Success Story: संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) की ओर सिविल सेवा के नतीजे जारी किए गए हैं। इस परीक्षा में देश के विभिन्न राज्यों में रहकर सालों से तैयारी कर रहे युवाओं ने अपनी मेहनत का परिचय देते हुए सफलता का परचम लहराया है। इसी में शामिल है राजस्थान के मीरा नगर की रहने वाली मुदिता शर्मा, जिन्होंने डॉक्टर बनने के साथ सिविल सेवाओं की ओर रूख किया और दिल्ली आकर तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने अपना पहला प्रयास किया और पहले प्रयास में ही सिविल सेवा के तीन चरणों को पास करते हुए देश की सबसे प्रतिष्ठित और मुश्किल परीक्षा को पास कर लिया। इस लेख के माध्यम से हम मुदिता शर्मा की कहानी जानेंगे।
मुदिता शर्मा का परिचय
मुदिता शर्मा मूल रूप से राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता के मीरा नगर की रहने वाली हैं। यह कृष्ण भक्त रही मीरा की भी जन्मस्थली कही जाती है। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी होने के बाद जोधपुर के मेडिकल कॉलेज से अपनी MBBS की डिग्री पूरी की और डॉक्टर बन गई।
कुछ समय तक अस्पताल में की प्रैक्टिस
मुदिता शर्मा बेशक डॉक्टर बन गई थी, लेकिन उनके मन में सिविल सेवाओं में करियर बनाने की इच्छा थी। उन्होंने कुछ समय तक एक अस्पताल में प्रैक्टिस भी की, लेकिन मन में सिविल सेवाओं को लेकर इच्छा कम नहीं हुई।
दिल्ली आकर शुरू की तैयारी
मुदिता शर्मा ने सिविल सेवाओं के लिए दिल्ली आकर तैयारी करने का निर्णय लिया। इसके बाद वह दिल्ली आ गई और एक कोचिंग संस्थान में दाखिला लेकर तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने एक साल तक कोचिंग की और फिर खुद से अध्ययन किया।
पहले प्रयास में पाई सफलता
मुदिता शर्मा ने सिविल सेवा को लेकर जब अपना पहला प्रयास किया, तो वह प्रीलिम्स की परीक्षा में सफल हो गई, जिसके बाद उन्होंने अपनी मेंस की तैयारी को और धार देना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने मेंस की परीक्षा को भी पास कर लिया। मेंस की परीक्षा पास करने के बाद वह इंटरव्यू में पहुंची और बोर्ड के सभी सवालों का जवाब दिया, जब बीते मंगलवार को सिविल सेवाओं का परिणाम जारी हुआ, तो मुदिता शर्मा ने 381वीं रैंक के साथ इस परीक्षा को पास कर लिया, जिसके बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया।
परिवार में रहा पढ़ाई- लिखाई का माहौल
मुदिता शर्मा के परिवार में शुरू से ही पढ़ाई-लिखाई का माहौल रहा। उनके पिता भगवती लाल शर्मा एक सीनियर सैंकड्री स्कूल में प्रिंसिपल हैं, जबकि माता पार्वती शर्मा एमए के साथ बीएड डिग्री होल्डर हैं। ऐसे में शुरुआत से ही उन्हें परिवार से पढ़ाई में काफी सपोर्ट मिला।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation