एक सही करियर की चाह में माता-पिता बचपन से ही बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने की सीख देना शुरू कर देते हैं. बच्चे भी बड़े होकर किसी न किसी कोर की पढ़ाई कर अपने करियर की राह तलाशते हैं. कभी कभी ऐसा भी होता है कि स्टूडेंट्स इच्छा और रूचि दोनों नहीं होने के बावजूद भी सामजिक और पारिवारिक दबाव की वजह से किसी भी क्षेत्र में नौकरी कर लेते हैं. अब सोचिये कि जिस चीज में अपनी रूचि न हो, जो काम हम अनमने ढंग से करते हैं,क्या उसमें हमें मनचाही सफलता मिल सकती है ? शायद नहीं. कितना अच्छा होगा अगर जो चीज हमारे मन को भाती है, जिस चीज को हम मजे लेकर करते हैं अगर उसी काम में हम अपना करियर तलाशें, अगर ऐसा हो तो अवश्य ही हम सुकून के साथ कुछ बेहतर कर पायेंगे. करियर बनाने के लिए कोई बड़ा कोर्स करना या किसी बड़ी डिग्री की आवश्यक्ता नहीं है. आपने अपने जीवन में कई ऐसे सफल व्यक्ति को देखा होगा जिन्होंने कम पढ़ाई और डिग्री के बावजूद भी जीवन में अपना एक अलग मुकाम बनाया है. इसलिए अगर आप में काम करने का जज्बा हो और आप हुनरमंद हैं तो आप किसी भी क्षेत्र में अपने शानदार करियर की शुरुआत कर सकते हैं. उदाहरण के लिए अगर आप कहीं घूमने फिरने जाते हैं तो आपने बहुत सारे टूरिस्टों को देखा होगा जो अपने साथ एक गाइड लेकर चलते हैं जो उन्हें उस स्थान विशेष की सही जानकारी दे सके. आप जानते हैं कि ये टूरिस्ट गाइड सिर्फ अपने तजुर्बे और इतिहास के ज्ञान से ही हजारों टूरिस्ट को घुमाते हैं, उन्हें स्थान विशेष की सही जानकारी देते हैं तथा अच्छी खासी रकम भी कमाते हैं. वैसे तो टूरिज्म एवं होटल मैनेजमेंट कोर्स के तहत टूरिस्ट गाइड का कोर्स कराया जाता है लेकिन इसके लिए कोई जरुरी नहीं है कि आपके पास कोई डिग्री हो. कुछ महीनों के डिप्लोमा के साथ इसके लिए सिर्फ हमारे पास आस पास के शहरों की भौगोलिक, ऐतिहासिक, सामजिक तथा आर्थिक परिदृश्य की जानकारी होनी चाहिए. इसलिए अगर आपको घूमना फिरना अच्छा लगता है तथा आपमें भिन्न भिन्न भाषा और समुदाय के लोगों से बातचित कर बड़ी आसानी से उनके साथ दोस्ती कर लेने की कला है तो निःसंदेह आप अपना करियर एक टूरिस्ट गाइड के रूप में बना सकते हैं. इसके लिए कुछ जरुरी टिप्स कि एक टूरिस्ट गाइड बनकर आप किस तरह अपने करियर को एक नया मोड़ दे सकते हैं तथा घूमते फिरते और जिन्दगी का मजा लेते हुए कमाई कर सकते हैं ? नीचे दिया गया है –
सांस्कृतिक विरासत, संस्कृति तथा इतिहास का पर्याप्त ज्ञान
एक टूरिस्ट गाइड बनने के लिए आपको किसी स्थान या शहर विशेष के सांस्कृतिक धरोहरों, वहां की संस्कृति, इतिहास तथा सामाजिक संरचना और आर्थिक स्थिति की पूर्ण जानकारी होनी चाहिए तभी आप किसी पर्यटक को पूरी तरह संतुष्ट कर पायेंगे. अगर ऐसा नहीं है तो आप एक सफल गाइड नहीं बा सकते हैं. एक बार संतुष्ट हो जाने के बाद अगर किसी पर्यटक को वह स्थान जंच जाता है,तो वह बार बार उस स्थान को घूमने की इच्छा रखता है. इस दुनिया में तरह तरह के लोग हैं और उनमें से कोई भी कुछ भी आपसे पूछ सकता है.यदि आप अपने कस्टमर को संतुष्ट करने में असफल होंगे तो यह आगे चलकर आपके लिए नुकसान दायक सिद्ध हो सकता है. हो सकता है लोग आप पर भरोसा करना छोड़ दें. इसलिए हमेशा इतिहास और समाज से जुड़ी हर छोटी बड़ी एवं रोमांचक जानकारियां अपने पास अवश्य रखें.
