कंप्यूटर ऑपरेटर का पद केंद्र एवं राज्य सरकारों के विभागों, संस्थानों, शैक्षणिक संस्थानों, निकायों और केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न रिसर्च प्रोजेक्ट्स में होता है. कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति इन संस्थानों में तृतीय श्रेणी के कर्मचारी के रूप में की जाती है. कंप्यूटर ऑपरेटर ऑफिस की डॉक्यूमेंटेशन को कंप्यूटर में दाखिल करना, दस्तावेजों को संभाल के रखना और संबंधित अधिकारियों के निर्देश के अनुसार कंप्यूटर पर रिपोर्ट बनाना आदि से संबंधित कार्यों का निर्वाह करता है.
यह कंप्यूटर ऑपरेटर का ही कार्य होता है कि वह संस्थान के प्रशासनिक कार्यों की जरूरी कंप्यूटर इंट्री करे, कंप्यूटर पर रिपोर्ट बनाए और और अपने विभाग के अधिकारियों के लिए कंप्यूटर सहायक का कार्य करें. कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपके पास भाषा पर अच्छी पकड़, कंप्यूटर का अच्छा ज्ञान, निर्देशों के अनुसार रिपोर्ट तैयार करने और अत्यधिक काम के दबाव में भी धैर्य के साथ काम करने में निपुण होना चाहिए.
कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
कंप्यूटर ऑपरेटर की शैक्षणिक योग्यता संबंधित विभाग या संस्थान की प्रकृति पर निर्भर करती है. ज्यादातर मामलों में कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी विषय में स्नातक होना चाहिए. इसके साथ ही, उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन कंप्यूटर अप्लीकेशन (पीजीडीसीए) प्राप्त होना चाहिए. हालांकि कुछ संस्थानों में 12वीं के साथ न्यूनतम छह माह का कंप्यूटर अप्लीकेशन का डिप्लोमा मांगा जाता है. शैक्षणिक एवं कंप्यूटर के डिग्री के साथ-साथ उम्मीदवारों के पास हिंदी या अंग्रेजी (रिक्तियों के अनुसार) कंप्यूटर पर अच्छी टाइपिंग की गति होनी चाहिए.
कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए कितनी है आयु सीमा?
कंप्यूटर ऑपरेटर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 27 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में अधिकतम आयु सीमा 38 या 40 वर्ष होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए चयन प्रक्रिया
कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर एकेडेमिक रिकॉर्ड, कंप्यूटर काम करने में दक्षता और व्यक्तिगत परीक्षा (पर्सनल इंटरव्यू) के आधार पर किया जाता है. हालांकि, रिक्तियों के अनुरूप यदि अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए लिखित परीक्षा का भी आयोजन कर सकता है.
कितनी मिलती है कंप्यूटर ऑपरेटर को सैलरी?
कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर छठे वेतन आयोग के पे-बैंड 1 के अनुरूप रु. 5200-19100 और ग्रेड पे 1900 के अनुसार सैलरी दी जाती है. जिन संस्थानों में नियुक्ति संविदा के आधार पर होती है वहां कंप्यूटर ऑपरेटर की सैलरी रु. 16000/- निश्चित होती है. जिन संगठनों में सातवां वेतन आयोग लागू किया जा चुका है वहां समान लेवल के अनुरूप सैलरी दी जाती है.
कंप्यूटर ऑपरेटर को कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
कंप्यूटर ऑपरेटर का पद केंद्र एवं राज्य सरकारों के विभागों, संस्थानों, शैक्षणिक संस्थानों, निकायों और केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न रिसर्च प्रोजेक्ट्स आदि में होता है इसलिए इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं सरकारी विभागों, संस्थानों और रिसर्च प्रोजेक्ट्स में निकलती रहती है. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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