ट्रैफिक पुलिस ऑफिसर या ट्रैफिक कोप पुलिस डिपार्टमेंट का हीं पद है जो ट्रैफिक ब्यूरो के लिए काम करता है. सड़कों पर चलने वाले मोटरिस्ट, बायसायक्लिस्ट, पेडेस्ट्रीयंस आदि के सुरक्षा की जिम्मेदारी इन्हीं ट्रैफिक कॉप्स के ऊपर होती है.
इनका काम ट्रैफिक के लिए दिशा निर्देश देना, टिकट इशू करना, और सड़कों पर आवाजाही करते हुए वाहनों की स्थितियों को वाच करना और नियंत्रित करना होता है. अलग-अलग शहरों के नियमों के हिसाब से हिट एंड रन की घटनाओं को देखना भी ट्रैफिक कॉप की ज़िम्मेदारी का प्रमुख हिस्सा है.
यह एक चुनौतीपूर्ण जॉब है इस जॉब में काम के घंटे ज्यादा होते हैं और शिफ्ट भी इर्रेगुलर होता है यानि कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि इस जॉब में अत्यधिक तनाव की स्थिति रहती है इसलिए ट्रैफिक पुलिस में जाने के इच्छुक अभ्यर्थियों का फिजिकल और मेंटल कंडीशन स्ट्रोंग होना बहद जरूरी है.
हमारे देश में ट्रैफिक की जटिलताओं, वाहन चालकों की जल्दबाजियां,अव्यवस्थित सड़क मार्ग, हड़बडाहट भरीसोच इत्यादि को देखते हुए ट्रैफिक पेट्रोल ऑफिसर को कुछ बातों की समझ अत्यावश्यक रूप से होनी जरुरी है जैसे - ट्रैफिक लॉ, लॉ एनफोर्समेंट और क्रिमिनल लॉ आदि की गहन जानकारी.
महिलाओं के लिए एक बढ़िया जॉब आप्शन –देखा जाए तो इंडिया में पुलिस बल में महिला और पुरुष कर्मियों के अनुपात में जमीन आसमान का अंतर है. देश में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या मात्र 6 .11 फीसदी है जो कि पुरुष कर्मियों की संख्या के मुकाबले बेहद कम है. वैसे पहले ट्रैफिक पुलिस का जॉब महिलाओं के लिए ठीक भी नहीं समझा जाता था पर किसी भी प्रकार के स्ट्रेस को दरकिनार कर व्यवस्थाओं को नियन्त्रण में रखने की जो गहरी समझ स्त्रियों को प्राकृति द्वारा प्रदत्त किया गया है उसकी बदौलत स्त्रियाँ बहुत आसानी से ट्रैफिक को सुचारू रूप से कंट्रोल में रख कर चला सकतीं हैं. वैसे अब पुलिस सेवा में महिलाओं को अधिक से अधिक लेने के लिए चयन प्रक्रिया को व्यवहारिक बनाने की कोशिशे भी की जा रही है. महाराष्ट्र सरकार ने इसके लिए शारीरिक दक्षता में कुछ छूट भी दे रखी है.
चयन प्रक्रिया: ट्रैफिक पुलिस का हिस्सा बनने के लिए विभिन्न पुलिस विभाग में अपनाई जाने वाली प्रक्रिया से ही गुजरना होता है. इसके लिए सामान्य लिखित परीक्षा पास करने के बाद आपको फिजिकल टेस्ट और इंटरव्यू से गुजरना होता है. हाल ट्रैफिक में आने के लिए अभ्यर्थियों को एक विशेष ट्रेनिंग और टेस्ट से गुजरना होता है.
आयु सीमा -
आयु सीमा –18 से 27 वर्ष (आरक्षण के आधार पर आयु सीमा में छूट का भी प्रावधान है)
क्या होनी चाहिए योग्यता -
न्यूनतम एजुकेशन इन्टरमीडिएट और अधिकतम स्नातक कॉलेज डिग्री
इसके अलावा सामान्य वर्ग के लिए कुछ शारीरिक योग्यता भी आवश्यक है जैसे -
कद – 172 सेंटीमीटर , सीना – 87 सेंटीमीटर (पुरुष के लिए)
160 सेंटीमीटर (महिला के लिए)
आरक्षित श्रेणी के लिए –
कद पुरुष उम्मीदवार के लिए - 169 सेंटीमीटर, सीना – 81 सेंटीमीटर (बिना फुलाए) 85 (फुलाकर)
कद महिला उम्मीदवारों के लिए – 157 सेंटीमीटर
भर्ती के लिए टेस्ट – पुलिस भर्ती के लिए लिखित परीक्षा के अलावा शारीरिक परीक्षा टेस्ट को भी क्लियर करना होता है.
इसके अलावा निम्नलिखित में से किसी एक विषय में मेजर, स्पेशलाईजेशन या विशिष्टता होना ट्रैफिक पुलिस ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक है -
क्रिमिनल जस्टिस/पुलिस साइंस
क्रिमिनालिस्टिक्स एंड क्रिमिनल साइंस
क्रिटिकल इंसिडेंट रेस्पोंस/स्पेशल पुलिस ऑपरेशंस
लॉ एनफोर्समेंट इन्वेस्टीगेशन एंड इंटरव्यूइंग
लॉ एनफोर्समेंट रिकॉर्ड-कीपिंग एंड एविडेंस मैनेजमेंट
मेरीटाइम लॉ एनफोर्समेंट
नेचुरल रिसोर्सेज लॉ एनफोर्समेंट एंड प्रोटेक्टिव सर्विसेज
प्रोटेक्टिव सर्विसेज ऑपरेशंस
कैसे करें तैयारी -
इस परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ टिप्स निम्नलिखित है -
* इसके लिए बाज़ार से परीक्षापयोगी किताबें तथा मॉडल पेपर खरीदकर तैयारी की जा सकती है . नेट पर भी इससे सम्बंधित मटेरियल की तलाश कर के स्वाध्याय किया जा सकता है. दो महीने पहले से अध्यन करना पर्याप्त होगा.
* क्योंकि इस परीक्षा में शारीरिक टेस्ट भी होता है इसलिए शारीरिक फिटनेस पर ध्यान देना भी अनिवार्य होगा. जिनका सीना कम हो उन्हें पुशअप और रिच डाईट से सीना बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए.
* टाइम मैनेजमेंट बनाकर स्टडी और फिटनेस वर्क दोनों पर समान फोकस रखना और पोस्ट की भर्ती के लिए समय समय निकलती वेकेंसियों पर आवेदन करते रहना अभ्यर्थियों के लिए कारगर सिद्ध होगा.
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