्मान में वर्जित है। मूर्तियों, सड़कों और बापू के जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण स्थानों, जैसे साबरमती आश्रम, राजघाट, इत्यादि को फूलों से सजाया जाता है। उनका पसंदीदा भजन, रघुपति राघव राजा राम स्कूल असेंबली और देश भर में जहां भी गांधी जयंती मनाई जाती है, वहां बजाया जाता है।

भारत के ऐतिहासिक अतीत और क्रांतिकारी आंदोलनों को आकार देने में महात्मा गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, गांधी जयंती को भारत में एक त्योहार के रूप में मनाया जाता है। यह भव्य उत्सव देश के सम्मानित नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को प्रमुख महत्व देने और उनसे सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करने के लिए अतीत के संघर्षों का सम्मान करने में भारतीयों की खुशी और भक्ति का प्रतीक है।

गांधीजी एक प्रमुख और प्रशंसित अंतर्राष्ट्रीय व्यक्ति थे, इसलिए संयुक्त राष्ट्र ने गांधी के महत्वपूर्ण दर्शन और अहिंसक सिद्धांत को चिह्नित करने के लिए 2 अक्टूबर को 'अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस' के रूप में घोषित किया। भारत सरकार इस शुभ अवसर पर देश में गांधी से संबंधित स्थानों पर स्मारक सेवाओं और श्रद्धांजलि का आयोजन करती है। देश के उन नागरिकों को पुरस्कार और बैज प्रदान किए जाते हैं जिन्होंने राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

देश भर के स्कूल विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं जैसे निबंध प्रतियोगिताएं, भाषण प्रतियोगिताएं, कविता प्रतियोगिताएं, नाटक,  पोस्टर बनाने की प्रतियोगिताएं, ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिताएं, स्वच्छता या वृक्षारोपण अभियान, आदि। इन सभी गतिविधियों का उद्देश्य महात्मा गांधी के बारे में ज्ञान प्रदान करना और भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने में भारत के स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्षों के बारे में सिखाना है।

Garima Jha
Garima Jha

Content Writer

    Garima is a graduate in English from the University of Delhi and post-graduate in English Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. She is a content writer with around 3 years of experience and has previously worked with Inshorts. She finds solace in the world of books and art. At Jagranjosh.com, Garima creates content related to the school section.

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    FAQs

    • गांधी जयंती सरल शब्दों में क्या है?
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      हर साल 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती भारत में गाँधी जयंती के रूप में मनाई जाती है.
    • गांधी जयंती पर निबंध कैसे लिखें?
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      एक अच्छा निबंध लिखने का रहस्य आसान है: इसे संक्षिप्त, सरल रखें। अपने निबंध को तीन भागों में बाँटें: परिचय, मुख्य भाग और निष्कर्ष। अपने निबंध की शुरुआत महात्मा गांधी quote या slogan से करें।

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