CTET के पेपर में एनसीएफ 2005 के ऊपर अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं और सीटीईटी 2018 के पेपर में भी NCF 2005 पर आधारित कुछ प्रश्न पूछे जाने की पूरी उम्मीद है. इस आर्टिकल में हमने NCF 2005 की PDF फाइल हिंदी भाषा में उपलब्ध कराई है. आप NCF 2005 की PDF को इस आर्टिकल में के अंत में दिए गए लिंक से डाउनलोड कर सकते हैं.
एनसीएफ 2005: विषय सूची
1. परिप्रेक्ष्य 1.1 परिचय 1.2 पश्चावलोकन 1.3 राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरे 1.4 मार्गदर्शक सिद्धांत 1.5 गुणवत्ता के आयाम 1.6 शिक्षा का सामाजिक संदर्भ 1.7 शिक्षा के लक्ष्य CTET 2018: सिलेबस अथवा एग्ज़ाम पैटर्न (पेपर I & पेपर II) 2. सीखना और ज्ञान 2.1 सक्रिय विद्यार्थी की प्राथमिकता 2.2 विद्यार्थी को संदर्भ में रखना 2.3 विकास और सीखना 2.4 पाठ्यचर्या एवं व्यवहार के लिए निहितार्थ 2.4.1 ज्ञान सृजन के लिए अध्यापन 2.4.2 अंतःक्रिया का मूल्य 2.4.3 शैक्षिक अनुभवों की रूपरेखा बनाना 2.4.4 नियोजन के उपागम 2.4.5 विवेचनात्मक शिक्षाशास्त्र 2.5 ज्ञान एवं समझ 2.5.1 बुनियादी क्षमताएँ 2.5.2 व्यवहार में ज्ञान 2.5.3 समझ के रूप 2.6 ज्ञान को फिर से रचना 2.7 बच्चों का ज्ञान और स्थानीय ज्ञान 2.8 स्कूली ज्ञान और समुदाय 2.9 कुछ विकासमूलक विचार 3. पाठ्यचर्या के क्षेत्र, स्कूल की अवस्थाएँ और आकलन 3.1 भाषा 3.1.1 भाषा शिक्षा 3.1.2 घरेलू/प्रथम भाषा(एँ) या मातृभाषा शिक्षा 3.1.3 द्वितीय भाषा सीखना 3.1.4 पढ़ना-लिखना सीखना 3.2 गणित 3.2.1 स्कूली गणित का दर्शन 3.2.2 पाठ्यचर्या 3.2.3 कंप्यूटर विज्ञान 3.3 विज्ञान 3.3.1 विभिन्न स्तरों पर पाठ्यचर्या 3.3.2 दृष्टिकोण 3.4 सामाजिक विज्ञान 3.4.1 प्रस्तावित ज्ञानमीमांसात्मक ढाँचा 3.4.2 पाठ्यचर्या का नियोजन 3.4.3 शिक्षाशास्त्र और संसाधनों के अभिगम 3.5 कला शिक्षा 3.6 स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा 3.6.1 रणनीतियाँ 3.7 काम और शिक्षा 3.8 शांति के लिए शिक्षा 3.8.1 रणनीतियाँ 3.9 आवास और सीखना 3.10 अध्ययन और आकलन की योजनाएँ 3.10.1 प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा 3.10.2 आरंभिक शिक्षा 3.10.3 माध्यमिक शिक्षा 3.10.4 उच्च माध्यमिक शिक्षा 3.10.5 मुक्त विद्यालय और सेतु विद्यालय 3.11 आकलन और मूल्यांकन 3.11.1 आकलन का उद्देश्य 3.11.2 शिक्षार्थियों का आकलन 3.11.3 शिक्षण के क्रम में आकलन 3.11.4 पाठ्यचर्या के वे क्षेत्र जो अंकों के लिए जाँचे नहीं जा सकते 3.11.5 आकलन की रूपरेखा और उसका संचालन 3.11.6 स्व-आकलन और प्रतिपुष्टि 3.11.7 वे क्षेत्र जिनके बारे में नए सिरे से सोचने की ज़रूरत है 3.11.8 विभिन्न चरणों में आकलन 4. विद्यालय एवं कक्षा का वातावरण 4.1 भौतिक वातावरण 4.2 सक्षम बनाने वाले वातावारण का पोषण 4.3 सभी बच्चों की भागीदारी 4.3.1 बच्चों के अधिकार 4.3.2 समावेशन की नीति 4.4 अनुशासन और सहभागी प्रबंधन 4.5 अभिभावकों और समुदाय के लिए स्थान 4.6 पाठ्यचर्या के स्थल और अधिगम के संसाधन 4.6.1 पाठ और पुस्तकें 4.6.2 पुस्तकालय 4.6.3 शैक्षिक तकनीकी 4.6.4 उपकरण और प्रयोगशालाएँ 4.6.5 अन्य स्थल एवं अवसर 4.6.6 बहुलता और वैकल्पिक सामग्रियों की आवश्यकता 4.6.7 संसाधनों का संयोजन एवं उनकी व्यवस्था 4.7 समय 4.8 शिक्षक की स्वायत्तता और व्यावसायिक स्वतंत्रता 4.8.1 चिंतन और नियोजन के लिए समय 5. व्यवस्थागत सुधार 5.1 गुणवत्ता को लेकर सरोकार 5.1.1 अकादमिक नियोजन और गुणवत्ता प्रबोधन 5.1.2 स्कूल प्रबोधन के लिए स्कूलों में अकादमिक नेतृत्व 5.1.3 पंचायत और शिक्षा 5.2 पाठ्यचर्या नवीकरण के लिए शिक्षक-शिक्षा 5.2.1 शिक्षक-शिक्षा : वर्तमान सरोकार 5.22 शिक्षक का शिक्षा संबंधी दृष्टिकोण 5.2.3 शिक्षक-शिक्षा के कार्यक्रम में बदलाव के कुछ महत्त्वपूर्ण बिंदु 5.2.4 सेवाकालीन शिक्षक-शिक्षा और प्रशिक्षण 5.2.5 सेवारत शिक्षक–शिक्षा की पहलें और रणनीतियाँ 5.3 परीक्षा सुधार 5.3.1 पर्चा-निर्धारण, परीक्षा और रपट 5.3.2 आकलन में लचीलापन 5.3.3 अन्य स्तरों पर बोर्ड परीक्षाएँ 5.3.4 प्रवेश परीक्षाएँ 5.4 काम-केंद्रित शिक्षा 5.4.1 व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण 5.5 विचार और व्यवहार में नवाचार 5.5.1 पाठ्यपुस्तकों की बहुलता 5.5.2 नवाचार को बढ़ावा 5.5.3 तकनीकी का उपयोग 5.6 नयी साझेदारियाँ 5.6.1 गैर-सरकारी संगठन, नागरिक समाज समहू और शिक्षक संगठनो की भूमिका |
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