हिंदी लैंग्वेज एक्सपर्ट्स के लिए भारत सहित अन्य देशों में उपलब्ध विशेष करियर्स

Oct 20, 2021, 17:17 IST

हिंदी दुनिया की 05 प्रमुख लैंग्वेजेस में से एक है इसलिए, भारत सहित अन्य कई देशों में हिंदी लैंग्वेज के कई शानदार करियर्स उपलब्ध हैं.

Career Options in Hindi Language for Professionals
Career Options in Hindi Language for Professionals

पूरी दुनिया में तकरीबन 6500 लैंग्वेजेस बोली जाती है और हमारी नेशनल लैंग्वेज/ भाषा हिंदी मेंडरिन चाइनीज़ और इंग्लिश लैंग्वेजेज के बाद, विश्व में तीसरे स्थान पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली लैंग्वेज है. इसी तरह, पूरी दुनिया में 54.4 करोड़ से अधिक लोग हिंदी भाषा बोलते, लिखते और समझते हैं. हिंदी को देवनागरी लिपि में लिखा जाता है जोकि एक इंडो-आर्यन भाषा परिवार की प्रमुख भाषा है. इसी तरह, यह भी सच है कि अब हिंदी देश-दुनिया में रोजीरोटी कमाने का एक कारगर साधन बन चुकी है और हिंदी एक्सपर्ट्स भारत सहित दुनिया-भर के अनेक देशों में हिंदी लैंग्वेज में अपना शानदार करियर शुरू कर सकते हैं. आइये इस आर्टिकल को आगे पढ़कर सटीक जानकारी हासिल करें:

भारत सहित पूरी दुनिया में होता है हिंदी लैंग्वेज की इन किस्मों का इस्तेमाल

हमारे देश सहित पूरी दुनिया में हिंदी भाषा न सिर्फ बोली, लिखी और समझी जाती है बल्कि अगर हम प्रोफेशनल तौर पर हिंदी भाषा के इस्तेमाल पर विचार करें तो दुनिया-भर में हिंदी भाषा का इस्तेमाल निम्नलिखित माध्यमों से किया जाता है:

  • कामकाजी हिंदी

भारत सहित कई देशों में कामकाजी हिंदी का इस्तेमाल लिया जाता है. ‘कामकाजी हिंदी’ में हिंदी भाषा का वह रूप शामिल होता है जिसमें हम अपने रोजमर्रा के कामकाज करते हैं अर्थात जब हम अपने कार्य-व्यवहार के दौरान हिंदी बोलते, लिखते या अन्य किसी तरीके से इस्तेमाल करते हैं तो वह कामकाजी हिंदी ही है. हिंदी टाइपिंग या हिंदी स्टेनोग्राफी कामकाजी हिंदी के बड़े अच्छे उदाहरण हैं. इसके अलावा, जब विभिन्न पेशेवर अपने दफ्तरों में हिंदी भाषा  में नोट लिखते और भेजते हैं या फिर, हिंदी भाषा में सारा फाइल वर्क करते हैं, हिंदी में आवेदन करते और फॉर्म भरते हैं तो हम इन्हें कामकाजी हिंदी के अच्छे उदाहरण मान सकते हैं. इसी तरह, भारत के संविधान की 8वीं अनुसूची के आर्टिकल 343 (1) में देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत सरकार की सरकारी भाषा के तौर पर मान्यता दी गई है. भारत में राज्य स्तर पर भी हिंदी बिहार, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ की राजकीय भाषा अर्थात कामकाज की भाषा है.

  • प्रमुख विश्व भाषा: हिंदी

हम सभी यह जानते हैं कि पूरी दुनिया में तीसरे स्थान पर हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है और इसलिए हम यह यकीनन कह सकते हैं कि अपनी ग्लोबल प्रेजेंस के कारण अब हिंदी एक लोकल भाषा न रहकर एक प्रमुख वैश्विक भाषा के तौर पर उभरी है. अब भारत के अलावा भी इंटरनेशनल लेवल पर हिंदी भाषा का काफी इस्तेमाल हो रहा है. भारत के अलावा नेपाल, पाकिस्तान, बंगलादेश, अमरीका, फिजी, मॉरिशस, सूरीनाम, यूगांडा, जर्मनी, सिंगापुर, साउथ अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड, इंग्लैंड और त्रिनिदाद और टोबागो देख में अधिकतर लोग हिंदी बोलते और समझते हैं.  

  • समृद्ध टेक्निकल भाषा: हिंदी

हमारे देश में आजकल हिंदी भाषा में भी तकरीबन सभी तकनीकी शब्दों के अर्थ और परिभाषाएं उपलब्ध हैं और इसका श्रेय समय-समय पर भारत सरकार द्वारा उठाये गये महत्वपूर्ण कदमों को दिया जा सकता है. वर्ष 1991 में इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के तहत भारतीय भाषाओँ का तकनीकी विकास (TDIL) मिशन शुरू किया गया. इसी तरह, वर्ष 1991 में ही हिंदी सहित विभिन्न भारतीय भाषाओँ से तकरीबन 30 लाख प्रचलित शब्दों का एक कोष तैयार करने का महत्वपूर्ण काम IIT, दिल्ली को सौंपा गया. हिंदी भाषा के डिजिटल इस्तेमाल के लिए कई संगठनों ने हिंदी वर्ड प्रोसेसर्स तैयार किये जैसेकि, श्रीलिपि, सुलिपि, अक्षर, APS आदि. आजकल हम अपने मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप पर बखूबी हिंदी भाषा को पढ़ और लिख सकते हैं और हिंदी भाषा में देश-दुनिया के टेक्निकल शब्दों के अर्थ सहित परिभाषाओं की भरमार है.