प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल तथा हाजिर जवाब होना अत्यंत जरुरी है
प्रभावी भाषा एक ऐसा माध्यम है जो लोगों को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करती है. इसलिए अच्छा कम्युनिकेशन स्किल एक टूरिस्ट गाइड की अनिवार्य योग्यता है. इतना ही नहीं उसे किसी पूछे गए सवाल का जवाब भी तत्काल देना चाहिए अर्थात उसे हाजिर जवाब भी होना चाहिए. तत्काल जवाब (क्विक रिस्पौंस) से आपके अनुभव और चीजों की समझ तथा समस्याओं को तीव्रता से समझने की क्षमता का पता चलता है. किसी घटना को ज्यों का त्यों बिना किसी रोचक प्रसंग के बताने से लोग उसके बारे में जानने के लिए बहुत उत्सुक नहीं होते हैं. ध्यान रखिये किसी भी घटना को रोमांचक तरीके से लोगों को बताने तथा समझाने की कला एक गाइड को अवश्य आनी चाहिए तभी कोई पर्यटक उसकी तरफ अनायास ही आकर्षित होगा. एक गाइड को हमेशा यह बात ध्यान में रखना चाहिए कि उसकी बातें रोचक होने के साथ साथ प्रमाणिक घटनाओं पर भी आधारित होनी चाहिए साथ ही उसे घटनाओं को रोचक बनाने के लिए मनगढ़ंत कहानियां कहने से बचना चाहिए.
टूरिस्ट की मदद करने की आदत
यदि आप एक टूरिस्ट गाइड का प्रोफेशन अपनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको अपने अन्दर दूसरों की सहायता करने की प्रवृति का विकास करना होगा. इसके बिना आप किसी भी पर्यटक के साथ आत्मीयता का सम्बन्ध स्थापित नहीं कर पाएंगे और बिना किसी आत्मीयता के आप उनके साथ न तो घुलमिल पायेंगे और न हीं जरुरत पड़ने पर उनकी मदद करेंगे. इसके लिए आपको सबसे पहले आप जिन लोगों को घूमा रहे हैं उनकी आर्थिक स्थिति का भी ध्यान रखना चाहिए. इसके लिए आपको अपने पर्यटकों को किसी रीजनेबल होटल या रेस्तरां आदि में रहने खाने तथा बाहर आने जाने के लिए टैक्सी की सुविधा मुहैया कराने की कोशिश करनी चाहिए ताकि पर्यटक पुनः जब कभी भी उस स्थान का भ्रमण करने आयें तो आपको याद करते हुए आपके पास ही आने की कोशिश करें.
प्रोफेशनल टूरिस्ट गाइड बनने के लिए डिप्लोमा कोर्स करना जरूरी है
वैसे तो टूरिज्म और होटल मैनेजमेंट कोर्स के अंतर्गत गाइड के स्किल्स की विधिवत जानकारी प्रदान की जाती है लेकिन देश भर में कई सारे ऐसे इंस्टिट्यूट हैं जो इसके लिए तीन या छह महीने का डिप्लोमा कोर्स करवाते हैं. इन कोर्सेज को करके आप प्रोफेशनली एक टूरिस्ट गाइड के रूप में काम कर सकते हैं. इन कोर्सेज के अंतर्गत यात्रियों को हैंडल करने के साथ साथ एक गाइड के सभी जरुरी गुणों की जानकारी दी जाती है.
भविष्य में अधिक अवसर की संभावनाएं
यदि आपने किसी प्रसिद्ध संस्थान से टूरिज्म ट्रैवल एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट का कोर्स किया है, तो निकट भविष्य में आपके लिये अधिक अवसर की संभावनाएं हैं. इतना ही नहीं आपके पास मौकों की भी कोई कमी नहीं रहेगी. देशभर में मौजूद टूरिज्म क्षेत्र की कई कंपनियां और एजेंसियां इसके लिए वेकेंसी निकालती हैं. ये कंपनियां टूरिस्ट गाइड को एक अच्छे पैकेज पर हायर करती हैं. अगर आप कुछ हद तक आर्थिक रूप से संपन्न हैं,तो खुद की एक छोटी कंपनी या एजेंसी खोल कर बढ़िया इनकम कर सकते हैं.
इसलिए प्राकृतिक दृश्यों में रूचि, किसी स्थान विशेष की भौगोलिक और सांस्कृतिक संरचना की जानकारी रखने तथा अनजान लोगों से घुल मिल कर बातें करना, उनको समझना और उनकी आवश्यक्ताओं को पूरा करने में आपको आनंद आता है,तो आप बेशक एक टूरिस्ट गाइड का करियर अपना सकते हैं.
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