भारत सहित अन्य देशों में हिंदी लैंग्वेज के विशेष करियर्स

यहां हम आपके लिए हिंदी भाषा से संबंधित विभिन्न करियर ऑप्शन्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं. हमारे देश सहित विदेशों में भी हिंदी एक्सपर्ट्स निम्नलिखित करियर ऑप्शन्स में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं:

  • इंटरप्रेटर और ट्रांसलेटर

दरअसल, किसी एक सोर्स भाषा से किसी अन्य टारगेट भाषा में समान अर्थों में किसी आर्टिकल को ट्रांसलेट करने वाले व्यक्ति को ट्रांसलेटर कहते हैं और जो व्यक्ति सोर्स भाषा में बोली जाने वाली बातचीत को टारगेट भाषा में समान अर्थों सहित बोलकर अभिव्यक्त करते हैं, उन्हें इंटरप्रेटर या दुभाषिया कहते हैं.  

  • टीचर, प्रोफेसर और विदेशों में हिंदी इंस्ट्रक्टर –

यह भी देश-दुनिया में हिंदी एक्सपर्ट्स के लिए एक शानदार करियर ऑप्शन है. दुनिया-भर में टीचर्स को काफी अच्छे सैलरी पैकेज के साथ-साथ काफी सम्मान भी मिलता है. इसलिए हिंदी एक्सपर्ट्स देश-विदेश में हिंदी भाषा के टीचर, लेक्चरर, प्रोफेसर या इंस्ट्रक्टर की जॉब ज्वाइन कर सकते हैं.

  • ऑफलाइन या ऑनलाइन कंटेंट राइटर/ टेक्निकल राइटर

इंटरनेट और डिजिटल दौर में आजकल ऑफलाइन या ऑनलाइन कंटेंट राइटर/ टेक्निकल राइटर्स की भी काफी मांग है और हिंदी एक्सपर्ट्स हिंदी भाषा में यह पेशा बखूबी ज्वाइन कर सकते हैं. यहां भी करियर ग्रोथ की काफी आशाजनक संभावनाएं हैं.

  • कॉपी राइटर/ कॉपी एडिटर/ एडवरटाइजमेंट राइटर

अगर यह कहा जाए कि दुनिया-भर के कारोबार की नींव में इन पेशेवरों का काफी महत्वपूर्ण योगदान है तो यह बात काफी हद तक सही है. हिंदी एक्सपर्ट्स कॉपी एडिटर या एडवरटाइज़मेंट राइटर बनकर काफी बढ़िया कमाई कर सकते हैं.

  • एंकर/ न्यूज़ रीडर/ रिपोर्टर -

ये पेशेवर न्यूज़ रिपोर्टर्स द्वारा तैयार की गई न्यूज़ या लाइव रिपोर्ट्स को हमारे सामने आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करते हैं. आमतौर पर ये न्यूज़ एंकर्स सोशल मीडिया में एक्टिव होते हैं. भारत में बरखा दत्त, रवीश कुमार और विक्रम चन्द्र जैसे सुप्रसिद्ध न्यूज़ एंकर्स क्रमशः 3.6 करोड़, 2.16 करोड़ और 2 करोड़ रुपये सालाना तक कमाते हैं.

  • ट्रेवल एजेंट/ टूरिस्ट गाइड

टूरिज्म को दुनिया-भर में काफी आशाजनक कारोबार के तौर पर देखा जा रहा है. इस कारोबार में दुनिया-भर में सालाना अरबों डॉलर का कारोबार होता है. हमारे हिंदी एक्सपर्ट्स देश-विदेश में एक ट्रेवल एजेंट या टूरिस्ट गाइड बनकर भी अपने करियर को संवार सकते हैं.

  • मार्केटिंग हेड

भारत सहित हिंदी स्पीकिंग देशों में विभिन्न बड़े कॉर्पोरेट हाउसेस और कंपनियां ऐसे मार्केटिंग हेड्स को लाखों रुपये मासिक सालाना सैलरी पैकेज ऑफर कर रहे हैं जो हिंदी बोलने और समझने में एक्सपर्ट हैं.

  • लॉयर

भारत में लॉयर के पेशे के लिए भी अच्छी हिंदी की जानकारी होना एक पॉजिटिव क्वालिटी है जिसे लॉयर्स नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं.

  • हिंदी सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट

देश-विदेश में हिंदी एक्सपर्ट्स विभिन्न सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स की काफी मांग रहती है ताकि वे अपनी संबंधित वर्क फील्ड में हिंदी से संबंधित सभी इश्यूज़ को हैंडल कर सकें.

  • हिंदी फ्रीलांसर

हमारे देश में हिंदी एक्सपर्ट फ्रीलांसर्स के लिए भी काम के अवसरों की कोई कमी नहीं है फिर चाहे वह काम हिंदी में स्टडी नोट्स तैयार करना हो, हिंदी ट्रांसलेशन, हिंदी टाइपिंग या हिंदी कंटेंट मैटर तैयार करना हो. फ्रीलांसर्स अपने घर या किसी दफ्तर में अपनी सुविधा के मुताबिक अपने प्रोजेक्ट्स को ऑफलाइन/ ऑनलाइन पूरा कर सकते हैं और इन्हें दाम भी प्रोजेक्ट्स के मुताबिक ही दिए जाते हैं. कई जाने-माने फ्रीलांसर्स सालाना लाखों रुपये कमाते हैं.

  • सोशल वर्कर

हमारे देश के विभिन्न समाज-सेवी संगठन या NGOs लोगों से प्रभावी सम्पर्क कायम करने के लिए अक्सर हिंदी एक्सपर्ट्स को सोशल वर्क की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपते हैं.

  • कवि/ कथाकार/ उपन्यासकार/ नाटककार

ये हिंदी एक्सपर्ट्स अपने पेशे के साथ-साथ हिंदी साहित्य को अपना अमूल्य योगदान देते हैं और देश, समाज तथा समय की जरूरत के मुताबिक अपनी कविता/ कहानी/ नावेल या नाटक लिखते हैं.

  • हिंदी टाइपिस्ट/ हिंदी स्टेनोग्राफर

हमारे देश में विभिन्न सरकारी और प्राइवेट दफ्तरों में अभी भी हिंदी टाइपिस्ट और हिंदी स्टेनोग्राफर्स की काफी मांग है. आजकल तो तकरीबन सभी दफ्तरों में कई किस्म के हिंदी राइटर्स या अन्य स्टाफ मेंबर्स अपने कंप्यूटर या लैपटॉप्स पर खुद ही हिंदी में टाइपिंग कर लेते हैं.

भारत सहित अन्य देशों के इन टॉप इंस्टीट्यूट्स/ यूनिवर्सिटीज़ से करें हिंदी लैंग्वेज के कोर्सेज

हमारे देश में स्टूडेंट्स या पेशेवर निम्नलिखित प्रमुख एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स से हिंदी भाषा से संबंधित विभिन्न डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्सेज कर सकते हैं:

  • दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली
  • इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
  • बनारस यूनिवर्सिटी, वाराणसी
  • पुणे यूनिवर्सिटी, पुणे
  • चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ, उत्तरप्रदेश
  • केरल यूनिवर्सिटी, केरल
  • बैंगलोर यूनिवर्सिटी, कर्नाटक
  • मद्रास यूनिवर्सिटी, चेन्नई, तमिलनाडु
  • कलकत्ता यूनिवर्सिटी, पश्चिम बंगाल
  • बनस्थली यूनिवर्सिटी, जयपुर, राजस्थान
  • माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल, मध्यप्रदेश
  • शिकागो यूनिवर्सिटी, शिकागो, अमरीका
  • कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले, अमरीका
  • मिन्नेसोटा यूनिवर्सिटी, अमरीका
  • बोस्टन यूनिवर्सिटी, इंग्लैंड

 भारत में हिंदी एक्सपर्ट्स की सैलरी

हमारे देश में हिंदी भाषा से संबंधित विभिन्न पेशों में अगर विभिन्न पेशेवरों को मिलने वाले सैलरी पैकेज की हम बात करें तो एक हिंदी ट्रांसलेटर लगभग 04-06 लाख रुपये सालाना कमा लेता है और हिंदी टीचर्स को लगभग 04 – 05 लाख रु. सालाना मिलते हैं. कॉलेज के लेक्चरर्स और प्रोफेसर्स 75 हजार रुपये से 1.25 लाख रुपये प्रति माह कमा लेते हैं. भारत में स्थित विभिन्न दूतावासों में भी सैलरी पैकेज काफी अच्छे होते हैं क्योंकि ये दूतावास संबद्ध देश की करंसी के मुताबिक सैलरी देते हैं. इसी तरह, शुरू में कोई फ्रेशर न्यूज़ एंकर एवरेज 3 लाख – 4 लाख रुपये सालाना तक कमाता है लेकिन कुछ वर्षों के कार्य-अनुभव के बाद टैलेंटेड न्यूज़ एंकर्स को एवरेज 3 – 4 लाख रुपये मासिक सैलरी मिलती है.  हिंदी टाइपिस्ट और हिंदी स्टेनोग्राफर आमतौर पर एवरेज 03-04 लाख रुपये सालाना कमाता है. जैसे-जैसे इन हिंदी भाषा एक्सपर्ट्स का कार्य-अनुभव बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे इन पेशेवरों की सैलरी भी लगातार बढ़ती ही जाती है.

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